झुंझुनूं. जिले में सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित राजस्थान हर्बल इंटरनेशनल पहुंचे. जहां उन्होंने आयुर्वेदिक औषधियों और शेखावाटी में जड़ी बुटियों के भंडार को लेकर आरएचआई के डॉयरेक्टर एमडी चोपदार से विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि यहां जड़ी-बुटियों का बड़ा भंडार है.
जिसको लेकर वे केंद्र सरकार से बात करेंगे. साथ ही आयुर्वेदिक जड़ी-बुटियां दिन प्रतिदिन विलुप्त होती जा रही हैं जो कि चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि जड़ी-बूटी ऐसी वनस्पतियां हैं जो स्वास्थ्य और चिकित्सा के लिए उपयोगी और सुगंध प्रदान करती हैं.
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साथ ही उन्होंने कहा कि ये जड़ी-बूटी भारत की परंपरागत चिकित्सा पद्धति में रही है और अब हमें इन जड़ी-बुटी के बारे में सोचना होगा. ये पुराने जमाने की दवा थी जो कि आज-कल खत्म होती जा रही है.
सांसद की यादें हुई ताजा..
इस दौरान चोपदार ने आरएचआई की ओर से तैयार कि जा रही आयुर्वेदिक दवा के बारे में जानकारी दी. इससे पहले राजस्थान हर्बल इंटरनेशनल निदेशक एमडी चोपदार ने सांसद सरस्वती को शॉल और बुका भेंट कर स्वागत करते हुए अपने पिता डॉ. सलाऊदीन चोपदार कि याद में बनाएं जाने वाले नो-प्रॉफिट, नो-लॉस पर मल्टीस्पेशियलिटी अस्पताल के बारे में जानकारी दी.
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जिस पर सांसद सरस्वती ने प्रशंसा व्यक्त करते हुए डॉ. चोपदार और उनके पुराने रिस्तों और यादों को दोहराते हुए कहा कि वे हमेशा मजलूम, गरीबों के लिए जीवन जीते थे. उन्होंने आयुर्वेदिक क्षेत्र में अलग पहचान बनाई, उनके जाने से समाज को ही नहीं बल्कि हर वर्ग के लोगों को क्षति पहुंची है. साथ ही उन्होंने कहा कि उनकी याद में बनाएं जाने वाले अस्पताल के बारे में अवगत करवाते हुए अस्पताल के शिलान्यांस समारोह में पहुंचने का भी न्यौता दिया. इस अवसर पर बिलाल गहलोत, ईरफान खान आदि मौजूद रहे.