जोधपुर. लंबे समय के बाद अपने गृह नगर में सुनवाई कर रहे अशोक गहलोत को सरकारी महात्मा के विरुद्ध बड़ी मात्रा में शिकायतें मिली है. खासतौर से पुलिस को लेकर लोगों ने अपनी शिकायतें दर्ज कराई. मंडोर थाना क्षेत्र के एक मामले में तो परिवार के सदस्य रोने लग गए. गहलोत ने सभी की बात सुनी और उन्हें आश्वस्त भी किया. सर्किट हाउस में जन सुनवाई के दौरान गहलोत को पीड़ा बताने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मंगलवार को जोधपुर दौरे पर हैं, जहां वे जोधपुर एयरपोर्ट पर निकलकर सीधे सर्किट हाउस पहुंचे. सर्किट हाउस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसुनवाई की. सीएम की जनसुनवाई में सैकड़ों लोग पहुंचे और अलग-अलग विभागों के संबंध में अलग-अलग लोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपे.
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इनमें रीट भर्ती परीक्षा में विशेष अध्यापक के पद भी आरक्षित करने को लेकर अभ्यर्थियों ने ज्ञापन दिया. इसके अलावा शहर के चिकित्सा जल संसाधन नगर निगम जेडीए से जुड़े कई प्रकरणों को लेकर लोगों ने अपनी शिकायतें सीएम को सौंपी. निचलौल थाना क्षेत्र के एक बुजुर्ग ने सीएम को बताया कि उनके दामाद ने बेटी को घर से बाहर निकाल दिया. छोटी बेटी के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया. मंडोर पुलिस को लेकर कार्रवाई नहीं कर रही है. इसको लेकर थाने में रिपोर्ट दी लेकिन कार्रवाई नहीं हुई उल्टा उनके खिलाफ ही मामले दर्ज कर लिए गए. इसी तरह कई बुजुर्गों ने पेंशन बंद हो जाने को लेकर भी शिकायतें दी है. इसके अलावा विभिन्न कर्मचारी संगठन ने भी अपनी मांगों के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिए.
शाम को दिल्ली जाने का कार्यक्रम
जन सुनवाई के दौरान सर्किट हाउस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सबसे पहले दिव्यांग जनों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं के बारे में सर्किट हाउस में जन सुनवाई के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यहां से जालेली फौजदार गांव के लिए रवाना हुए और वहां पर प्रशासन गांवों के संग अभियान में शिरकत करेंगे. जिसके पश्चात वे डिगाड़ी कैम्प का निरीक्षण करेंगे और फिर निजी कार्यक्रम में शिरकत करेंगे. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का शाम के समय जोधपुर से सीधा दिल्ली जाने का भी कार्यक्रम संभावित है.