झुंझुनू. जेल एक ऐसी जगह है जहां पर सीमित जगह पर बड़ी संख्या में कैदी रहते है. ऐसे में कोरोनावायरस और लॉकडाउन के बीच सोशल डिस्टेंस बनाना एक बेहद मुश्किल काम है. यदि जेल में एक बार किसी भी कैदी को संक्रमण हो गया तो निश्चित रुप में बड़ी परेशानी हो सकती है क्योंकि कैदियों को ना तो छोड़ा जा सकता है ना दूसरी जेल में शिफ्ट किया जा सकता है. क्योंकि ऐसा करने पर अन्य जेलों में भी संक्रमण की आशंका बढ़ जाएगी.
ऐसे में झुंझुनू जिला जेल में भी कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन पूरी ताकत से जुटा हुआ है. जेल में महिला कैदी खुद ही सबके लिए मास्क तैयार कर रही हैं जो जेल में बंद अन्य लोगों के काम आ रहे हैं. इसके अलावा यह मास्क जेल प्रहरी और आरएसी के जवानों को भी वितरित किए जा रहे हैं. ऐसे में हर दिन नियमित रूप से कैदियों की स्वास्थ्य स्क्रीनिंग, नई आमद वाले कैदियों की सैंपलिंग और सोशल डिस्टेंसिंग की जानकारी देने के साथ-साथ प्रत्येक घंटे कैदियों को हाथ धुलवाने, सैनिटाइज करने की गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है.
कारागृह में कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए हाइपोक्लोराइड सोडियम का कई बार छिड़काव करवाया जा चुका है. जिस कारण जेल में अभी तक कोई भी संदिग्ध बंदी कोरोना संक्रमित मरीज के रूप में सामने नहीं आया है. वहीं बाहर से जेल में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति को सैनिटाइज करने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है. इसके अलावा जो भी नए बंदी जेल में आ रहे हैं उनको 14 दिन तक अलग रखा जा रहा है.