जोधपुर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के शनिवार को जोधपुर पहुंचने से पहले ही मथुरादास माथुर अस्पताल में शुक्रवार तड़के बिजली जाने से बंद हुए वेंटीलेटर के कारण हुई एक 24 साल के युवा की मौत के मामले में अस्पताल प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई की है. प्रारंभिक जांच के बाद प्रबंधन ने एक सीएमओ व दो नर्सेज को एपीओ कर दिया है. तीनों को अपनी उपस्थिति मेडिकल कॉलेज में देने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा इस मामले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की शासन सचिव भी जांच के लिए जोधपुर पहुंची.
इधर संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने एडीएम संजय बासु को भी प्रशासनिक जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने भी अपनी जांच शुरू कर दी है. एमडीएम अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित ने बताया कि शुक्रवार को घटना के बाद बनाई गई जांच कमेटी ने अपनी प्रारंभिक जांच में सीमएओ डॉ कुलदीप, नर्सेज ओमाराम व मनीषा को दोषी माना है. मामले की विस्तृत जांच होने तक तीनों को एपीओ कर मेडिकल कॉलेज भेजा गया है. मामले में प्रशासनिक जांच भी हो रही है.
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गौरतलब है कि शुक्रवार तड़के एमडीएम के ट्रोमा सेंटर में करीब चार बजे बिजली गुल हो गई थी. जनरेटर चलने से पहले रेड जोन वार्ड में भर्ती लंग्स कैंसर के मरीज 24 साल के गोपाल भाटी के वेंटीलेटर का बेकअप खत्म हो गया. इससे मरीजों को परेशानी होने लगी. वार्ड में मौजूद नर्सिंगकर्मी हालात संभाल नहीं पाई. सीनियर नर्सिंग स्टाफ सो रहा था. परिजनों ने जाकर उसे उठाया भी, फिर भी वह देरी से आया. सीएमओ डॉ कुलदीप तो ट्रोमा सेंटर से ही गायब थे. इस आपाधापी में गोपाल की मौत हो गई थी. इसको लेकर अधीक्षक डॉ विकास राजपुरोहित ने प्रोफेसर डॉ गणपत चौधरी के नेतृत्व में एक कमेटी बनाई थी. कमेटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट पर तीनों को एपीओ किया गया है.
स्वास्थ्य मंत्री ने ली बैठक: एमडीएम अस्पताल में शुक्रवार तड़के बिजली बंद होने से वेंटीलेटर के रूकने से हुई मरीज की मौत के मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने डॉक्टरों के साथ बैठक लेकर पूरे घटनाक्रम की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने इस घटना के सभी बिंदुओं के विश्लेषण पर जोर दिया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वेंटीलेटर की बेटरी बैकअप पर सवाल है. जबकि जनवरी में ही कंपनी ने इसे टेस्ट कर ओके किया था? फिर बंद क्यों हो गया? जांच के बाद कंपनी पर एफआईआर दर्ज करने का कहा है. जनेटर 40 मिनट बाद चला, तो उसके लिए कौन जिम्मेदार हैं? बैठक से पहले उन्होंने अस्पताल के मल्टी लेवल आईसीयू का भी दौरा किया.