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जिले के दूध उत्पादकों पर रोजी रोटी का संकट, सरस डेयरी ने घरों से एकत्रित करना किया बंद

झुंझुनू में जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पर ताला लगने के कारण उत्पादकों को भारी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में लोगों ने प्रदर्शन करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया.

सरस डेयरी ने घरों से दूध एकत्रित करना किया बंद
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Published : Jun 3, 2019, 7:38 PM IST

झुंझुनू. सीकर और झुंझुनू जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना की झुंझुनू में चल रही दुग्ध और अवशीतन केन्द्र पर ताला लग जाने से दुग्ध उत्पादकों पर पहाड़ सा टूट पड़ा है. सरस दूध की इकाई में प्रतिदिन लगभग 10 हजार किलो दूध एकत्रित किया जा रहा था. खर्च की अधिकता की वजह से इस प्लांट को बंद किया गया है. इससे पहले इकाई की गाड़ियां घर-घर जाकर दूध एकत्रित किया करती थीं.

झुंझुनू में प्रदर्शन करते हुए दुग्ध उत्पादक

लोगों ने आरोप लगाया है कि एक जून से अचानक उनका दूध लेना बंद कर दिया गया. इसकी उन लोगों को पूर्व में कोई सूचना भी नहीं दी गई. इस तरह से अचानक इकाई बंद कर दिए जाने के खिलाफ सोमवार को लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर कर प्रदर्शन किया. साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द वापस इकाई शुरू करवाने की भी मांग की.

जिले में बनाई गई हैं केवल सात बीसीसी

अब जिले में केवल सात ब्रांच कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर किसान को खुद जाकर दूध पहुंचाना होगा. ऐसे में पूरे जिले के किसानों का दूध पहुंचाना बहुत ही मुश्किल है. क्योंकि जिन जगहों पर बीसीसी लगाई गई है. वहां से दूरी संकलन केंद्रों की कम से कम 20 से 25 किलोमीटर पड़ती है.

झुंझुनू. सीकर और झुंझुनू जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना की झुंझुनू में चल रही दुग्ध और अवशीतन केन्द्र पर ताला लग जाने से दुग्ध उत्पादकों पर पहाड़ सा टूट पड़ा है. सरस दूध की इकाई में प्रतिदिन लगभग 10 हजार किलो दूध एकत्रित किया जा रहा था. खर्च की अधिकता की वजह से इस प्लांट को बंद किया गया है. इससे पहले इकाई की गाड़ियां घर-घर जाकर दूध एकत्रित किया करती थीं.

झुंझुनू में प्रदर्शन करते हुए दुग्ध उत्पादक

लोगों ने आरोप लगाया है कि एक जून से अचानक उनका दूध लेना बंद कर दिया गया. इसकी उन लोगों को पूर्व में कोई सूचना भी नहीं दी गई. इस तरह से अचानक इकाई बंद कर दिए जाने के खिलाफ सोमवार को लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर कर प्रदर्शन किया. साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द वापस इकाई शुरू करवाने की भी मांग की.

जिले में बनाई गई हैं केवल सात बीसीसी

अब जिले में केवल सात ब्रांच कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर किसान को खुद जाकर दूध पहुंचाना होगा. ऐसे में पूरे जिले के किसानों का दूध पहुंचाना बहुत ही मुश्किल है. क्योंकि जिन जगहों पर बीसीसी लगाई गई है. वहां से दूरी संकलन केंद्रों की कम से कम 20 से 25 किलोमीटर पड़ती है.

Intro:झुंझुनू। सीकर झुंझुनू जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना की झुंझुनू में चल रही दुग्ध और अवशीतन इकाई के अचानक ताला लग जाने से जिले के दुग्ध उत्पादकों पर पहाड़ टूट पड़ा है। सरस दूध की इकाई में प्रतिदिन लगभग 10000 किलो दूध एकत्रित किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि खर्च की अधिकता की वजह से इस प्लांट को बंद किया गया है । गौरतलब है कि इससे पहले इकाई की गाड़ियां घर घर जाकर दूध एकत्रित किया करती थी ।


Body:नहीं दी गई पूर्व में कोई सूचना
किसानों ने आरोप लगाया है कि एक जून से अचानक किसानों से दूध लेना बंद कर दिया गया। इसकी किसानों को पूर्व में कोई सूचना भी नहीं दी गई। इस तरह से अचानक इकाई बंद कर दिए जाने के खिलाफ सोमवार को किसानों ने अपना गुस्सा जाहिर कर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द वापस इकाई शुरू करवाने की भी मांग की।


Conclusion:जिले में बनाई गई हैं केवल साथ बीसीसी
अब जिले में केवल 7 ब्रांच कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं जहां पर किसानों को खुद को जाकर दूध पहुंचाना होगा। ऐसे में पूरे जिले के किसानों का दूध पहुंचाना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि जिन जगहों पर बीसीसी लगाई गई है । वहां से दूरी संकलन केंद्रों की कम से कम 20 से 25 किलोमीटर पड़ती है।

बाइट 1
अनीता देवी आबूसर दुग्ध समिति

बाइट 2
धर्मवीर देलसर दुग्ध समिति
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