जोधपुर. जिले का निजी अस्पताल श्री राम अस्पताल हमेशा से ही सुर्खियों में रहा है. कभी इलाज में लापरवाही तो कभी मरीज की मौत के बाद भी परिजनों से वसूली की बात के आरोप पहले भी कई बार अस्पताल पर लगे हैं. लेकिन, उसके बाद भी प्रशासन द्वारा अस्पताल के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं, रविवार एक बार फिर अस्पताल में भर्ती मरीज की मौत के बाद परिजनों ने ना केवल अस्पताल चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया, बल्कि भामाशाह में इलाज के बाद भी अधिक राशि वसूल करने का आरोप लगाते हुए हंगामा खड़ा कर दिया.
वहीं, हंगामे की सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची. पुलिस ने लोगों से समझाइश की, लेकिन परिजन अस्पताल संचालक के नहीं आने तक अस्पताल परिसर में ही शव के साथ धरने पर बैठ गए. मृतक के परिजनों ने चेतावनी दी है कि जब तक अस्पताल संचालक मौके पर नहीं आएगा, तब तक परिजनों द्वारा शव नहीं उठाया जाएगा. हंगामा बढ़ता देख अस्पताल में नागोरी थाना पुलिस के साथ ही आरएसी का जाब्ता भी मौके पर तैनात किया गया.
दरअसल, लोहावट निवासी 35 वर्षिय रामूराम जाट को 21 जून को हार्ट की शिकायत के बाद भर्ती करवाया गया. जहां, अस्पताल में ऑपरेशन के बाद दो स्टैंड लगाए गए, लेकिन 26 जून को उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई. तबीयत बिगड़ने के दौरान परिजनों ने अस्पताल में कार्यरत कर्मचारियों और डॉक्टरों को सूचना दी, लेकिन किसी ने आकर मरीज को चेक नहीं किया और ना ही किसी प्रकार का कोई ट्रीटमेंट दिया गया. जिससे मरीज की 29 जून यानी बीती रात को मौत हो गई. फिलहाल, मौके पर पुलिस के आलाधिकारी मौजूद हैं और अस्पताल के मालिक डॉ सुनील चाण्डक से मिलने के लिए अड़े हैं. साथ ही परिजन लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है.