झुंझुनू. गांव स्तर पर ही 17 से 24 मई तक सात दिन का जनता कर्फ्यू लगाया गया. इसका असर यह हुआ कि यहां कोरोना संक्रमण की चेन टूट गई. पहले रोजाना एक दर्जन से ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस आ रहे थे. अब एक-दो कोरोना मरीज ही मिल रहे हैं.
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इस गांव की मुहिम का हुआ हर कोई मुरीद
पूरे जिले में इस गांव के लोगों की इस खास मुहिम की हर कोई सराहना कर रहा है. सरपंच करणीराम ने बताया कि गांव में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा था. इस पर व्यापार मंडल ने ग्रामीणों से कोरोना की चेन तोडऩे को लेकर चर्चा की. सभी ने गांव में 7 दिन का जनता कर्फ्यू लगाने की सहमति दी. गांव में बाकायदा अनाउसमेंन्ट करवाया गया.
जनता कर्फ्यू में ये प्रतिबंध लगाए
जनता कर्फ्यू के दौरान किराना समेत अन्य जरूरी सामान की दुकानें भी बंद रहीं. आवागमन भी पूर्णतया प्रतिबंधित रहा. इसका असर ये हुआ कि जनता कर्फ्यू के दौरान कोरोना की चैन टूटी और सिर्फ दो ही केस कोरोना पॉजिटिव आए.
जनता कर्फ्यू की कड़ाई से पालना
ग्रामीणों ने एक समिति गठित की. इस समिति के सदस्यों ने दिनभर तैनात रहकर जनता कर्फ्यू की कड़ाई से पालना करवाई. कमेटी के सदस्य गांव में दिनभर विभिन्न पॉइंट पर तैनात रहते हैं ताकि बिना काम बाहर घूमने वालों पर नजर रखी जा सके. यदि कोई बाहर घूमता हुआ मिल जाता तो उसे समझा कर वापिस घर भेज दिया जाता है.
पॉजिटिव रोगियों का भी रखा पूरा ख्याल
इस गांव में जनता कर्फ्यू के साथ-साथ कोरोना पॉजिटिव रोगियों का भी पूरा ख्याल रखा गया. रोगी को किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए चिकित्सकों की टीम ने उनको घर पर ही दवाई उपलब्ध करवाई. इसके अलावा सर्वे का कार्य भी पूरी मुस्तैदी और तेजी से किया गया.