जोधपुर. सूर्यनगरी में कोरोना बेलगाम होता दिख रहा है. अस्पतालों में मरीजों की भरमार हो रही है और बेड कम होते जा रहे हैं. गुरुवार को जिले में एक बार 847 कोरोना के नए मरीज सामने आये हैं. इसके अलावा 4 लोगों की मौत मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में और 6 लोगों की मौत एम्स में हुई है. पॉजिटिव मामलों में सीआरपीएफ के 21 जवान भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं यह सभी जवान हाल ही में जोधपुर सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में आए थे.
सभी अभी ट्रेनिंग सेंटर में ही आइसोलेटेड किए गए हैं. इधर मथुरादास माथुर अस्पताल में 80 फ़ीसदी पलंग भर जाने के बाद अब महात्मा गांधी अस्पताल में भी मरीजों की भर्ती शुरू हो गई है. लेकिन प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद कोरोना की जांच रिपोर्ट की व्यवस्था अभी तक सही नहीं हुई है.
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आलम यह है कि जिस गति से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उसी मंथर गति से कोरोना की जांचे हो रही है. डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज स्थित माइक्रोबायोलॉजी लैब जहां कोरोना की जांच होती है वहां नमूनों का अंबार लगा हुआ है. लोग सुबह से शाम तक अपनी रिपोर्ट के लिए चक्कर काटते नजर आते हैं. कई लोगों को तो 5 से 7 दिन बाद भी अपनी रिपोर्ट नहीं मिल रही है. सामान्यतया औसत वेटिंग टाइम 4 दिन का हो गया है ऐसे में इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि जिस व्यक्ति का नमूना जांच के लिए यहां पड़ा है अगर वह संक्रमित पाया जाता है तो शहर में 4 दिनों में कितने लोगों को संक्रमित कर चुका होगा वह शख्स.