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झुंझुनूः झमाझम बारिश से मुरझाती फसलों में आई जान, जिले में हो चुकी है 80 फीसदी बुवाई - राजस्थान की खबर

झुंझुनू में गुरुवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, काली घटा छा गई और तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ, जो तेज बरसात में बदल गया. इस बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी, वहीं किसानों की मुरझाती हुई फसलों में फिर से नई जान आ गई.

Good rain occurred in Mandawa, बारिश से किसानों के चेहरे पर दिखी खुशी
बारिश से किसानों के चेहरे पर दिखी खुशी
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Published : Jul 23, 2020, 6:58 PM IST

झुंझुनू. जिले में भले ही बारिश ने अभी तक मालामाल नहीं किया हो, लेकिन फिर भी रुक-रुककर और अलग-अलग समय में अलग-अलग स्थानों पर हो रही बारिश की वजह से जिले में 80 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है.

अब जिले की मुख्य फसल बाजरे का समय लगभग पूरा हो चुका है और कृषि विभाग की ओर से भी बाजरे की जगह दलहनी फसलों को बोने पर जोर दिया गया है. ऐसे में जिन पंचायतों में अभी भी बुवाई नहीं हो पाई है या जहां पर अभी भी बारिश नहीं हुई है, उनको आने वाले समय में चंवला, मूंग और ग्वार बोने से फायदा हो सकेगा.

बारिश से किसानों के चेहरे पर दिखी खुशी

पढ़ेंः अन्न-जल त्याग खेत में बैठा किसान...जानें क्या है पूरा मामला

अब तक बुवाई की गई फसल और लक्ष्य, आंकड़े हेक्टेयर में

फसल बुवाई लक्ष्य बोया गया क्षेत्र
बाजरा2,20,0001,80,000
ग्वार60,00044,000
मूंग55,00030,000
चावला29,00020,000
मूंगफली 800017,400
कपास10,00016,200
तिल1000420
मोठ1000 0
अन्य 70005000
योग 3,91,0003,13,20

बारिश से किसानों के खिले चेहरे

कई दिनों से अच्छी बरसात का लोगों का इंतजार खत्म हुआ. अंचल के कई जगह बुधवार रात तो कई जगह गुरुवार दिन में हुई अच्छी बरसात ने हर किसी के चेहरे पर खुशी ला दी. बारिश होने से सबसे ज्यादा खुशी किसानों को मिली, क्योंकि उनकी मुरझाती हुई फसलों में फिर से नई जान आ गई.

गुरुवार को जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, काली घटा छा गई और तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ, जो तेज बरसात में बदल गया. बरसात के कारण कई जगह सीवरेज के चेंबर के पास मिट्टी के कटाव से गहरे गड्ढे बन गए.

पढ़ें- नागौर में हुई झमाझम बारिश, फसलों के लिए फायदेमंद

मंडावा क्षेत्र में हुई अच्छी बरसात

मंडावा क्षेत्र में बुधवार रात्रि को अच्छी बरसात होने से किसानों के चेहरों पर रौनक आई. रात्रि में शुरू हुई बरसात कभी तेज तो कभी हल्की होती रही. बारिश से खेत तर हो गए. सावन की इस बरसात से फसल को फायदा होगा. वहीं लोगों को इस बरसात से गर्मी से राहत भी मिली हैं.

झुंझुनू. जिले में भले ही बारिश ने अभी तक मालामाल नहीं किया हो, लेकिन फिर भी रुक-रुककर और अलग-अलग समय में अलग-अलग स्थानों पर हो रही बारिश की वजह से जिले में 80 प्रतिशत बुवाई पूरी हो चुकी है.

अब जिले की मुख्य फसल बाजरे का समय लगभग पूरा हो चुका है और कृषि विभाग की ओर से भी बाजरे की जगह दलहनी फसलों को बोने पर जोर दिया गया है. ऐसे में जिन पंचायतों में अभी भी बुवाई नहीं हो पाई है या जहां पर अभी भी बारिश नहीं हुई है, उनको आने वाले समय में चंवला, मूंग और ग्वार बोने से फायदा हो सकेगा.

बारिश से किसानों के चेहरे पर दिखी खुशी

पढ़ेंः अन्न-जल त्याग खेत में बैठा किसान...जानें क्या है पूरा मामला

अब तक बुवाई की गई फसल और लक्ष्य, आंकड़े हेक्टेयर में

फसल बुवाई लक्ष्य बोया गया क्षेत्र
बाजरा2,20,0001,80,000
ग्वार60,00044,000
मूंग55,00030,000
चावला29,00020,000
मूंगफली 800017,400
कपास10,00016,200
तिल1000420
मोठ1000 0
अन्य 70005000
योग 3,91,0003,13,20

बारिश से किसानों के खिले चेहरे

कई दिनों से अच्छी बरसात का लोगों का इंतजार खत्म हुआ. अंचल के कई जगह बुधवार रात तो कई जगह गुरुवार दिन में हुई अच्छी बरसात ने हर किसी के चेहरे पर खुशी ला दी. बारिश होने से सबसे ज्यादा खुशी किसानों को मिली, क्योंकि उनकी मुरझाती हुई फसलों में फिर से नई जान आ गई.

गुरुवार को जिले में अचानक मौसम का मिजाज बदल गया, काली घटा छा गई और तेज गर्जना के साथ बूंदाबांदी का दौर शुरू हुआ, जो तेज बरसात में बदल गया. बरसात के कारण कई जगह सीवरेज के चेंबर के पास मिट्टी के कटाव से गहरे गड्ढे बन गए.

पढ़ें- नागौर में हुई झमाझम बारिश, फसलों के लिए फायदेमंद

मंडावा क्षेत्र में हुई अच्छी बरसात

मंडावा क्षेत्र में बुधवार रात्रि को अच्छी बरसात होने से किसानों के चेहरों पर रौनक आई. रात्रि में शुरू हुई बरसात कभी तेज तो कभी हल्की होती रही. बारिश से खेत तर हो गए. सावन की इस बरसात से फसल को फायदा होगा. वहीं लोगों को इस बरसात से गर्मी से राहत भी मिली हैं.

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