भोपालगढ़(जोधपुर). जिले के उपखण्ड क्षेत्र मंगेरिया गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने स्थानीय ग्राम सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष रघुवीर सिंह मंगेरिया की अगुवाई में जोधपुर जाकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों की ओर से गांव से निकल रहे स्टेट हाईवे सड़क को गांव के पास स्थित तालाब की अंगोर की जमीन को छोड़कर अन्य जगह से बाईपास निकालने की मांग की गई है. ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को बताया कि इन दिनों भोपालगढ़ क्षेत्र में भावी से खींवसर वाया भोपालगढ़-सुरपुरा खुर्द-गजसिंहपुरा-मंगेरिया होते हुए स्टेट हाईवे सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है.
जिसको लेकर करीब दो साल पहले इस सड़क का सर्वे किया गए था. जिसके बाद इस मार्ग को मंगेरिया गांव की आबादी क्षेत्र के पूर्व में स्थित सरकारी परत की भूमि में से निकलकर आगे नागौर जिले के गांव चरड़ां जाने वाले रास्ते से मिलाकर बनाना तय था. इस संदर्भ में गांव की आबादी क्षेत्र से आगे जिन किसानों की जमीन प्रभावित हो रही थी, उनको नोटिस भी जारी कर दिए गए थे. लेकिन अब इस सड़क को मंगेरिया गांव के दक्षिण में स्थित डेरिया के मंगरे से मोड़कर पूर्व में मोडी नाडी तालाब के अंगोर में से निकालने का दोबारा सर्वे किया गया है.
ऐसे में तालाब की अंगोर में सड़क निकलने पर तालाब में बारिश के पानी की आवक प्रभावित होगी. साथ ही सड़क के किनारे गंदगी आदि होने से तालाब का पानी भी गंदा होगा. जबकि वर्तमान में करीब 800 घरों की बस्ती वाले इस गांव में नाडी ही पेयजल का मुख्य आधार है. बता दें कि यह वर्षों पुराना ऐतिहासिक तालाब भी है.
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ऐसे में ग्रामीणों ने गांव में निर्माणाधीन स्टेट हाईवे की सड़क को मोडी-नाडी तालाब की अंगोर में से नहीं निकालकर अन्य सरकारी जमीन में से सर्वे के अनुसार ही बनवाने की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया तो उनहोंने आंदोलन की चेतावनी दी है. इस दौरान जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने वाले ग्रामीणों में रघुवीर सिंह मंगेरिया के साथ ही दुर्गादास साद, पदमसिंह, हीरसिंह, रामप्रसाद, सुरेश व नथाराम समेत दर्जनों ग्रामीण शामिल थे.