झुंझुनू. प्रधानाध्यापक भर्ती-2018 में भूतपूर्व सैनिकों का रोका हुआ परिणाम जारी करने की मांग एक बार फिर जोर पकड़ रही है. गौरव सेनानी शिक्षक संघ ने आरपीएससी सचिव शुभम चौधरी एवं संयुक्त सचिव नीतू यादव को ज्ञापन देते हुए परिणाम जल्द जारी करने की मांग की है.
ज्ञापन में बताया कि प्रधानाध्यापक भर्ती में भूतपूर्व सैनिकों के 60 पद आरक्षित थे. इसमें से 7 को नियुक्ति दे दी गई है. साथ ही 19 का रिजल्ट जारी किया गया, लेकिन, 34 भूतपूर्व सैनिक चयनित अभ्यर्थियों का अभी तक रिजल्ट जारी नहीं हुआ. मांगों को लेकर आरपीएससी सचिव के समक्ष पहुंचे गौरव सेनानी शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को एक बार फिर राजस्थान लोक सेवा आयोग सेक्रेटरी ने रोका हुआ परिणाम निकालने का आश्वासन दिया है. साथ ही कहा कि परीक्षा परिणाम तैयार हो चुका है, शीघ्र ही जारी कर डॉक्यूमेंट बीकानेर भेजे जाएंगे.
न्यायालय ने दी हरी झंडी
गौरव सेनानी शिक्षक संघ के पदाधिकारियों की ओर से सौंपे गए ज्ञापन में बताया है कि मामले में 27 जनवरी को न्यायालय ने भी भर्ती से संबंधित सभी रिट खारिज कर दिया है. साथ ही न्यायालय ने आरपीएससी को रिजल्ट घोषित करने के लिए कहा है. इस भर्ती में दोहरे लाभ को लेकर न्यायालय में मामला चल रहा था, जिसके लिए न्यायालय ने 22.8. 2019 को कार्मिक विभाग के सर्कुलर 16.8.16 की दोबारा से व्याख्या कर दी.
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न्यायालय ने सेना शिक्षा कोर से सेवानिवृत्त हुए सैनिकों का अनुभव सही माना तथा उनके लिए निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने जिला सैनिक कल्याण अधिकारी के जरिए अनुभव प्रमाण पत्र देने के बाद उन्हें पात्र मानने के लिए आदेश निकाला. कार्मिक विभाग ने भूतपूर्व सैनिकों को ए और बी श्रेणी में आरक्षण मिलने के बाद इस भर्ती को प्रथम अनुभव आधारित भर्ती मानते हुए पूर्व में लगे हुए शिक्षकों को अनुभव के आधार पर भर्ती में शामिल करने को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया.