जयपुर: राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने राज्यव्यापी सूर्य नमस्कार अभियान चलाकर नया रिकॉर्ड बनाया है. सूर्य सप्तमी श्री देवनारायण जयंती के अवसर पर अवकाश होने के बावजूद राज्य के एक करोड़ 53 लाख 16 हजार 158 लोगों ने सूर्य नमस्कार में भाग लिया. सभी विद्यालयों के छात्र, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधियों ने मिल कर एक ही समय पर सूर्य नमस्कार कर लंदन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराया. बता दें कि राजस्थान ने बीते साल के 1.33 करोड़ पार्टिसिपेंट्स के रिकॉर्ड को पार करते हुए नया कीर्तिमान बनाया.
अपना ही रिकॉर्ड किया ब्रेक: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को गुरुवार को विधानसभा में वर्ल्ड बुक का रिकॉर्ड लंदन के प्रतिनिधि प्रथम भल्ला ने सूर्य नमस्कार का नया विश्व रिकॉर्ड बनने पर अस्थाई प्रमाण पत्र सौंपा. इस अवसर पर शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि उन सभी को धन्यवाद जिन्होंने 3 फरवरी को सूर्य सप्तमी के अवसर पर आयोजित सूर्य नमस्कार कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग गया और एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया.
दिलावर ने कहा कि गत वर्ष पहली बार पूरे प्रदेश में विद्यालयों में एक साथ सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया था. उस समय एक करोड़ 33 लाख लोगों के पूरे प्रदेश में एक साथ सूर्य नमस्कार किया था. जो पूरे विश्व में इतनी बड़ी संख्या में सूर्य नमस्कार करने का विश्व रिकॉर्ड था. इस वर्ष प्रदेश में शिक्षा विभाग की ओर से सभी सरकारी, निजी विद्यालयों में सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश के स्कूली बच्चों ने पूरे जोश के साथ भाग लिया और अपने पिछले रिकार्ड को तोड़ते हुए नया रिकॉर्ड एक करोड़ 53 लाख से अधिक का बनाया.
हम सबके लिए गर्व की बात है: दिलावर ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हमारे नौनीहाल स्वस्थ रहें ताकि अपना भविष्य उज्जवल कर सकें. स्वस्थ रहने के लिए यह आवश्यक है कि प्रतिदिन व्यायाम किया जाए. इसलिए विद्यालयों में प्रतिदिन प्रार्थना सभा के बाद सूर्य नमस्कार कराया जाता है. क्योंकि सूर्य नमस्कार सर्व योग है और स्वस्थ तन, मन रखने के लिए सूर्य नमस्कार सर्वश्रेष्ठ योग है. दिलावर ने कहा कि यह हम सब के लिए गर्व की बात है कि सूर्य नमस्कार के लिए हर एक ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया.