सिंघाना (झुंझुनूं). हम सब ने रुपयों के लेन-देन वाला बैंक देखा है, साथ ही ब्लड बैंक भी देखा है. लेकिन बुहाना उपखंड के लांबी अहीर ग्राम पंचायत की सरपंच नीरू यादव ने शानदार पहल करते हुए ऐसा बैंक खोला है, जिससे पर्यावरण की शुद्धि तो होती है, साथ ही गरीबों के लिए भी यह बैंक वरदान साबित हो रहा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं लांबी अहीर सरपंच नीरू यादव द्वारा खोले गए बर्तन बैंक के बारे में.
सरपंच ने गांव में ही पंचायत के लोगों के लिए स्वयं के खर्चे पर बर्तन बैंक खोलकर जहां भी शादी-विवाह होता है वहां पर लोगों को सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग नहीं करने के लिए प्रेरित करती हैं. साथ ही अपने द्वारा उपलब्ध करवाए गए बर्तन काम में लेने का आग्रह करती हैं. सरपंच नीरू यादव ने बताया कि मैंने देखा की शादी-विवाह का फंक्शन हो या फिर छोटे कार्यक्रम, जैसे जन्मदिन, दशोठन और जलवा के कार्यक्रम में प्लास्टिक का ही अधिकतर प्रयोग हो रहा है. प्लास्टिक का प्रयोग ना हो इसके लिए यह पहल शुरू किया है. जिसमें प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग किया जाए.
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इसको आगे बढ़ाकर एकदम ही प्लास्टिक को प्रतिबंध करवाने की योजना है. इसके लिए ग्राम पंचायत के लोगों का सहयोग भी मांगा गया है. उनसे भी आग्रह किया गया है कि प्लास्टिक की जगह स्टील के बर्तन काम में लें, साथ ही सरपंच ने बताया कि यह बर्तन निशुल्क उपलब्ध करवाए जा रहे हैं, तथा काम में लेने के बाद वापस बर्तन बैंक में जमा करवाए जाएं, जिससे दूसरे शादी-विवाह या कार्यक्रम में काम में लिए जा सकें.
गरीबों के लिए वरदान साबित हो सकता है बर्तन बैंक : लांबी अहीर सरपंच नीरू यादव की मदद से उपलब्ध करवाए गए बर्तनों से गरीबों के लिए खर्चा कम हो सकता है. प्लास्टिक के गिलास, चम्मच व कटोरियां तक खरीदने में गरीब लोगों का शादी-विवाह में भारी खर्चा होता है. बर्तन बैंक निशुल्क उपलब्ध करवाने पर यह खर्चा भी बचाया जा सकेगा. शादियों के सीजन में यह बर्तन बैंक काफी कारगर साबित हो रहा है.