सूरजगढ़ (झुंझुनू). जिले के सूरजगढ़ कस्बे में जन्माष्टमी पर्व खूब धूमधाम से मनाया गया. इस दौरान प्राचीन मंदिर स्वामी रूपदास मंदिर में भी हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी जन्माष्टमी पर्व हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया. इस बीच महंत क्रांतिदास महाराज के सानिध्य में दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम शनिवार से शुरू हो गया है. इस बीच मंदिर में 'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल' की नारें गूजंते रहे.
इस बीच शनिवार रात को भजन-कीर्तन भी किया गया. स्थानीय भजन कलाकारों ने भजनो की एक से बढ़कर एक मनमोहक प्रस्तुति से श्रोताओ को झूमने पर मजबूर कर दिया. ठीक 12 बजे के बाद प्रभु जन्म के अवसर पर मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. इस दौरान देर रात से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया, जो रविवार को भी जारी है.
यह भी पढे़ं- राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश की सीमाएं की गई सील...खुफिया एजेंसियों से मिले थे इनपुट
बता दें की सूरजगढ़ में स्थापित यह मंदिर करीब 435 वर्ष पुराना है. संत स्वामी रूपदास महाराज ने इस मंदिर की स्थापना की थी. मंदिर की स्थापना के बाद से ही इस मंदिर में जन्माष्टमी पर्व खूब धूमधाम से मनाया जाता है. इस मंदिर में पूजा करने के लिए केवल सूरजगढ़ ही नहीं दूर दराज के क्षेत्रों से भी श्रद्धालुओं आते हैं.