जोधपुर. राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश सहित कई प्रदेशों के जन जन के आराध्य लोक देवता बाबा रामदेव के प्राकट्य दिवस रविवार (भाद्रपद शुक्ल द्वितीया बीज) को धूमधाम से मनाया गया. इसके साथ लोक देवता का 9 दिवसीय मेला आज आधिकारिक रूप से शुरू हो गया. यूं तो इस दिन पूरे प्रदेश मैं स्थित बाबा रामदेव के मंदिरों में मेलों का आयोजन होता है लेकिन सबसे ज्यादा महत्व जैसलमेर के रामदेवरा के साथ-साथ जोधपुर के मसूरिया मंदिर की है. आर जोधपुर के मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर में श्रद्धालुओं का आना शनिवार रात को ही शुरू हो गया. आज सुबह 4:00 बजे तक पूरा परिसर भर गया. आकर्षक रोशनी से सजे मसूरिया स्थित बाबा रामदेव मंदिर में गुरु बालीनाथ मंदिर परिसर में अलसुबह 4.15 बजे 108 जोत से महाआरती की गई.
इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे. इससे पहले शनिवार रात से यहां लोगों का पहुंचना शुरू हो गया. शहर के प्रत्येक क्षेत्र से पूरी रात डीजे पर नाचते गाते श्रद्धालुओं की भीड़ यहां पहुंचते रहे. मंदिर का संचालन करने वाले ट्रस्ट के उपाध्यक्ष शिवप्रसाद दैया ने बताया कि इस माह अब तक करीब पांच लाख से अधिक जातरू मसूरिया मंदिर में दर्शन कर चुके. आज बारिश नहीं हुई तो संख्या दो लाख तक पहुंच जाएगी.
दशमी तक चलेगा मेला : रामदेवरा में बाबा रामदेव का मेला दशमी तक चलता है इस दौरान जोधपुर के मसूरिया में भी लोगों का आना लगा रहता है क्योंकि मान्यता है कि बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ की समाधि यहां पर है जिनके दर्शन के बगैर मनोकामना पूर्ण नहीं होती है. इसलिए रामदेवरा के साथ-साथ जोधपुर में भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं.आज से शहर के सभी प्रमुख रामदेव मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे.
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सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम : मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस लगातार सक्रिय नजर आई । खुद कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने भी यहां दौरे किए यहां श्रद्धालुओं का प्रवेश और उनके बाहर जाने के रास्तों के अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई। इसके अलावा आपातकालीन रास्ता भी बनाया गया। साथ ही 24 घंटे मंदिर खोलने के निर्देश दिए गए हैं जिससे भीड़ जमा नहीं हो.