झुंझुनू. यूक्रेन और रूस का युद्ध शुरू होने के बाद अनेकों देशों के लिए मुसीबत खड़ी(Russia Ukraine Crisis) हो गई है. वहीं राजस्थान के झुंझुनू जिले के भी कई छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. झुंझुनू मुख्यालय के बाकरा फाटक के पास रहने वाले कामरेड फूलचंद ढेवा के पोते और उनकी दोयती भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं. फूलचंद ढेवा ने बताया कि उनका पोता अर्जुन ढेवा 4 साल से यूक्रेन में एमबीबीएस कर रहा है तो वहीं उनकी दोयती प्रकृति भालोठीया भी इसी साल यूक्रेन में एमबीबीएस करने के लिए गई थी.
अभी युद्ध छिड़ गया जिसकी वजह से परिवार वालों की चिंता बढ़ती जा रही है. हालांकि दोनों छात्र यूक्रेन (Rajasthan Students on Ukraine Situation) में भारतीय दूतावास में मौजूद हैं. मगर परिजनों ने जल्द से जल्द अपने बच्चों को भारत बुलवाने के लिए सरकार से और झुंझुनू सांसद से मांग की है. परिजनों ने बताया कि केंद्र सरकार को जो व्यवस्था पहले करनी चाहिए थी वह सरकार ने नहीं की ऐन वक्त पर प्लेन भेजें और वह भी खाली हाथ वापस आ गए.
इससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई है. फिलहाल परिजन अपने बच्चों से फोन पर बात करके उनके हालात जान रहे हैं और केंद्र सरकार से बच्चों को जल्द वापस बुलाने की अपील कर रहे हैं.