झुंझुनू. सीकर और झुंझुनू जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड पलसाना की झुंझुनू में चल रही दुग्ध और अवशीतन केन्द्र पर ताला लग जाने से दुग्ध उत्पादकों पर पहाड़ सा टूट पड़ा है. सरस दूध की इकाई में प्रतिदिन लगभग 10 हजार किलो दूध एकत्रित किया जा रहा था. खर्च की अधिकता की वजह से इस प्लांट को बंद किया गया है. इससे पहले इकाई की गाड़ियां घर-घर जाकर दूध एकत्रित किया करती थीं.
लोगों ने आरोप लगाया है कि एक जून से अचानक उनका दूध लेना बंद कर दिया गया. इसकी उन लोगों को पूर्व में कोई सूचना भी नहीं दी गई. इस तरह से अचानक इकाई बंद कर दिए जाने के खिलाफ सोमवार को लोगों ने अपना गुस्सा जाहिर कर प्रदर्शन किया. साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर जल्द से जल्द वापस इकाई शुरू करवाने की भी मांग की.
जिले में बनाई गई हैं केवल सात बीसीसी
अब जिले में केवल सात ब्रांच कलेक्शन सेंटर बनाए गए हैं. जहां पर किसान को खुद जाकर दूध पहुंचाना होगा. ऐसे में पूरे जिले के किसानों का दूध पहुंचाना बहुत ही मुश्किल है. क्योंकि जिन जगहों पर बीसीसी लगाई गई है. वहां से दूरी संकलन केंद्रों की कम से कम 20 से 25 किलोमीटर पड़ती है.