झुंझुनू. कृषि कानूनाें के विराेध में आंदोलन कर रहे किसान संगठन उग्र होते जा रहे हैं. किसान संगठनों और जनवादी संगठनों ने साेमवार को कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया. सुबह 11 बजे शुरू हुआ धरना शाम 4 बजे तक चला.
इस दौरान किसान कृषि कानूनों को लेकर आमजन से चर्चा करते नजर आए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके बाद प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया. शहीद भगत सिंह विचार मंच के संयाेजक एडवाेकेट बजरंग लाल ने कहा कि कृषि कानूनों से खेती तबाह हो जाएगी. अन्य वक्ताओं ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के चलते किसानाें काे अपना घर परिवार छाेड़ कर दिल्ली में धरना देना पड़ रहा है.
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भीषण सर्दी में खुले आकाश तले धरने पर बैठे किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है, लेकिन मोदी सरकार को इससे कोई सरोकार ही नहीं है. किसान कृषि कानूनाें काे खत्म करने तक आंदाेलन करते रहेंगे. ये कानून पूंजीपतियों के हितों को ध्यान में रखते हुए बनाए हैं.
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इन संगठनों ने लिया भाग...
भारतीय किसान यूनियन, शेखावाटी किसान मंच, मजदूर निर्माण यूनियन, शहीद भगत सिंह विचार मंच, पूर्व सैनिक संगठन, आम आदमी पार्टी, स्वराज अभियान के कार्यकर्ताओं के अलावा प्रगतिशील लेखक संघ एवं अन्य जनवादी संगठनों के प्रतिनिधियों भाग लिया.