झुंझुनू. जनता जल योजना से निर्मित पंप चालकों ने प्रदर्शन किया और 25 सालों से अस्थाई रूप से काम करने का दुख जाहिर किया. इनके पक्ष में राजस्थान हाई कोर्ट डिसीजन दे चुका है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें स्थाई नहीं किया जा रहा है. ऐसे में जहां पर उनकी सेवाएं देते हुए जिंदगी बीत गई है, लेकिन सरकार अब भी उनके बारे में नहीं सोच रही है.
अब तक नहीं जारी हुआ स्थायीकरण आदेश :
जिलाध्यक्ष विजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हम लोग जनता जल योजना से निर्मित चालक पिछले 24 व 25 वर्षों से कार्य कर रहे हैं. हमको न्यूनतम मजदूरी का भुगतान दिया जा रहा है. राजस्थान उच्च न्यायालय की ओर से फैसला भी दिया जा चुका है, लेकिन पंप चालकों का स्थाईकरण आदेश जारी नहीं किया गया.
यह भी पढ़ें- बच्चों से कुकर्म का मामला: वकीलों ने लिया कुकर्मी शिक्षक की पैरवी नहीं करने का फैसला
सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय आश्वासन भी दिया था कि हमारी सरकार बनने पर पंप चालकों को स्थायी कर दिया जाएगा, परंतु अभी तक स्थायीकरण के आदेश जारी नहीं हुए. पंप चालकों ने कहा कि सरकार इसी माह के अंदर कोई भी निर्णय नहीं लेती है, तो पंचायत राज चुनाव का जमकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. पूरे जिलेभर में 500 पंप चालक हैं. 29 अगस्त 2017 को अंश कालिक पंप चालक घोषित किया जा चुका है और पंप चालकों को पूर्ण कालिका मनोदय दिए जाने चाहिए, जो अभी तक नहीं दिए जा रहे हैं.