चिड़ावा (झुंझुनू). पांच दिन बाद ही सहीं लेकिन पुलिस ने डबल मर्डर की गुत्थी को सुलझा दिया है. गांव श्यामपुरा मटाणा में हुए डबल मर्डर के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत दो को निरूद्ध किया है. वारदात में शामिल दो नाबालिग एक ही गांव के है तथा एक दूसरे गांव का है. वो भी नाबालिग ही है.
पुलिस ने खुलासा किया है कि राहुल और प्रेम के मर्डर के पीछे कारण ये रहा है कि आरोपी नाबालिगों में से एक आरोपी के साथ मारपीट हुई थी. जिसका बदला लेने के लिए ये डबल मर्डर का प्लान किया गया. पहले प्रेम का मर्डर किया गया उसके बाद राहुल का मर्डर किया गया.
ऐसे हुआ वारदाता का खुलासा-
बता दें कि मृतक राहुल उर्फ मोनू जो कि कारपेंटर का काम करता था और मृतक प्रेम सिंह गांव के राजीव जाट का ट्रैक्टर चलाता था. दोनों दोस्त थे. पिछले कुछ महीनों से मृतक राहुल एवं प्रेमसिंह तथा आरोपीगण के बीच रंजिश चल रही थी. इनकी आपस में उक्त घटना से मारपीट भी हुई थी.
दीपावली के दिन मृतक प्रेमसिंह द्वारा मृतक राहुल को दी गई, आरोपीगण की लोकेशन पर मटाणा गांव के चौक में मृतक राहुल ने अपने चचेरे भाई कुलदीप के साथ मिलकर एक आरोपी के साथ मारपीट की थी. जिस पर आरोपीगण द्वारा मृतक राहुल एवं प्रेमसिंह को ठिकाने लगाने की साजिश रच डाली.
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बता दें कि आरोपीगण द्वारा 28 अक्टूबर को गोरधन पूजा के दिन अपने कुछ दोस्तों से धारदार हथियार तलवार की मांग की गई लेकिन दोस्त द्वारा तलवार नहीं दिए जाने पर आरोपीगण ने गांव में ही किसी अन्य व्यक्ति से कपास की फसल काटने के लिए दो कुल्हाडी मंगवाई. रात्रि करीब 9 से 10 बजे के बीच मृतक प्रेमसिंह जब बाइक से मटाणा जोहड़ से गुजरा तब उसे रोककर बातों में उलझा लिया. फिर पूर्व नियोजित योजना के अनुसार मौके पर एक अन्य आरोपी को भी बुला लिया.
बाद में आरोपीगण ने मृतक प्रेमसिंह पर दबाव डालकर राहुल को घर से बुलाने के लिए फोन से मैसेज करवाया. मैसेज में राहुल किशोरपुरा स्कूल के पास आ जाने के लिए कहा गया. और इसी दौरान प्रेमसिंह की हत्या कर दी गई. हत्या करने के बाद प्रेमसिंह को घसीट कर लकड़ियों के पास डाल गया और बाइक से पेट्रोल निकाल कर मृतक के शव को आग लगाई.
वहां से मृतक की बाइक को लेकर राहुल के पास पहुंचे. राहुल के पास पहुंचते ही आरोपियों ने उस पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया गया. डबल मर्डर करने के बाद एक आरोपी अपने घर चला गया और दो आरोपी बाइक लेकर झुंझुनू में अपने परिचित के यहां चले गए. घटना के बाद आरोपीगण टैक्सी किराए पर लेकर दिल्ली गए और वहां से चंडीगढ़, पठानकोट होते हुए जम्मू एवं वैष्णों देवी चले गए.
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वहां पर वैष्णों देवी के दर्शन करने के बाद वापस दिल्ली आ गए. उसके बाद आरोपीगण के पास खर्च करने के लिए पैसा खत्म हुआ तो आरोपी ने अपने परिचित के पास रुपए लेने के लिए पहुंचा. जिसके आने की सूचना पुलिस को मिलने पर आरोपी को सोलाना के पास गोवला नंदी से दस्तयाब किया गया और दूसरे आरोपी को चनाना से दस्तयाब किया. घटना में शामिल दो नाबलिगों को निरूद्ध किया गया है. एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है. उक्त घटना को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी नाबालिग है और जो मारे गए वे भी नाबालिग थे.
डबल मर्डर की गुत्थी झुलझाने में इनका रहा अहम रोल-
झुंझुनू एसपी गौरव यादव ने डबल मर्डर की गुत्थी को झुलझाने के लिए एक स्पेशल टीम का गठन किया. इस टीम का निर्देशन खुद एसपी गौरव यादव ने किया तथा सुपरविजन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेंद्र मीना ने किया. टीम में चिड़ावा वृताधिकारी रघुवीर प्रसाद शर्मा, चिड़ावा थानाधिकारी लक्ष्मीनारायण, चनाना चौकी प्रभारी देवेंद्र कुमार, कांस्टेबल विकास कुमार, रवींद्र कुमार, रवि कुमार, धर्मेंद्र कुमार, महेंद्रसिंह, महावीर सिंह, महीपाल, संदीप कुमार, योगेंद्रसिंह, रामसिंह, विकास कुमार, जोगेंद्रसिंह, अनिल कुमार आदि शामिल थे.