सूरजगढ़ (झुंझुनू). कस्बे के सरकारी कॉलेज के निर्माण की आस अब पूरी होती नजर आने लगी है. दो दिन पूर्व जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा ली गई मीटिंग में जनप्रतिनिधियों द्वारा सरकार की बजट के दौरान सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा पर अधिकारियों द्वारा कोई विशेष ध्यान नहीं देने की शिकायतें की गई थी. इस पर मंत्री ने प्रसाशनिक अधिकारियों पर नाराजगी जताई थी. मंत्री की नाराजगी के बाद जिला कलेक्टर सरकारी कॉलेजों को लेकर सख्त नजर आने लगे हैं.
बता दें कि प्रदेश सरकार कि ओर से इस वर्ष बजट सत्र में सूरजगढ़ में सरकारी कॉलेज खोलने की घोषणा की गई थी. घोषणा के इतने दिन बीत जाने के बाद भी कॉलेज के भवन के लिए भूमि चयनित नहीं हो पाई है. प्रभारी मंत्री की नाराजगी के बाद जिला कलेक्टर उमरद्दीन खान ने सूरजगढ़ में सरकारी कॉलेज खोले जाने को लेकर दौरा किया. जिला कलेक्टर उमरद्दीन खान ने एसडीएम अभिलाषा सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ नगर पालिका की चाणक्यपुरी में कचरा डंप किए जाने वाली भूमि का निरिक्षण किया.
इस दौरान मौके पर मौजूद पालिका ईओ सत्यनारायण स्वामी से सरकारी कॉलेज के नगर पालिका क्षेत्र में सरकारी भूमि की मांग की. इस पर ईओ ने बताया कि चाणक्यपुरी की इस भूमि के अलावा अन्य कोई भूमि नहीं है, जिस पर जिला कलेक्टर उमरद्दीन खान ने एसडीएम अभिलाषा सिंह और तहसीलदार बंशीधर योगी को निर्देश दिए कि सरकारी कॉलेज के लिए उक्त भूमि का प्रस्ताव बनवाकर भिजवाए.
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सूरजगढ़ कस्बे कोरोना काल के दौरान राजकीय बालिका विद्यालय में अस्थाई रूप से कॉलेज का संचालन तो शुरू कर दिया गया, लेकिन वहां जगह के अभाव में इसे दूसरी जगह स्थानांतरित किए जाने की मांग स्थानिय लोगों द्वारा की जा रही है. जिला कलेक्टर के दौरे और कॉलेज के लिए चाणक्यपुरी में भूमि चिन्हित किए जाने के बाद सरकारी कॉलेज के लिए भवन निर्माण की आस अब पूरी होती नजर आ रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि शीघ्र ही उक्त भूमि का प्रपोजल बनाकर सरकार को भेजे जाने के बाद उक्त भूमि पर राजकीय कॉलेज का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा.