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300 चिकित्साकर्मियों को किया गया इधर से उधर, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किए आदेश

झुंझुनू के मंडावा क्षेत्र में र्सिंग कर्मियों के तबादले की सच्चाई सामने आई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने इन कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल नियुक्ति स्थान पर लगाने के आदेश दिए गए हैं.

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Published : Aug 11, 2019, 5:29 PM IST

jhunjhunu news, झुंझुनू खबर

झुंझुनू. राज्य सरकार की ओर से तबादले किए बिना ही यदि एक जिले में 300 से अधिक चिकित्सा कर्मी इधर से उधर हों तो साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं गलत तरीके से प्रतिनियुक्ति व पद स्थापन हुए हैं. इसमें खाली सीटों पर जिला स्तर पर ही पद स्थापन कर दिए थे, जबकि राज्य मुख्यालय पर यह पद रिक्त दिखाई दे रहे थे.

झुंझुनू में 300 चिकित्साकर्मी होंगे इधर उध

दरअसल, राज्य सरकार की ओर से गत दिनों मंडावा विधानसभा में नर्सिंग कर्मियों के तबादले हुए तो यह सच्चाई सामने आई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने एक आदेश जारी किए हैं. जिसमें विभाग में कार्य व्यवस्था और प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल नियुक्ति स्थान पर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इस आदेश से जिले में करीब 300 कर्मचारियों को स्थानांतरण हो सकता है.

यह भी पढ़ें: ये बात दिल में चुभ गई, तभी सोचा कुछ करके दिखाना है...अध्यक्ष पद की तैयारी कर रहे दृष्टिबाधित छात्र का दर्द

देनी होगी अंडरटेकिंग
आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि विभाग के कई कार्मिकों को मूल पदस्थापन स्थान से अन्यत्र प्रतिनियुक्ति की गई है. जिससे कुछ चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर व कर्मचारी स्वीकृत पदों के विरुद्ध अधिशेष रूप से अतिरिक्त कार्मिक कार्यरत हैं. वहीं कुछ स्थानों में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है. जिससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही है.
ऐसे में सभी चिकित्सा संस्थान में स्वीकृत पदों के अतिरिक्त पदस्थापित चिकित्सक और कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापना स्थान पर लगाने का निर्णय लिया गया है. विभाग ने कार्मिकों को रिलीव करने के बाद 15 अगस्त 19 तक पालना रिपोर्ट निदेशक को भिजवाने के आदेश दिए हैं. वहीं 31 अगस्त तक अंडरटेकिंग भी देनी होगी कि उनके अधीन कार्य व्यवस्था अर्थ प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत सभी कार्मिकों को मूल पदस्थापना स्थान के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया है.

झुंझुनू. राज्य सरकार की ओर से तबादले किए बिना ही यदि एक जिले में 300 से अधिक चिकित्सा कर्मी इधर से उधर हों तो साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं गलत तरीके से प्रतिनियुक्ति व पद स्थापन हुए हैं. इसमें खाली सीटों पर जिला स्तर पर ही पद स्थापन कर दिए थे, जबकि राज्य मुख्यालय पर यह पद रिक्त दिखाई दे रहे थे.

झुंझुनू में 300 चिकित्साकर्मी होंगे इधर उध

दरअसल, राज्य सरकार की ओर से गत दिनों मंडावा विधानसभा में नर्सिंग कर्मियों के तबादले हुए तो यह सच्चाई सामने आई है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने एक आदेश जारी किए हैं. जिसमें विभाग में कार्य व्यवस्था और प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से उनके मूल नियुक्ति स्थान पर लगाने के निर्देश दिए गए हैं. इस आदेश से जिले में करीब 300 कर्मचारियों को स्थानांतरण हो सकता है.

