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हारेगा कोरोनाः गांव को Corona से बचाने आगे आए युवा, खुद कर रहे गांव की पहरेदारी - jhunjhunu news

कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए झुंझुनू के मालीगांव के युवाओं ने बीड़ा उठाया है. ये युवा दिन रात गांव की सीमी पर पहरा देते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि कोई अनावश्यक काम से गांव के भीतर या बाहर ना जाए. साथ ही ये युवा घरों में जरूरी सामान की सप्लाई भी कर रहे हैं.

झुंझुनू न्यूज, jhunjhunu news
गांव के लोगों ने नाका लगाकर किया लॉकडाउन
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Published : Apr 5, 2020, 6:07 PM IST

झुंझुनू. जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. ऐसे में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जिला प्रशासन ने मुख्यालय सहित तीन कस्बों में कर्फ्यू लगा रखा है, तो लोग भी अपने अपने तरीके से इसका बचाव कर रहे हैं.

गांव के लोगों ने नाका लगाकर किया लॉकडाउन

जिले के मालीगांव के लोगों ने अपने गांव के रास्तों पर नाकाबंदी लगाकर पूरे गांव को लॉकडाउन कर दिया है. यहां तक कि रात्रि में भी गांव के युवक गश्त करते है कि ना तो यहां से कोई बाहर जाए और ना ही गांव में कोई आए.

अति आवश्यक होने पर ही स्वीकृति

गांव के निवासी अजीत भांबू ने बताया कि ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए गांव के चारों तरफ के रास्तों को बंद कर दिया है, ताकि बिना वजह बाहर से आने वाले लोगों की आवाजाही बंद हो. साथ ही मालीगांव के नौजवान मिलकर सभी नाकों पर रात भर गश्त कर बाहर से आने-जाने वालों पर निगरानी कर सूची तैयार करते हैं. अति आवश्यक कार्य होने पर जाने दिया जाता है. इसकी पुलिस ने भी सराहना की है और बीट प्रभारी ने गांव की नाकाबंदी के केंद्रों पर आकर ग्रामीणों के नौजवानों का हौसला बढ़ाया और अच्छा काम बताया.

ये पढ़ेंः कोरोना संकट: सही समय पर सही फैसले लिए गए, केंद्र सरकार ने भी की सराहना : CM गहलोत

घर पर भी दे रहे सेवा

वहीं गांव के नौजवान लोगों को किराना का सामान तथा सब्जी भी जरूरत पड़ने पर घरों पर ही सप्लाई कर रहे हैं. इसके अलावा गांव में गत दिनों में जो लोग बाहर से आए हैं, उनके घरों पर तो आवश्यक रूप से सामान गांव के युवा ही सप्लाई करते हैं और उनको किसी भी हालात में घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है.

पढे़ं. स्पेशल रिपोर्ट: सीकर में 3800 लोगों को नहीं मिल सकेगी राहत राशि, बैंक खातों में है गड़बड़ी

वहीं गांव के रास्तों से अन्य गांवों के लोग जो यहां से निकलना चाहते हैं, उनको भी गांव से नहीं निकलने दिया जा रहा है और बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान सब को घरों में ही रहना है.

झुंझुनू. जिले में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. ऐसे में कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जिला प्रशासन ने मुख्यालय सहित तीन कस्बों में कर्फ्यू लगा रखा है, तो लोग भी अपने अपने तरीके से इसका बचाव कर रहे हैं.

गांव के लोगों ने नाका लगाकर किया लॉकडाउन

जिले के मालीगांव के लोगों ने अपने गांव के रास्तों पर नाकाबंदी लगाकर पूरे गांव को लॉकडाउन कर दिया है. यहां तक कि रात्रि में भी गांव के युवक गश्त करते है कि ना तो यहां से कोई बाहर जाए और ना ही गांव में कोई आए.

अति आवश्यक होने पर ही स्वीकृति

गांव के निवासी अजीत भांबू ने बताया कि ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते हुए गांव के चारों तरफ के रास्तों को बंद कर दिया है, ताकि बिना वजह बाहर से आने वाले लोगों की आवाजाही बंद हो. साथ ही मालीगांव के नौजवान मिलकर सभी नाकों पर रात भर गश्त कर बाहर से आने-जाने वालों पर निगरानी कर सूची तैयार करते हैं. अति आवश्यक कार्य होने पर जाने दिया जाता है. इसकी पुलिस ने भी सराहना की है और बीट प्रभारी ने गांव की नाकाबंदी के केंद्रों पर आकर ग्रामीणों के नौजवानों का हौसला बढ़ाया और अच्छा काम बताया.

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घर पर भी दे रहे सेवा

वहीं गांव के नौजवान लोगों को किराना का सामान तथा सब्जी भी जरूरत पड़ने पर घरों पर ही सप्लाई कर रहे हैं. इसके अलावा गांव में गत दिनों में जो लोग बाहर से आए हैं, उनके घरों पर तो आवश्यक रूप से सामान गांव के युवा ही सप्लाई करते हैं और उनको किसी भी हालात में घर से बाहर निकलने पर पाबंदी है.

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वहीं गांव के रास्तों से अन्य गांवों के लोग जो यहां से निकलना चाहते हैं, उनको भी गांव से नहीं निकलने दिया जा रहा है और बताया जा रहा है कि लॉकडाउन के दौरान सब को घरों में ही रहना है.

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