जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राइट टू हेल्थ बिल (RTH) के विरोध में आंदोलन कर रहे चिकित्सकों से काम पर लौटने की अपील की है. उनका कहना है कि डॉक्टर्स को कोई गलतफहमी हो गई है. उनको सरकार से बात कर गलतफहमियां दूर करनी चाहिए. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में गहलोत ने कहा कि सरकार के दरवाजे बातचीत के लिए खुले हुए हैं.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि मेरी उनसे अपील है की वे बात करें और काम पर लौटें. मंगलवार को जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राजस्थान में कोरोना के समय अच्छा काम हुआ, तो पूरे देश में तारीफ हुई. उसमें डॉक्टर्स का भी मान-सम्मान बढ़ा. ऐसे में प्रदेश सरकार ने जनता के हित में कानून बनाया है. जिस तरह से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नरेगा और खाद्य सुरक्षा का कानून बनाकर लोगों को राहत दी, उसी तरह से हमारा यह प्रयास है. इसमें सबको मिलकर सेवा करनी चाहिए. राइट टू हेल्थ बिल को डॉक्टर्स से बातचीत कर और उनकी मांगों को ध्यान में रखकर लाया गया था. अब पता नहीं उन्हें क्या गलतफहमी हो गई.
पढ़ेंः परसादी लाल मीणा की दो टूक, राइट टू हेल्थ बिल वापस नहीं होगा
सीबीआई-ईडी मचा रही तांडव: गहलोत ने कहा कि देश में कैसे हालात बने हैं, सबको पता है. राहुल गांधी ने क्या गलत पूछा, अडानी के 20 हजार करोड़ कहां से आए. उन्होंने लंदन में कुछ कहा तो उसका जवाब पार्लियामेंट में देने को कहा, लेकिन उनको बोलने नहीं दिया गया. अब षडयंत्र कर करके उनकी सदस्यता खत्म कर दी. मुझे पता चला है कि उनका फैसला देने वाले जज का प्रमोशन हो गया. मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा भी संभाग स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने जोधपुर पहुंचे.