बिलाड़ा (जोधपुर). क्षेत्र के गांव मतवालो की ढाणी के पास दो दिन पहले वन विभाग की लापरवाही से मृत मिले दो हिरणों के बाद सैकड़ों पर्यावरण प्रेमी बिलाड़ा रेंजर को हटाने सहित चार सूत्रीय मांगो को लेकर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि यहां के खेतों के चारों ओर करीब 4 सौ बीघा में की सघन तारबंदी हिरणों की कब्रगाह बनी हुई है.
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गुरुवार को तारबंदी में फस कर मरे हिरणों के बाद आक्रोशित पर्यावरण प्रेमी बिलाड़ा रेंजर को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुऐ है. अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा तहसील अध्यक्ष फरसाराम भादू ने बताया कि बिलाडा रेंज के बाला, रावर, लांबा, ओलवी, भावी, कापरड़ा सरहद में वन्य-जीव हिरण बहुतायत पाए जाते है. ऐसे में आए दिन शिकार और आवारा श्वानों की ओर से मूक प्राणियों को मौत के घाट उतार दिया जाता है.
जिसको लेकर कई बार पर्यावरण प्रेमी बिलाड़ा वन विभाग के अधिकारियों को इस की शिकायत करते हैं, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. कई बार तो वन्यजीव संरक्षण के लिए की गई शिकायत पर वन विभाग के अधिकारी पर्यावरण प्रेमीयां के साथ छलावा कर मामलों को रफा-दफा तक कर देते हैं. जिससे शिकारियों को सह मिला हुआ है.
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हिरणों की दिनों-दिन मौत का आंकड़ा बढ़ता गया. साल 2020 में तबादला होकर आए रेंजर शंकरलाल सोनी ने घटना पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास किए पर शिकारियों वनक्रमियों ने राजनैतिक सांठगांठ कर रेंजर सोनी का तबादला अनयंत्र करवा दिया. गुरुवार सुबह मतवालों की ढाणी के खेतों में विकास, राकेश, छोटुसिंह, भाखरराम ने खेतों के चारों ओर की तारबंदी के पास दो मृत हिरणों को आवारा श्वान की ओर से नोच नोच कर खाते देख वन विभाग बिलाड़ा को सुचना देने के बाद भी वर्तमान रेंजर रणवीर सिंह मौके पर पहुंचा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
जिससे आक्रोशित पर्यावरण प्रेमी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ कर लापरवाह रेंजर को हटाने की मांग कर रहे है. घटना की जानकारी मिलने पर वन विभाग जोधपुर ACF शुक्रवार को धरने स्थल पर पहुंच पर्यावरण प्रेमीयां के साथ वार्ता की. इस दौरान रेंजर को तुरंत प्रभाव से हटाने को लेकर आश्वासन नहीं मिलने पर मृत हिरणों के शवों के साथ पर्यावरण प्रेमी अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए.
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इस मौके पर मुख्य रुप से अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा प्रदेश मिडिया प्रभारी सुरेश लोल, बिश्नोई टाईगर्स फोर्स बिलाड़ा तहसील अध्यक्ष प्यारेलाल, रामसिंह, उपाध्यक्ष बुधराज रामनगर, उमेद मतवाला, शिवलाल डुडी, भंवरलाल, राकेश,विकास, सुखवीर ढ़ाका, सहीत सैकड़ो पर्यावरण प्रेमियों ने राजस्थान सरकार के नाम प्रमुख चार सूत्रीय मांगो को लेकर एक ज्ञापन सौंपा.