भोपालगढ़ (जोधपुर). देश में आज भी मानवता जिंदा है. इसका परिचय गुरुवार भोपालगढ़ में एक युवक ने दिया. कस्बे के धोरू गांव की एक महिला का 18 तोला सोना रास्ते में खो गया था. जिसे मजदूरी करने वाले एक युवक ने सकुशल लौटाया है.
पूर्व वार्ड पंच स्वरूपराम देवड़ा धोरू ने बताया कि उनके गांव की बहू मनीषा पत्नी नरसिंह प्रकाश गोड़ अपने पिता के पास नासिक महाराष्ट्र जाकर वापस ससुराल आते वक्त जोधपुर उतरकर जोधपुर से नागौर जाने वाली बस में बैठकर रातड़ी चौराहे पर उतरी थी. रातड़ी चौराहे से उस्तरा होकर भोपालगढ़ आने वाले रास्ते पर आपने जेठ जगदीश प्रसाद के साथ बोलेरो गाड़ी में बैठ कर अपने ससुराल आ रही थी. बीच रास्ते में गाड़ी में कांच खुले होने के कारण 3 बैग में से एक 18 तोला सोने वाला बैग गाड़ी से नीचे गिर गया था.
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इस रास्ते से प्याज के मजदूर लेकर जा रहे खेड़ापा निवासी महबूब तेली ने बैग देखा तो गाड़ी को रोककर बैग खोला, जिसमें उन्हें सोना दिखाई दिया. इस दौरान बैग में एक कार्ड पर मोबाइल नंबर लिखे हुए थे. ऐसे में मोबाइल नंबर से संपर्क कर ईमानदारी का परिचय देते हुए सोने के मालिक को 18 तोला सोने के आभूषण सुपुर्द किया. इस दौरान जगदीश गौड़ की ओर से अपने निवास स्थान पर गांव के ग्रामीणों को एकत्रित करते हुए ईमानदारी का परिचय देने वाले महबूब तेली खेड़ापा को 3100 रुपए का पुरस्कार प्रदान कर हौसला अफजाई की.