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झुंझुनू : गैर सरकारी लोग करेंगे विकास कार्यों का सत्यापन - Jhunjhnu news

जिस तरह सरकारी निर्माण कार्य में गड़बड़ी के आरोप लगते रहते हैं, उनमें जनता से जुड़े लोग जांच करें तो लोकतंत्र में जनता की भागीदारी बढ़ेगी. लिहाजा जिला परिषद झुंझुनू ने गैर सरकारी लोगों से निर्माण कार्य और दूसरे विकास कार्यों की जांच कराने का निर्णय लिया है.

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गैर सरकारी लोग करेंगे विकास कार्यों का सत्यापन
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Published : Jan 18, 2020, 10:07 AM IST

झुंझुनू. जिले की 20 प्रतिशत यानि 60 ग्राम पंचायतों की ओर से 5 साल के दौरान कराए गए कार्यों का सत्यापन गैर सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शोध छात्रों, RTI कार्यकर्ताओं के साथ ही सेवानिवृत्त तकनीकी अधिकारियों से करवाया जाएगा. ग्रामीण विकास के विभिन्न योजनाओं की मार्ग निर्देशिका में कार्यों का तीसरे पक्ष से निरीक्षण कराने का प्रावधान है, लेकिन अबतक सिर्फ विभागीय अधिकारी ही यह काम करते आए हैं. पंचायत समिति और जिला परिषद के अधिकारी कार्यों के मूल्यांकन के लिए जिम्मेदार होते हैं, लिहाजा उनके मूल्यांकन की जांच वरिष्ठ अधिकारियों से कराने पर सही स्थिति सामने आना संभव नहीं होता है.

गैर सरकारी लोग करेंगे विकास कार्यों का सत्यापन

पढ़ें: दिल्ली चुनाव प्रचार : राजस्थान से 70 नेता, 6 मंत्री और 19 विधायक होंगे शामिल

मांगे गए हैं प्रस्ताव..

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट ने सूचना जारी कर गैर सरकारी अनुभवी व्यक्तियों का पैनल बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं. पैनल में शामिल तीसरे पक्ष की ओर से की जाने वाली सत्यापन कार्रवाई की जानकारी नवनिर्वाचित सरपंचों को भी दी जाएगी, ताकि वह अपने कार्यकाल में भी पंचायत के कामकाज में पारदर्शिता की प्रवृत्ति अपनाएं और सामाजिक अंकेक्षण सत्यापन के लिए ग्राम पंचायतों का चयन किया जाएगा. जिनमें सबसे ज्यादा राशि खर्च की गई है, उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें भी मिली है.

झुंझुनू. जिले की 20 प्रतिशत यानि 60 ग्राम पंचायतों की ओर से 5 साल के दौरान कराए गए कार्यों का सत्यापन गैर सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के शोध छात्रों, RTI कार्यकर्ताओं के साथ ही सेवानिवृत्त तकनीकी अधिकारियों से करवाया जाएगा. ग्रामीण विकास के विभिन्न योजनाओं की मार्ग निर्देशिका में कार्यों का तीसरे पक्ष से निरीक्षण कराने का प्रावधान है, लेकिन अबतक सिर्फ विभागीय अधिकारी ही यह काम करते आए हैं. पंचायत समिति और जिला परिषद के अधिकारी कार्यों के मूल्यांकन के लिए जिम्मेदार होते हैं, लिहाजा उनके मूल्यांकन की जांच वरिष्ठ अधिकारियों से कराने पर सही स्थिति सामने आना संभव नहीं होता है.

गैर सरकारी लोग करेंगे विकास कार्यों का सत्यापन

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मांगे गए हैं प्रस्ताव..

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट ने सूचना जारी कर गैर सरकारी अनुभवी व्यक्तियों का पैनल बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं. पैनल में शामिल तीसरे पक्ष की ओर से की जाने वाली सत्यापन कार्रवाई की जानकारी नवनिर्वाचित सरपंचों को भी दी जाएगी, ताकि वह अपने कार्यकाल में भी पंचायत के कामकाज में पारदर्शिता की प्रवृत्ति अपनाएं और सामाजिक अंकेक्षण सत्यापन के लिए ग्राम पंचायतों का चयन किया जाएगा. जिनमें सबसे ज्यादा राशि खर्च की गई है, उनमें सबसे ज्यादा शिकायतें भी मिली है.

Intro:लोकतंत्र तभी मजबूत है जिसमें जनता की भागीदारी हर तरह से हो । विशेषकर जिस तरह से विभिन्न तरह के सरकारी निर्माण कार्य में अनियमितताओं का आरोप लगते रहे हैं, उनमें भी यदि जनता से जुड़े लोग जांच करें तो निश्चित ही यह लोकतंत्र में जनता की भागीदारी की मंशा को परिपुष्ट करता है। जिला परिषद झुंझुनू ने इसी तरह से गैर सरकारी लोगो से निर्माण कार्य व अन्य विकास कार्यो की जांच करवाने का निर्णय किया है।







Body:झुंझुनू। जिले की 20% अर्थात 60 ग्राम पंचायतों के द्वारा गत 5 साल के दौरान करवाए गए कार्यो का सत्यापन गैर सरकारी संगठनों, विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों के शोध छात्रों, आरटीआई कार्यकर्ताओं तथा सेवा निर्मित तकनीकी अधिकारियों से करवाया जाएगा। ग्रामीण विकास के विभिन्न योजनाओं की मार्ग निर्देशिका में कार्यों का तृतीय पक्ष द्वारा निरीक्षण करवाने का प्रावधान है परंतु अभी तक केवल विभागीय अधिकारी ही यह कार्य करते आए हैं। पंचायत समिति तथा जिला परिषद के अधिकारी कार्यों के मूल्यांकन के लिए जिम्मेवार होने के कारण इनके द्वारा किए गए मूल्यांकन की जांच इन्हीं के वरिष्ठ अधिकारियों से करवाने पर वास्तु स्थिति सामने आना संभव नहीं होता है।


मांगे गए हैं प्रस्ताव
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामनिवास जाट ने सूचना जारी कर गैर सरकारी अनुभवी व्यक्तियों का पैनल बनाने के लिए प्रस्ताव मांगे हैं ।पैनल में शामिल तृतीय पक्ष कार द्वारा की जाने वाली सत्यापन कार्यवाही की जानकारी नवनिर्वाचित सरपंचों को भी दी जाएगी, ताकि वह अपने कार्यकाल में भी पंचायत के कामकाज में पारदर्शिता की प्रवृत्ति अपनाए। सामाजिक अंकेक्षण व सत्यापन के लिए ग्राम पंचायतों का चयन किया जाएगा जिनमें सबसे अधिक राशि खर्च की गई है तथा सबसे अधिक शिकायतें प्राप्त हुई है।



बाइट रामनिवास जाट मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद


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