झुंझुनू. इंदिरा नगर स्थित मुक्तिधाम में फलाहारी बाबा आनंद गिरि की अध्यक्षता में भगवान दत्तात्रेय गीता जयंती तीन दिवसीय महोत्सव मनाया जा रहा है. इस कार्यक्रम का शुभारंभ भगवान दत्तात्रेय की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर और पंडित मुकेश मोहनिया ने मंगलाचरण से किया. इस अवसर पर वक्ताओं ने सनातन धर्म की अलग-अलग घटनाओं के बारे में विचार व्यक्त किए और भगवान दत्तात्रेय के जीवन के बारे में उल्लेख किया. मुख्य अतिथि मिथिलेश गिरी जी महाराज थे.
गीता में है जीवन का सार...
आनंद गिरि महाराज ने सनातन धर्म के बारे में बोलते हुए कहा कि हमारा धर्म आज भी प्रासंगिक है और पुराने समय में जो हमारे ऋषि-मुनियों ने ज्ञान दिया है. यह जान पूरे विश्व को आलोकित करने वाला है और भविष्य का मार्ग दिखाने वाला है. गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जिस पर न केवल जीवन का सार है, बल्कि जिंदगी जीने का तरीका भी है और ऐसे में भारत का पुरातन ज्ञान ही ऐसा है, जिसे अपनाने पर ही पूरे विश्व को मोक्ष का मार्ग मिल सकेगा.
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वहीं, कार्यक्रम के दौरान भगवान दत्तात्रेय की पूजा की गई और इसके बाद युवा हिंदू वाहिनी के गठन पर प्रचार-प्रसार के बारे में बताया. इस दौरान एडवोकेट अशोक शर्मा, कृपा शंकर बावलिया, सनातन युवा हिंदू वाहिनी के जिलाध्यक्ष राकेश बावलिया, नगर अध्यक्ष शिवम गोयंका रवि शर्मा, प्रदुमन सिंह और गजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे.