झुंझुनू. जिले के मंडावा विधानसभा उपचुनाव को लेकर विरोधी पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है. बुधवार को शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने पूर्व गृह मंत्री और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया पर जोरदार हमला बोला. डोटासरा ने कटारिया के राजस्थान सरकार की उपलब्धियों के बारे में चुनौती देने वाले बयान को यह कहते हुए नकार दिया कि वे इस मामले में गंभीर नहीं हैं.
कटारिया की चुनौती पर बोलते हुए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि ' वे तो यूं ही कहते रहते हैं कटारिया जी ने जब से राजनीति में होश संभाला है तब से वे ऐसे ही चुनौती देते रहे हैं'. उन्होंने आगे कहा कि 'लगता है वे अपना गत कार्यकाल भूल गए हैं. उस दौरान वे अपने को आनंदपाल बताते थे'.
उन्होंने कहा कि जब कटारिया गृह मंत्री के पद पर थे तो सिपाही उनकी बात मानता ही नहीं था. वसुंधरा जी ने उन्हें चौक कर रखा था. डोटासरा ने कहा कि वे निश्चित ही बड़े नेता हैं लेकिन कटारिया जी और राजेंद्र राठौड़ का यहां कुछ भी बंटने वाला नहीं है.
इस दौरान डोटासरा ने राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर टिप्पड़ी करते हुए कहा कि पूर्व सीएम तो इस पूरे परिदृश्य से गायब हैं. वहीं, उन्होंने समूची भाजपा पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि पूरे राजस्थान में आरएसएस ने भाजपा पार्टी पर कब्जा कर रखा है.
कटारिया ने चुडैला में दी थी चुनौती
बता दें, कि एक दिन पहले यानी 15 अक्टूबर को मंडावा विधानसभा के चुडैला में आयोजित सभा को संम्बोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस सरकार को चुनौती दी थी कि अगर सरकार की कोई उपलब्धि है तो वे इस मंच पर आ जाएं, उन्हें यहां बोलने का मौका तक नहीं मिलेगा. इस दौरान उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि यदि सरकार के पास कोई उपलब्धि होती तो मंडावा में मुख्यमंत्री सभा नहीं करते.