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देनी होगी अंडरटेकिंग
आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि विभाग के कई कार्मिकों को मूल पदस्थापन स्थान से अन्यत्र प्रतिनियुक्ति की गई है. जिससे कुछ चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर व कर्मचारी स्वीकृत पदों के विरुद्ध अधिशेष रूप से अतिरिक्त कार्मिक कार्यरत हैं. वहीं कुछ स्थानों में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है. जिससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही है.
ऐसे में सभी चिकित्सा संस्थान में स्वीकृत पदों के अतिरिक्त पदस्थापित चिकित्सक और कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापना स्थान पर लगाने का निर्णय लिया गया है. विभाग ने कार्मिकों को रिलीव करने के बाद 15 अगस्त 19 तक पालना रिपोर्ट निदेशक को भिजवाने के आदेश दिए हैं. वहीं 31 अगस्त तक अंडरटेकिंग भी देनी होगी कि उनके अधीन कार्य व्यवस्था अर्थ प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत सभी कार्मिकों को मूल पदस्थापना स्थान के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया है.

Intro:तबादलों का मौसम आते ही सामने आता है कि स्थानीय स्तर पर भी अधिकारी कभी प्रतिनियुक्ति के नाम पर तो कभी रिक्त स्थानों पर अपने ही लेवल पर निर्णय कर कर्मचारियों को इधर-उधर कर देते हैं। इसमें आदेश में भले ही राज्य स्तर पर अनुमोदन के लिए लिखा जाता है स्थानीय स्तर पर ही सारी 'सेटिंग' कर ली जाती है।


Body:झुंझुनू। राज्य सरकार की ओर से तबादले किए बिना ही यदि एक जिले में 300 से ज्यादा चिकित्सा कर्मी इधर से उधर हूं तो साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं गलत तरीके से प्रतिनियुक्ति व पद स्थापन हुए हैं । इसमें खाली सीटों पर जिला स्तर पर ही पद स्थापन कर दिए थे जबकि राज्य मुख्यालय पर यह पद रिक्त दिखाई दे रहे थे।


ऐसे मामला आया सामने

राज्य सरकार की ओर से गत दिनों मंडावा विधानसभा में नर्सिंग कर्मियों के तबादले हुए तो यह सच्चाई सामने आई। ऐसे में अबचिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में कार्य व्यवस्था/प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत कार्मिकों को तत्काल प्रभाव से मूल स्थान के लिए कार्यमुक्त किया जाएगा। इस आदेश से जिले में करीब 300 कर्मचारी इधर उधर होंगे। इस संबंध में विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने आदेश जारी किए हैं।



देनी होगी अंडरटेकिंग

आदेश में कहा गया है कि राज्य सरकार के ध्यान में आया है कि विभाग में पद स्थापित कार्मिकों में से बहुत से कार्मिकों को मूल पदस्थापन स्थान से अन्यत्र कार्य व्यवस्था प्रतिनियुक्ति पर कार्य संपादन के लिए लगाया हुआ है। जिससे कुछ चिकित्सा संस्थानों में डॉक्टर व कर्मचारी स्वीकृत पदों के विरुद्ध अधिशेष रूप से अतिरिक्त कार्मिक कार्यरत हैं। वही कुछ स्थानों में कर्मचारियों की कमी बनी हुई है जिससे चिकित्सा सेवाएं प्रभावित हो रही है ऐसे में सभी चिकित्सा संस्थान में स्वीकृत पदों के अतिरिक्त पदस्थापित चिकित्सक एंव कार्मिकों को उनके मूल पदस्थापना स्थान पर लगाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने ऐसे कार्मिकों को रिलीव करने के बाद 15 अगस्त 19 तक पालना रिपोर्ट निदेशक को भिजवाने के आदेश दिए। इसी प्रकार 31 अगस्त तक अंडरटेकिंग भी देनी होगी कि उनके अधीन कार्य व्यवस्था अर्थ प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत सभी कार्मिकों को मूल पदस्थापना स्थान के लिए कार्य मुक्त कर दिया गया है।


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