झुंझुनू. राजस्थान के सबसे बड़े ग्रामीण बैंक बड़ौदा राजस्थान क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के झुंझुनू स्थित क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से शुक्रवार को क्षेत्र में कार्यरत 73 शाखाओं की व्यवसाय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में शाखाओं की वित्तीय वर्ष 2020-21 के तीन त्रेमासों की समीक्षा की गई. बैठक की अध्यक्षता बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेश कुमार शर्मा ने की.
शर्मा नें बताया कि बैंक की जिले में कुल 94 शाखायें हैं. जिनमें से अधिकतर शाखायें सुदूरवर्ती इलाकों में आमजन को उत्कृष्ट बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करवा रही हैं. बैंक की ओर से सरकार प्रायोजित योजनाओं तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्य मंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, N.R.L.M, N.U.L.M जिले में कार्यरत सभी बैंकों के मुकाबले अधिक ऋण वितरण कर उद्योगधंधों, महिला स्वयं सहायता समुखों तथा उधमियों को स्वरोजगार सृजन तथा आय संवर्धन में सहायता प्रदान की गई हैं.
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साथ ही किसानों की आय दुगनी करने के राष्ट्रीय अभियान के तहत कृषि आधारित गतिविधियों यथा एग्रो-फ़ूड एंड प्रोसेसिंग, डेयरी, पशुपालन, किसान वाहन तथा अन्य कृषि गतिविधियों हेतु भूमिहीन मजदूरों, सीमांत, लघु किसानों, बुनकरों एवं दस्तकारों हेतु विभिन्न ऋण प्रदान किये जाते हैं. साथ ही महिला सशक्तिकरण की दिशा में स्वंय सहायता समूहों के माध्यम से महिलों को स्वरोजगार प्रदान करने में बैंक की अग्रणी भूमिका रही हैं.
बैंक को लगातार तीसरे वर्ष मिला पुरस्कार
ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्शेय से महिला स्वयं सहायता समूह को वित्तीय पोषित करने में किये गये कार्यों को मद्देनजर रखते हुए बैंक को ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार की ओर से प्रथम पुरस्कार लगातार तीसरे वर्ष प्रदान किया गया हैं.
सामाजिक सुरक्षा में भी विशेष योगदान
भारत सरकार की ओर से असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को रिटायरमेंट के पश्चात महत्वपूर्ण योजना 'अटल पेंशन योजना' में बैंक को इस वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय स्तर के 11 पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं. क्षेत्र में बैंक का कुल व्यवसाय 3200 करोड़ से अधिक का हैं. कोविड-19 महामारी के समय में बैंक पूर्ण रूप से अपने ग्रहकों के साथ हैं.
बैंक ने इस महामारी में उद्योगधंधों की वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए BRKGB-GECL एवं BRKGB–CECL योजनाओं में ऋण वितरित किये गये. साथ ही किसानों एवं स्वयं सहायता समूहों को अतिरिक्त आपातकालीन ऋण बैंक ने उपलब्ध कराये. बैंक की ओर से किसानों के हित में किसान स्वाभिमान योजना चलाई हैं. जिसमें किसानों को अपने फसली ऋण नियमित रखने में विशेष छूट प्रदान की जा रही हैं. क्षेत्र में बैंक का NPA एक प्रतिशत से भी कम हैं. वर्तमान वित्तीय वर्ष सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में बैंक की ओर से सर्वाधिक 5,00,000 से अधिक नये नामांकन दर्ज किये.