ETV Bharat / state

पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी का बड़ा खुलासा...पुलिस महकमे के बड़े अधिकारी पर गंभीर आरोप, जानें

प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शनिवार को जोधपुर में मीडिया के सामने प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिंग आईपीएस राजीव दासोत के भ्रष्टाचार का खुलासा किया है.

author img

By

Published : Mar 17, 2019, 12:07 AM IST

पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी

जोधपुर. प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शनिवार को जोधपुर में मीडिया के सामने प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिंग आईपीएस राजीव दासोत के भ्रष्टाचार का खुलासा किया. साथ ही चौधरी ने बताया कि वह हर माह 1 आईपीएस और एक आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा करेंगे. इस कड़ी में जोधपुर में एक आईपीएस के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं.

पंकज चौधरी ने यहां तक बता दिया कि वे आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा 17 मार्च को बीकानेर में करेंगे. चौधरी ने बताया 1992 में जैसलमेर के एसपी दासोत रहे थे. उस समय मोहनगढ़ थाना पुलिस ने एसपी दासोत की अगुवाई में तस्कर रहीम को 300 सोने के बिस्किट के साथ पकड़ा था. लेकिन रेकॉर्ड में 250 बिस्किट बताये गए. 50 बिस्किट जिनका वजन करीब 6 किलो था गायब कर दिए.

क्लिक कर देखें वीडियों

यह खुलासा 1996 में जैसलमेर में सीआईडी (बॉर्डर इंटेलिजेंस) के एडिशनल एसपी रहे चंदनमल नवल ने जब तस्कर रहीम को पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि 1992 में एसपी दासोत और मोहनगढ़ थानेदार रामसिंह ने उसे 300 बिस्किट के साथ पकड़ा लेकिन 250 ही बताए. यह सारी पूछताछ रेकॉर्ड पर ली गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

इस पूरे मामले की शिकायत चंदनमल ने 1996 में ही एक अर्ध शासकीय पत्र लिखकर महानिदेशक सीआईडी इंटेलीजेंस को दी थी. लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई. अलबत्ता चंदनमल नवल के ही प्रमोशन रोक दिए गए और उन्हें आईपीएस के पद पर पदोन्नति नहीं नहीं मिली. 2016 में चंदनमल नवल, पंकज चौधरी के संपर्क में आए तो चौधरी ने इस मामले को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखें. पंकज चौधरी ने बताया कि इस मामले को लेकर वे डीजे मनोज भट्ट से भी मिले लेकिन कार्रवाई फिर भी नहीं हुई.

जोधपुर. प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शनिवार को जोधपुर में मीडिया के सामने प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिंग आईपीएस राजीव दासोत के भ्रष्टाचार का खुलासा किया. साथ ही चौधरी ने बताया कि वह हर माह 1 आईपीएस और एक आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा करेंगे. इस कड़ी में जोधपुर में एक आईपीएस के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं.

पंकज चौधरी ने यहां तक बता दिया कि वे आईएएस के भ्रष्टाचार का खुलासा 17 मार्च को बीकानेर में करेंगे. चौधरी ने बताया 1992 में जैसलमेर के एसपी दासोत रहे थे. उस समय मोहनगढ़ थाना पुलिस ने एसपी दासोत की अगुवाई में तस्कर रहीम को 300 सोने के बिस्किट के साथ पकड़ा था. लेकिन रेकॉर्ड में 250 बिस्किट बताये गए. 50 बिस्किट जिनका वजन करीब 6 किलो था गायब कर दिए.

क्लिक कर देखें वीडियों

यह खुलासा 1996 में जैसलमेर में सीआईडी (बॉर्डर इंटेलिजेंस) के एडिशनल एसपी रहे चंदनमल नवल ने जब तस्कर रहीम को पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि 1992 में एसपी दासोत और मोहनगढ़ थानेदार रामसिंह ने उसे 300 बिस्किट के साथ पकड़ा लेकिन 250 ही बताए. यह सारी पूछताछ रेकॉर्ड पर ली गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.

इस पूरे मामले की शिकायत चंदनमल ने 1996 में ही एक अर्ध शासकीय पत्र लिखकर महानिदेशक सीआईडी इंटेलीजेंस को दी थी. लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई. अलबत्ता चंदनमल नवल के ही प्रमोशन रोक दिए गए और उन्हें आईपीएस के पद पर पदोन्नति नहीं नहीं मिली. 2016 में चंदनमल नवल, पंकज चौधरी के संपर्क में आए तो चौधरी ने इस मामले को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखें. पंकज चौधरी ने बताया कि इस मामले को लेकर वे डीजे मनोज भट्ट से भी मिले लेकिन कार्रवाई फिर भी नहीं हुई.

Intro:जोधपुर। प्रदेश के चर्चित पूर्व आईपीएस पंकज चौधरी ने शनिवार को जोधपुर में मीडिया के सामने प्रदेश पुलिस में डीजी ट्रेनिग आईपीएस राजीव दासोत के भ्रस्टाचार का ख़ुलासा किया। साथ ही चौधरी ने बताया कि वह हर माह 1 आईपीएस व एक आईएस के भ्रष्टाचार का खुलासा करेंगे इस कड़ी में जोधपुर में एक आईपीएस के भ्रष्टाचार का खुलासा कर रहे हैं जबकि आईएस के भ्रष्टाचार का खुलासा 17 मार्च को बीकानेर में करेंगे। चौधरी ने बताया कि 1992 में जैसलमेर के एसपी रहे थे दासोत। उस समय मोहनगढ़ थाना पुलिस ने एसपी दासोत की अगुवाई में तस्कर रहीम को 300 सोने के बिस्किट के साथ पकड़ा था लेकिन रेकॉर्ड में 250 बिस्किट बताये गए। 50 बिस्किट जिनका वजन करीब 6 किलो था गायब कर दिए। यह खुलासा 1996 में जैसलमेर में सीआईडी (बॉर्डर इंटेलिजेंस) के एडिशनल एसपी रहे चंदनमल नवल ने जब तस्कर रहीम को पकड़ा तो उसने पूछताछ में बताया कि 1992 में एसपी दासोत और मोहनगढ़ थानेदार रामसिंह ने उसे 300 बिस्किट के साथ पकड़ा लेकिन 250 ही बताये। यह सारी पूछताछ रिकॉर्ड पर ली गई। लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।


Body:इस पूरे मामले की शिकायत चंदनमल ने 1996 में ही एक अर्ध शासकीय पत्र लिखकर महानिदेशक सीआईडी इंटेलीजेंस को दी थी लेकिन उस पर कार्रवाई नहीं हुई अलबत्ता चंदनमल नवल के ही प्रमोशन रोक दिए गए उन्हें आईपीएस के पद पर पदोन्नति नहीं नहीं मिली। 2016 में चंदनमल नवल पंकज चौधरी के संपर्क में आए तो चौधरी ने इस मामले को लेकर अधिकारियों को पत्र लिखें इनमें से एक पत्र केंद्रीय सतर्कता आयोग को भी लिखा गया जिसके जवाब में केंद्रीय सतर्कता आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव को इस मामले में कार्रवाई के लिए लिखा लेकिन कार्रवाई नहीं हुई पंकज चौधरी ने बताया कि इस मामले को लेकर वे डीजे मनोज भट्ट से भी मिले लेकिन कार्रवाई फिर भी नहीं हुई।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.