झुंझुनू. जिले में भले ही बारिश ने अभी तक मालामाल नहीं किया हो, लेकिन फिर भी रुक-रुककर और अलग-अलग समय में अलग-अलग स्थानों पर हो रही बारिश की वजह से जिले में 80 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है.
अब जिले की मुख्य फसल बाजरे का समय लगभग पूरा हो चुका है और कृषि विभाग की ओर से भी बाजरे की जगह दलहनी फसलों को बोने पर जोर दिया गया है. ऐसे में जिन पंचायतों में अभी भी बुवाई नहीं हो पाई है या जहां पर अभी भी बारिश नहीं हुई है, उनको आने वाले समय में चंवला, मूंग और ग्वार बोने से फायदा हो सकेगा.
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अब तक बुवाई की गई फसल और लक्ष्य, आंकड़े हेक्टेयर में
फसल | बुवाई लक्ष्य | बोया गया क्षेत्र |
बाजरा | 2,20,000 | 1,80,000 |
ग्वार | 60,000 | 44,000 |
मूंग | 55,000 | 30,000 |
चावला | 29,000 | 20,000 |
मूंगफली | 8000 | 17,400 |
कपास | 10,000 | 16,200 |
तिल | 1000 | 420 |
मोठ | 1000 | 0 |
अन्य | 7000 | 5000 |
योग | 3,91,000 | 3,13,20 |
बारिश से किसानों के खिले चेहरे
कई दिनों से अच्छी बरसात का लोगों का इंतजार खत्म हुआ. अंचल के कई जगह बुधवार रात तो कई जगह गुरुवार दिन में हुई अच्छी बरसात ने हर किसी के चेहरे पर खुशी ला दी. बारिश होने से सबसे ज्यादा खुशी किसानों को मिली, क्योंकि उनकी मुरझाती हुई फसलों में फिर से नई जान आ गई.
गुरुवार को जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, काली घटा छा गई और तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ, जो तेज बरसात में बदल गया. बरसात के कारण कई जगह सीवरेज के चेंबर के पास मिट्टी के कटाव से गहरे गड्ढे बन गए.
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मंडावा क्षेत्र में हुई अच्छी बरसात
मंडावा क्षेत्र में बुधवार रात्रि को अच्छी बरसात होने से किसानों के चेहरों पर रौनक आई. रात्रि में शुरू हुई बरसात कभी तेज तो कभी हल्की होती रही. बारिश से खेत तर हो गए. सावन की इस बरसात से फसल को फायदा होगा. वहीं लोगों को इस बरसात से गर्मी से राहत भी मिली हैं.