जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोमवार को प्रदेश सरकार पर बड़ हमला बोलते हुए कहा कि प्रदेश में भ्रष्टाचार चरम पर है. विधायक सीएम की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं. थाने के सिपाही से कलेक्टर, एसपी की कुर्सियां बिक रही हैं. जिन अफसरों को एसीबी ने पकड़ा, जेल भेजा, उनके विरुद्ध सरकार ने अभियोजन स्वीकृति देने के बजाय मलाईदार पद देकर नवाजा है. यह राजस्थान की जनता सहन नहीं करेगी. शेखावत ने कहा कि ’नहीं सहेगा राजस्थान’ अभियान के तहत ऐसे मुद्दों को जनता के बीच लेकर जाएंगे. चौपालें करेंगे, हर विधानसभा क्षेत्र में पदयात्राएं करेंगे. 1 अगस्त को जयुपर में महारैली का आयोजन भी होगा.
जोधपुर में हुई बलात्कार की घटना पर शेखावत ने कहा कि ऐसी घटनाओं को रेकने की जिम्मेदारी किसकी है? सांसद सेवा केद्र पर आयोजित प्रेसवार्ता में शेखावत ने सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार जयपुर बम ब्लास्ट के मामले में अच्छे वकील हायर नहीं कर सकी, लेकिन मेरे खिलाफ क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के मामले में अभिषेक मनु सिंघवी जैसे महंगे वकील खड़े कर रही है. शेखावत ने कहा कि अब सरकार मेरे मामले में 5 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है. साथ ही शेखावत ने कहा पेपर लीक के मुखिया को बचाने के लिए कांग्रेस नेता महंगे वकील को हायर करता है. इसकी भी जांच होनी चाहिए कि उसे फडिंग कौन कर रहा है. इसकी भी जांच होनी चाहिए.
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संगठन का नाम जोड़ने का पाप किया है पुलिस नेः जेएनवीयू गैंगरेप पर शेखावत ने कहा कि जिन्होंने यह काम किया उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. शेखावत ने इस मामले में एबीवीपी का नाम लिए बगैर कहा कि पुलिस ने एक संगठन को बिना तथ्यों के एसोसिएट करने का पाप किया है. इसका जवाब पुलिस कमिश्नर को देना पडेगा? शेखावत ने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार कौन है? जिम्मेदार प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे. जोधपुर पुलिस क्या कर रही थी. रात को दो बच्चे सड़क पर थे, तो पुलिस की गश्त कहां गई? क्यों नहीं देखा गया? उनकी जिम्मेदारी थी. पुलिस चौकी से 100 मीटर की दूरी पर ब्लात्कार हो गया. क्या कर रही थी पुलिस.
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शेखावत ने कहा जिनके घर में यह घटना हुई, उन्हें शर्म नहीं आती, वे पूछते हैं कि गजेंद्र सिंह कहां थे, उन्होंने ट्विट क्यों नहीं किया? शेखावत ने बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल को निशाने पर लेते हुए कहा कि बाल अधिकारों की पुरोधा बताने वाली बहनजी ने दो दिन पहले स्कूल में हुए ब्लात्कार के मामले में एक शब्द नहीं बोला. वो पूछती हैं गजेद्र सिंह कहां थे? सरकार के दबाव में जोधपुर पुलिस ने संगठन का नाम जोड़ दिया.
आरपीएससी की जांच होने पर नेता होंगे बेनकाबः शेखावत ने कहा कि आरपीएससी से जुडी जांच निष्पक्ष होनी चाहिए. इससे कई सफेदपोश नेता बेनकाब हो जाएंगे. उनके रिश्तेदार जो कुर्सियां पा चुके हैं, सामने आएंगे. सरकार आंकठ भ्रष्टाचार में डूबी है. राहत कैंप के नाम पर लोगों को लुभाया जा रहा है. मुफ्त बिजली देने के चक्कर में लोगों से छह गुना फ्यूल चार्ज वूसला जा रहा है. आगे भी और वसूलने की तैयारी है.