जोधपुर. जोधपुर सिलेंडर हादसे पर सूबे के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सरकार की ओर से सभी गैस (CM Ashok Gehlot in Mahatma Gandhi Hospital) एजेंसी की कंपनियों को पत्र लिखा जाएगा. जिसमें उनके डिस्ट्रीब्यूटर के मार्फत सिलेंडर के उचित रखरखाव पर ध्यान देने और जांच की बातें कही जाएंगी. असल में शुक्रवार को हादसे के पीड़ितों से मिलने महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचे मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के क्रम में यह बातें कही.
सीएम ने आगे कहा कि इस पूरे हादसे की जांच के लिए कलेक्टर (CM Gehlot instructions to collectors) से कहा गया है. इसके अलावा सभी कलेक्टरों को उनके क्षेत्रों की एजेंसी से ऐसे हादसों से निपटने और सिलेंडरों के उचित प्रबंधन व रखरखाव के बारे में भी बात करने को कहा गया है. साथ ही सीएम ने कहा कि हादसे में मरने वाले सभी लोगों को चिरंजीवी योजना के तहत 5-5 लाख और सरकार की ओर से दो लाख का मुआवजा दिया जाएगा. वहीं, घायलों को एक-एक लाख रुपये दिए जाएंगे.
इसके अलावा गैस एजेंसी एसोसिएशन की ओर से भी मुआवजा दिलाने की कोशिश की जाएगी, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर राज्य सरकार और भी मदद को करने को तैयार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों के इलाज में कोई कमी नहीं रखी गई है. उक्त हादसे में बड़ी संख्या में लोग गंभीर रूप जख्मी हुए हैं. ऐसे में कुछ मरीजों को उपचार के लिए जयपुर भेजने की भी बात कही.
इधर, हादसे के बाद मौके पर पूरा प्रशासनिक अमला पहुंच गया. ग्रामीणों ने भी यथासंभव मदद की, लेकिन अभी घायलों की स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि 90 फीसद लोग जले हुए हैं. इस बीच सीएम ने शेरगढ़ थाने के कांस्टेबल डूंगर सिंह को अपनी जान पर खेलकर दो जलते सिलेंडरों को बाहर निकालने के कारनामे की प्रशंसा की. साथ ही उनके प्रमोशन की भी बात कही.
वहीं, मुख्यमंत्री ने करीब एक घंटे से ज्यादा समय अस्पताल में बिताए और एक-एक मरीजों के पास जाकर उनके परिजनों से बात की. इस दौरान उन्होंने सभी को हर संभव मदद मुहैया कराने का भी आश्वस्त दिया. मौके पर सीएम के साथ विधायक मीना कंवर, महापौर कुंती देवड़ा, पीसीसी सदस्य उमेद सिंह, वैभव गहलोत भी मौजूद रहे.