झुंझुनू. जिले में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के भारतीय जनता पार्टी की सरकार के साथ एक तरह से गठबंधन टूटने और हनुमान बेनीवाल के आंदोलन कर रहे किसानों के साथ खुलकर आने के बाद यहां से आरएलपी पार्टी के कार्यकर्ता भी दल-बल के साथ रवाना हो गए हैं.
किसान बाहुल्य क्षेत्र होने और गत विधानसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल की पार्टी की ओर से 4 सीटों पर चुनाव लड़ने की वजह से यहां पर भी पार्टी का जनाधार है. ऐसे में पार्टी की ओर से आह्वान के बाद कार्यकर्ता दिल्ली में किसानों का साथ देने के लिए रवाना हो गए हैं.
जीतेंगे तो ही लौटेंगे
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के जिला संयोजक और झुंझुनू विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले राजेंद्र फौजी ने जत्थे की अगुवाई करते हुए कहा है कि या तो केंद्र सरकार को यह तीनों कानून वापस लेने पड़ेंगे या फिर यह किसान अपने घर नहीं लौटेंगे. यानी जीतेंगे तो ही वापस झुंझुनू लौटेंगे.
लगातार जुड़ती जाएंगी गाड़ियां
आरएलपी की ओर से दावा किया गया है कि झुंझुनू मुख्यालय से अभी फिलहाल केवल 15 गाड़ियां जा रही हैं, लेकिन रास्ते में नवलगढ़ गुड़ा चिड़ावा आदि स्थानों से होते हुए कम से कम 100 गाड़ियां हमारे नेता हनुमान बेनीवाल का साथ देने के लिए दिल्ली बॉर्डर पर पहुंचेगी.
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किसानों ने कहा कि वे नए साल का स्वागत अपने किसान भाइयों के साथ में दिल्ली के बॉर्डर पर ही करेंगे. साथ ही सरकार को हर हाल में तीनों कृषि कानून वापस लेने होंगे और इसके अलावा किसी मुद्दे पर बात नहीं होगी.