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Negligence in health services in Jodhpur खून की कमी बताकर गर्भवती को रेफर किया, एंबुलेंस के बाहर खुले में हो गई डिलीवरी - Rajasthan Hindi News

जोधपुर में स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बरती जा रही है. गांवों का हाल ज्यादा बुरा है. प्रसव पीड़ा से तड़प रही गर्भवती को केरु गांव के अस्पताल में देखने की बजाय उसकी मेडिकल हिस्ट्री देखकर ही जोधपुर के लिए रेफर कर दिया.

Women gave birth outside the Hospital in Jodhpur
जोधपुर में महिला ने अस्पताल के बाहर दिया बच्चे को जन्म
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Published : Feb 28, 2023, 1:06 PM IST

Updated : Feb 28, 2023, 2:05 PM IST

जोधपुर में हेल्थ सर्विसेज खस्ता हाल, गर्भवती को इलाज से पहले जांचने लगे कागजात, परिजन ने बताई पूरी बात

जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने का दावा करते हैं, लेकिन उनके गृह जिले के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ही लोगों को परेशानी में डाल रहे हैं. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं का आलम ये है कि डॉक्टर मरीज की हालत देखे बगैर सिर्फ कागज देखकर ​सीधे रेफर कर रहे हैं. ऐसा ही मामला शहर के नजदीक केरु गांव के अस्पताल में मंगलवार सुबह सामने आया है. यहां प्रसव पीड़ा के साथ अस्पताल पहुंची गर्भवती को देखने के बजाय डॉक्टर ने उसके उपचार के कागज देखे​ और उसके आधार पर जोधपुर रेफर कर दिया. लाचार परिजन गर्भवती को लेकर रवाना होते, उससे पहले ही एंबुलेंस के पास जमीन पर ही प्रसव हो गया. इसके बाद गर्भवती को अस्पताल में भर्ती किया गया. इसको लेकर केरु के लोगों में रोष व्याप्त है.

केरु के रहने वाले गोपाराम देवासी ने बताया कि उसकी पत्नी पूरा देवी को परिजन मंगलवार सुबह साढे़ छह बजे केरु अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां डॉक्टर व चिकित्सकीय स्टाफ ने मरीज को देखे बगैर ही कागज देखकर कहा कि इसको खून की कमी है, इसलिए यहां डिलीवरी नहीं होगी. जोधपुर लेकर जाओ. कोई कागज भी नहीं​ दिए. पूरा देवी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी, फिर भी डॉक्टर व स्टाफ ने बाहर आकर नहीं देखा. गोपाराम ने बताया कि मरीज को बिना देखे ही कह दिया कि जोधपुर लेकर चले जाओ. बाहर आए तो एंबुलेंस के पास ही डिलवरी हो गई.

पढ़ें-Stray Dogs Kill Newborn: राजस्थान के सिरोही में आवारा कुत्तों का आतंक, अस्पताल से उठा ले गए नवजात... बाद में मिला शव

उसके बाद जब परिजन चिल्लाए तो स्टाफ बाहर आया और पूरादेवी को अंदर लेकर गए और भर्ती किया. फिलहाल जच्चा व बच्चा स्वस्थ्य हैं. यह तो गनीमत रही कि जमीन पर खुले में गर्भवती के साथ आई महिलाओं के सहयोग से हुए प्रसव के दौरान किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई, अन्यथा चिकित्साकर्मियों की लापरवाही एक प्रसूता व नवजात के जीवन को खतरे में डाल देती. इसको लेकर सीएमएचओ डॉ जितेंद्र पुरोहित का कहना था कि वे बीसीएमओ से इस मामले को लेकर पूरी रिपोर्ट मंगवाएंगे और दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे.

जोधपुर में हेल्थ सर्विसेज खस्ता हाल, गर्भवती को इलाज से पहले जांचने लगे कागजात, परिजन ने बताई पूरी बात

जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने का दावा करते हैं, लेकिन उनके गृह जिले के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ही लोगों को परेशानी में डाल रहे हैं. खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं का आलम ये है कि डॉक्टर मरीज की हालत देखे बगैर सिर्फ कागज देखकर ​सीधे रेफर कर रहे हैं. ऐसा ही मामला शहर के नजदीक केरु गांव के अस्पताल में मंगलवार सुबह सामने आया है. यहां प्रसव पीड़ा के साथ अस्पताल पहुंची गर्भवती को देखने के बजाय डॉक्टर ने उसके उपचार के कागज देखे​ और उसके आधार पर जोधपुर रेफर कर दिया. लाचार परिजन गर्भवती को लेकर रवाना होते, उससे पहले ही एंबुलेंस के पास जमीन पर ही प्रसव हो गया. इसके बाद गर्भवती को अस्पताल में भर्ती किया गया. इसको लेकर केरु के लोगों में रोष व्याप्त है.

केरु के रहने वाले गोपाराम देवासी ने बताया कि उसकी पत्नी पूरा देवी को परिजन मंगलवार सुबह साढे़ छह बजे केरु अस्पताल लेकर पहुंचे. यहां डॉक्टर व चिकित्सकीय स्टाफ ने मरीज को देखे बगैर ही कागज देखकर कहा कि इसको खून की कमी है, इसलिए यहां डिलीवरी नहीं होगी. जोधपुर लेकर जाओ. कोई कागज भी नहीं​ दिए. पूरा देवी प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी, फिर भी डॉक्टर व स्टाफ ने बाहर आकर नहीं देखा. गोपाराम ने बताया कि मरीज को बिना देखे ही कह दिया कि जोधपुर लेकर चले जाओ. बाहर आए तो एंबुलेंस के पास ही डिलवरी हो गई.

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उसके बाद जब परिजन चिल्लाए तो स्टाफ बाहर आया और पूरादेवी को अंदर लेकर गए और भर्ती किया. फिलहाल जच्चा व बच्चा स्वस्थ्य हैं. यह तो गनीमत रही कि जमीन पर खुले में गर्भवती के साथ आई महिलाओं के सहयोग से हुए प्रसव के दौरान किसी तरह की अनहोनी नहीं हुई, अन्यथा चिकित्साकर्मियों की लापरवाही एक प्रसूता व नवजात के जीवन को खतरे में डाल देती. इसको लेकर सीएमएचओ डॉ जितेंद्र पुरोहित का कहना था कि वे बीसीएमओ से इस मामले को लेकर पूरी रिपोर्ट मंगवाएंगे और दोषी के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे.

Last Updated : Feb 28, 2023, 2:05 PM IST

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