खेतड़ी (झुंझुनू). न्यायिक व्यवस्था का आधार न्यायिक अधिकारीगण और अधिवक्ता के मजबूत कंधों की वजह से टिका हुआ है. ये बात मुख्य अतिथि न्यायाधिपति जयपुर इंद्रजीत सिंह ने खेतड़ी में नवनिर्मित न्यायालय भवन के लोकार्पण समारोह में कहा.
उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारीगण और अधिवक्ता दोनों एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं. एक के बिना दूसरा नहीं चल सकता है. नवनिर्मित न्यायालय भवन से आमजन को सुविधा मिलेगी. साथ ही उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि झुंझुनू वीरों की धरती है. स्वामी विविदिशानंद को खेतड़ी नरेश ने विवेकानंद बनाया और विश्व में स्वामी विवेकानंद ने भारत का नाम रोशन किया.
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कार्यक्रम के दौरान स्कूली बच्चों ने देशभक्ति की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी दी. जयपुर न्यायाधिपति इंद्रजीत सिंह ने नवनिर्मित न्यायालय भवन का विधिवत फीता काटकर जनता को सुपुर्द किया. झुंझुनू न्यायाधीश चंचल मिश्रा ने सभी आगंतुकों को धन्यवाद ज्ञापित किया.
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खेतड़ी अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश महावीर प्रसाद गुप्ता ने आगंतुकों का आभार जताते हुए कहा कि अब क्षेत्रवासियों के लिए नवनिर्मित भवन की वजह से अधिक सुविधाएं बढ़ जाएंगी. उन्होंने कहा कि खेतड़ी राजस्थान का पहला कस्बा होगा जिसमें 500 कदम की दूरी पर सभी महकमे एक साथ होंगे. न्यायालय भवन के लोकार्पण के पश्चात अतिथियों ने रामकृष्ण मिशन अजीत विवेक संग्रहालय का भी दौरा किया.
कार्यक्रम में झुंझुनू बार अध्यक्ष विजय ओला, एडीएम राजेंद्र अग्रवाल, खेतड़ी बार अध्यक्ष रामचंद्र यादव विशिष्ट अतिथि रहे. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता झुंझुनू न्यायाधीश चंचल मिश्रा ने की. सर्वप्रथम मुख्य अतिथि इंद्रजीत सिंह को खेतड़ी पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उसके बाद विजेंद्र सैनी, भूपेंद्र कुमार सोनी, कैलाश चंद्र शर्मा, पाबू दान सिंह महिपाल दोराता सहित सभी अधिवक्ताओं ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया.