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मंडावा विधानसभा सीट पर उपचुनाव में प्रदेश कांग्रेस महासचिव ने बताया खुद को दावेदार

मंडावा से भाजपा विधायक नरेंद्र खीचड़ के झुंझुनूं सांसद बनने के बाद खाली हुई विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए माहौल बनने लग गया है. इस सीट पर टिकट के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने शब्बीर हुसैन ने अपना दावा ठोका है.

मंडावा विधानसभा उपचुनाव में टिकट के लिए अल्पसंख्यकों का दावा
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Published : Jun 16, 2019, 9:34 PM IST

झुंझुनूं. मंडावा विधानसभा उपचुनाव के लिए बन रहे माहौल के बीच राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव शब्बीर हुसैन ने प्रेस वार्ता कर इस सीट पर उम्मीदवारी के लिए दावा ठोका है. शब्बीर हुसैन ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी संख्या में अल्पसंख्यक मतदाता है और वो हमेशा कांग्रेस को वोट देते आए हैं. ऐसे में पार्टी को इस बार अल्पसंख्यक समाज को टिकट देनी चाहिए और इसके लिए वह खुद भी दावेदार हैं. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और उनका कोई विरोध भी नहीं है.

मंडावा विधानसभा उपचुनाव में टिकट के लिए अल्पसंख्यकों का दावा

मंडावा विधानसभा के नुआ गांव निवासी कैप्टन अयूब खान झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद और मंत्री भी रहे थे. मंडावा विधानसभा में जाट समाज के बाद सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के मतदाता हैं. इसी कारण यहां से मुस्लिम समुदाय के प्रत्याशियों ने 25 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए हैं. भाजपा ने भी मुस्लिम समुदाय से सलीम तवर को प्रत्याशी बनाया था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. मंडावा विधानसभा में लंबे समय से जाट समुदाय का ही वर्चस्व रहा है. यहां से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान जैसे नेता विधायक रहे हैं. मंडावा विधानसभा का उपचुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा. दोनों ही पार्टियों से कई दावेदारों के नाम सामने आ सकते हैं.

झुंझुनूं. मंडावा विधानसभा उपचुनाव के लिए बन रहे माहौल के बीच राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव शब्बीर हुसैन ने प्रेस वार्ता कर इस सीट पर उम्मीदवारी के लिए दावा ठोका है. शब्बीर हुसैन ने कहा कि इस विधानसभा क्षेत्र में अच्छी खासी संख्या में अल्पसंख्यक मतदाता है और वो हमेशा कांग्रेस को वोट देते आए हैं. ऐसे में पार्टी को इस बार अल्पसंख्यक समाज को टिकट देनी चाहिए और इसके लिए वह खुद भी दावेदार हैं. उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और उनका कोई विरोध भी नहीं है.

मंडावा विधानसभा उपचुनाव में टिकट के लिए अल्पसंख्यकों का दावा

मंडावा विधानसभा के नुआ गांव निवासी कैप्टन अयूब खान झुंझुनूं लोकसभा सीट से सांसद और मंत्री भी रहे थे. मंडावा विधानसभा में जाट समाज के बाद सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के मतदाता हैं. इसी कारण यहां से मुस्लिम समुदाय के प्रत्याशियों ने 25 हजार से ज्यादा वोट हासिल किए हैं. भाजपा ने भी मुस्लिम समुदाय से सलीम तवर को प्रत्याशी बनाया था. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. मंडावा विधानसभा में लंबे समय से जाट समुदाय का ही वर्चस्व रहा है. यहां से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान जैसे नेता विधायक रहे हैं. मंडावा विधानसभा का उपचुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा. दोनों ही पार्टियों से कई दावेदारों के नाम सामने आ सकते हैं.

Intro:मंडावा विधायक नरेंद्र खीचड़ के झुंझुनू के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए माहौल बनने लग गया है। अब एक नया मोड़ दिया आ गया है , जब अल्पसंख्यकों ने भी इस सीट से अपना दावा ठोका है।


Body:झुंझुनू। मंडावा विधानसभा के उपचुनाव के लिए बन रहे माहौल के बीच राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव शब्बीर हुसैन ने प्रेस वार्ता कर अपने आप की दावेदारी व उम्मीदवारी कर इस सीट के लिए दावा ठोका है। शब्बीर हुसैन ने कहा कि इस सीट के ऊपर अच्छी खासी संख्या में अल्पसंख्यक निवासरत हैं और वे हमेशा कांग्रेस के वोटर रहे हैं। ऐसे में पार्टी को उनके लिए सोचना चाहिए और इस बार अल्पसंख्यक समाज को टिकट दी जानी चाहिए। इसके लिए वे खुद भी दावेदार हैं। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से कांग्रेस से जुड़े रहे हैं और उनका कोई विरोध भी नहीं है।


इसी विधानसभा का तोडा हुआ है रिकॉर्ड
इसी मंडावा विधानसभा के नुआ गांव निवासी कैप्टन अयूब खान राजस्थान में मुस्लिम समाज से दो बार सांसद रहने का रिकॉर्ड बनाया था। झुंझुनू लोकसभा सीट से सांसद और मंत्री भी रहे थे । मंडावा विधानसभा में जाट समाज के बाद सबसे अधिक मुस्लिम समुदाय के लोग ही रहते हैं। यही कारण है कि यहां से कई बार मुस्लिम समुदाय के प्रत्याशियों ने 20 से 25000 से ज्यादा वोट हासिल किए हैं। यहां पर एक बार तो भारतीय जनता पार्टी ने भी सलीम तवर को प्रत्याशी बनाया था हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। विधानसभा में लंबे समय से जाट समुदाय का ही वर्चस्व रहा है। इस विधानसभा से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामनारायण चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ चंद्रभान जैसे नेता विधायक रहे हैं।


Conclusion:मंडावा विधानसभा का चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा, दोनों ही पार्टियों से कई दावेदार अपना दमखम दिखाएंगे। इसलिए अभी और भी कई दावेदारों के नाम सामने आ सकते हैं।
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