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ओसियां में प्रशासन ने विवाद सुलझाकर रास्ता खुलवाया

ओसियां में सिरमण्डी से हरिपूरा ग्राम तक बन रही 6 किमी डमरीकरण सड़क का विरोध खत्म हो गया है. प्रशासन ने मौके पर पहुंच कर विवादित जमीन का सीमांकन करवाया है और अतिक्रमण हटाकर रास्ता खुलावाया है.

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ओसियां में प्रशासन ने विवाद सुलझाकर रास्ता खुलवाया
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Published : Aug 20, 2020, 9:59 AM IST

ओसियां (जोधपुर). क्षेत्र के निकटवर्ती सिरमण्डी से हरिपूरा ग्राम की शरहद तक 6 किमी सड़क के डामरीकरण की स्वीकृति के बाद 5 किमी सड़क तो 6 माह पहले बन गई थी, लेकिन दो पक्षों में विवाद के चलते हरिपूरा सरहद के पास 1 किमी सड़क का काम रोक दिया गया था. लम्बे समय के विवाद के बाद बुधवार को एसडीएम रतनलाल रेगर के नेतृत्व तहसीलदार चिमनलाल सियोल, आरआई अशोक कुमार गोयल, पटवारी लूणाराम प्रजापत सहित प्रशासन विवाद की जगह पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे. प्रशासन ने मौके पर विवादित खेत की दोनों सीमा का सीमांकन किया और अतिक्रमण हटाकर रास्ता खुलावाया.

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वहीं प्रशासन द्वारा सीमा निर्धारित की गई है और खेत में खड़ी फसल को हटाने के लिए काश्तकार को 15 दिनों की मोहलत दी गई है. एसडीएम ने मौके पर मौजूद पीडब्ल्यूडी के एईएन देवेन्द्र गहलोत को सड़क निर्माण के निर्देश दिए हैं. वर्तमान कटाणी रास्ते पर सड़क बनने के बावजूद भी 25 ढाणियां सड़क से वंचित रहेगी. गौरतलब है कि भाखरों की ढाणी स्कूल के आगे रामदेवनगर में राजस्व रिकाॅर्ड कटाणी रास्ता सीधा है, लेकिन 2008 में आपसी सहमति से खेत की सीमा से कटाणी रास्ते के लिए मार्ग छोड़ दिया गया था.

यह भी पढ़ें- प्रदेश के 129 नगर निकाय चुनाव 20 अक्टूबर तक स्थगित, राज्य निर्वाचन आयोग ने जारी किए आदेश

वहां 2008 में मनरेगा के तहत काम भी हुआ था. अब डामरीकरण की स्वीकृति के बाद सड़क का काम शुरू हुआ है और यहां तक पहुंचा तो दो पक्षों में सड़क को सही रास्ते पर निकालने को लेकर विवाद हो गया. एक पक्ष सड़क को कटाणी रास्ते पर निकालने को लेकर प्रशासन पर दबाव बना रहा था. वहीं दूसरे पक्ष की मांग है कि जहां 2008 से रास्ता चल रहा है वहीं डामरी सड़क बनाई जाए, ताकि 25 घर सड़क से जुड़ सके.

ओसियां (जोधपुर). क्षेत्र के निकटवर्ती सिरमण्डी से हरिपूरा ग्राम की शरहद तक 6 किमी सड़क के डामरीकरण की स्वीकृति के बाद 5 किमी सड़क तो 6 माह पहले बन गई थी, लेकिन दो पक्षों में विवाद के चलते हरिपूरा सरहद के पास 1 किमी सड़क का काम रोक दिया गया था. लम्बे समय के विवाद के बाद बुधवार को एसडीएम रतनलाल रेगर के नेतृत्व तहसीलदार चिमनलाल सियोल, आरआई अशोक कुमार गोयल, पटवारी लूणाराम प्रजापत सहित प्रशासन विवाद की जगह पर अतिक्रमण हटाने पहुंचे. प्रशासन ने मौके पर विवादित खेत की दोनों सीमा का सीमांकन किया और अतिक्रमण हटाकर रास्ता खुलावाया.

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वहीं प्रशासन द्वारा सीमा निर्धारित की गई है और खेत में खड़ी फसल को हटाने के लिए काश्तकार को 15 दिनों की मोहलत दी गई है. एसडीएम ने मौके पर मौजूद पीडब्ल्यूडी के एईएन देवेन्द्र गहलोत को सड़क निर्माण के निर्देश दिए हैं. वर्तमान कटाणी रास्ते पर सड़क बनने के बावजूद भी 25 ढाणियां सड़क से वंचित रहेगी. गौरतलब है कि भाखरों की ढाणी स्कूल के आगे रामदेवनगर में राजस्व रिकाॅर्ड कटाणी रास्ता सीधा है, लेकिन 2008 में आपसी सहमति से खेत की सीमा से कटाणी रास्ते के लिए मार्ग छोड़ दिया गया था.

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वहां 2008 में मनरेगा के तहत काम भी हुआ था. अब डामरीकरण की स्वीकृति के बाद सड़क का काम शुरू हुआ है और यहां तक पहुंचा तो दो पक्षों में सड़क को सही रास्ते पर निकालने को लेकर विवाद हो गया. एक पक्ष सड़क को कटाणी रास्ते पर निकालने को लेकर प्रशासन पर दबाव बना रहा था. वहीं दूसरे पक्ष की मांग है कि जहां 2008 से रास्ता चल रहा है वहीं डामरी सड़क बनाई जाए, ताकि 25 घर सड़क से जुड़ सके.

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