जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल पास किया, लेकिन किसी भी राज्य सरकार से बात नहीं की. एनआरसी के परिणाम सभी ने असम में देख लिए हैं. जिसके कारण 19 लाख लोग एनआरसी से बाहर हो गए. जिनमें 10 लाख हिन्दू हैं. गहलोत ने कहा कि ये लोग हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं.
भारत हिंदू राष्ट्र बना तो देश के टुकड़े हो जाएंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर अगर देश में बात होने लगी तो, कई राज्य देश से अलग होना चाहेंगे. गहलोत ने कहा कि धर्म के आधार पर पाकिस्तान बना लेकिन बाद में उसके दो टुकड़े हो गए. रूस के भी टुकड़े हो गए.
एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने जमकर नागरिकता संशोधन बिल को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला. गहलोत ने कहा कि आज गृहमंत्री जोधपुर आ रहे हैं, उन्हें यहां आने की नौबत ही क्यों आई. अगर वो आम राय रखकर काम करते तो उन्हें इस तरह घूम-घूम कर सफाई नहीं देनी पड़ती.
गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार चाहती क्या है, आने वाले समय मे जैन, सिख सब अलग हो जाएंगे. तमिल वाले 40 साल पहले करने लगे थे कि हम अलग होंगे, पंजाब वाले खालिस्तान की मांग कर रहे थे. आज जो बाते हो रही है उसका परिणाम भयानक होगा.
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देश में ध्रुवीकरण की जरूरत नही है. गहलोत ने कहा कि कुछ सिरफिरे लोगों ने पाकिस्तान बनवा दिया था. लेकिन बाद में धर्म के नाम पर बने पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए. गहलोत से पूछा गया की केरल की विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया है कानून नहीं लागू करने का, क्या राजस्थान सरकार भी ऐसा प्रस्ताव पारित करेगी. इस पर गहलोत ने नागरिकता संशोधन से हट कर बात करते हुए कहा कि 9 राज्यों ने एनआरसी लागू नहीं करने की घोषणा की है. केंद्र सरकार को यह सोचना चाहिए कि बहुमत से लोकतंत्र नहीं चलता है.