झूंझुनू. नीम का थाना को जिला बनाने की घोषणा के बाद झूंझुनू जिले की गुढ़ागौडजी तहसील सहित उदयपुरवाटी की 4 दर्जन से ज्यादा ग्राम पंचायतों में विरोध शुरू हो गया है. सोमवार को गुढ़ा तहसील के लोगों ने झुंझुनू कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और उनके क्षेत्र को झुंझुनू जिले में रखने की मांग की है. प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ये हक और सम्मान की लड़ाई पहले है, राजनैतिक पार्टी बाद में.
पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी ने भी मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह लगातार जनता को बरगला रहे हैं. 6 महीने पहले जब हमने इसको लेकर आंदोलन छेड़ा था तो उन्होंने कहा था कि यह गुढ़ा और उदयपुरवाटी को छोड़कर नीम का थाना जिला बनाया जाएगा. अब जब ऐसा नहीं हुआ तो विपक्ष पर राजनीति करने का झूठा आरोप लगा रहे हैं. जिन लोगों को विपक्ष बताया जा रहा है, वह आम जनता है जो हक और सम्मान की लड़ाई लड़ रही है.
सरकार को विरोध का सामना करना पड़ सकता है : समिति संयोजक किसान नेता और कांग्रेसी करड़ाराम ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा प्रदेश में नए जिले बनाकर विकास करने की है, लेकिन हमारे क्षेत्र की दुविधा को भी उन्हें समझना चाहिए. नीम का थाना में जाने से हमारे क्षेत्र के लोगों को बड़ी तकलीफ होगी. सरकार को बड़े विरोध का सामना करना पड़ सकता है. कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. इसमें उन्होंने गुढ़ा तहसील को झुंझुनू जिले में ही रखे जाने की मांग की है. कांग्रेस नेताओं के अनुसार उनकी पंचायत से नीम का थाना 70 से 80 किलोमीटर दूरी पर है, जबकि झुंझुनू मुख्यालय 15 से 30 किलोमीटर की दूरी पर ही है. साथ ही झुंझुनू से गहरा लगाव है, जिसके चलते उनकी पंचायत को झुंझुनू जिले में रखा जाए.