ETV Bharat / state

फर्जी तरीके से भामाशाह खाद्य सुरक्षा कार्ड बनाने के मामले में अब हुआ ये खुलासा, विधायकी का चुनाव लड़ने वाले का नाम आया सामने - issue of adding name

भ्रष्टाचार से सिस्टम में ऐसे भी सेंध लगाई जा सकती है, जहां उप जिला कलेक्टर के अधिकार ही बिक गए. ऐसा ही मामला राजस्थान के झुंझनू से सामने आई है, जिसमें आरोपियों ने उप जिला कलेक्टर की आईडी चुरा ली और उनके अधिकारों का उपयोग खुद करने लगे.

rajasthan news, भामाशाह कार्ड मामले में खुलासा
author img

By

Published : Aug 20, 2019, 8:17 PM IST

झुंझुनू. उप जिला कलेक्टर की आईडी व पासवर्ड चुराकर फर्जी रूप से 30 हजार से अधिक भामाशाह खाद्य सुरक्षा कार्ड बनाने के मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि भ्रष्टाचार की जड़ें अंदर तक हैं. पुलिस की जांच में सामने आया है कि जून से दिसंबर तक ऑफलाइन कार्ड विधायक का चुनाव लड़ने वाले बबलू चौधरी उर्फ निषित कुमार कुमार के क्रेशर पर बैठकर उनके कंप्यूटर पर बनाए गए हैं.

फर्जी खाद्य सुरक्षा कार्ड मामला झुंझुनू

बृजेंद्र ओला के खिलाफ लड़ा था चुनाव...
बबलू चौधरी ने कांग्रेस नेता बृजेंद्र ओला के खिलाफ विधायक का चुनाव लड़ा था और 30 हजार मत लाकर सबको आश्चर्य में डाल दिया था. बबलू ने भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन बाद में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके अलावा एक अन्य नेता राजू मारिगसर का नाम भी सामने है और उनको भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. ईटीवी ने इस बारे में बबलू चौधरी से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने बाहर होना बताया और दो-तीन दिन बाद अपना पक्ष रखने की बात कही.

पढ़ें: मंत्री शांति धारीवाल और पुलिस कमिश्नर सार्वजनिक रूप से मांगे माफी : कालीचरण सराफ

यह था पूरा मामला...
गौरतलब है कि 6 अगस्त को उप जिला कलेक्टर सुरेंद्र सिंह यादव ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था कि उनके आईडी व पासवर्ड चुराकर फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा में नाम जोड़े जा रहे हैं. इसके बाद सामने आया कि ई-मित्र संचालक सुनील ने उस समय वहां कार्यरत बाबू योगेश से पैसे के बदले आईडी व पासवर्ड लिए थे. बाद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. अब इसी मामले में नए खुलासे हो रहे हैं.

झुंझुनू. उप जिला कलेक्टर की आईडी व पासवर्ड चुराकर फर्जी रूप से 30 हजार से अधिक भामाशाह खाद्य सुरक्षा कार्ड बनाने के मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं. इससे साफ जाहिर हो रहा है कि भ्रष्टाचार की जड़ें अंदर तक हैं. पुलिस की जांच में सामने आया है कि जून से दिसंबर तक ऑफलाइन कार्ड विधायक का चुनाव लड़ने वाले बबलू चौधरी उर्फ निषित कुमार कुमार के क्रेशर पर बैठकर उनके कंप्यूटर पर बनाए गए हैं.

फर्जी खाद्य सुरक्षा कार्ड मामला झुंझुनू

बृजेंद्र ओला के खिलाफ लड़ा था चुनाव...
बबलू चौधरी ने कांग्रेस नेता बृजेंद्र ओला के खिलाफ विधायक का चुनाव लड़ा था और 30 हजार मत लाकर सबको आश्चर्य में डाल दिया था. बबलू ने भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन बाद में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके अलावा एक अन्य नेता राजू मारिगसर का नाम भी सामने है और उनको भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है. ईटीवी ने इस बारे में बबलू चौधरी से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने बाहर होना बताया और दो-तीन दिन बाद अपना पक्ष रखने की बात कही.

पढ़ें: मंत्री शांति धारीवाल और पुलिस कमिश्नर सार्वजनिक रूप से मांगे माफी : कालीचरण सराफ

यह था पूरा मामला...
गौरतलब है कि 6 अगस्त को उप जिला कलेक्टर सुरेंद्र सिंह यादव ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था कि उनके आईडी व पासवर्ड चुराकर फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा में नाम जोड़े जा रहे हैं. इसके बाद सामने आया कि ई-मित्र संचालक सुनील ने उस समय वहां कार्यरत बाबू योगेश से पैसे के बदले आईडी व पासवर्ड लिए थे. बाद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. अब इसी मामले में नए खुलासे हो रहे हैं.

Intro:भ्रष्टाचार से सिस्टम में ऐसे भी सेंध लगा ली जाती है कि उप जिला कलेक्टर के अधिकार ही बिक गए। खाद्य सुरक्षा में जोड़ने की शक्ति केवल उप जिला कलेक्टर के पास ही होती है लेकिन आरोपियों ने उनकी आईडी चुरा ली और एसडीएम के अधिकारों का उपयोग खुद से ही करने लग गए।


Body:झुंझुनू। उप जिला कलेक्टर की आईडी व पासवर्ड चुराकर फर्जी रूप से 3000 से अधिक भामाशाह खाद्य सुरक्षा कार्ड बनाने के मामले में नित्य नए खुलासे हो रहे हैं और साफ जाहिर हो रहा है कि भ्रष्टाचार की जड़ें अंदर तक है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि जून से दिसंबर तक ऑफलाइन कार्ड विधायक का चुनाव लड़ने वाले बबलू चौधरी उर्फ निषित कुमार कुमार के क्रेशर पर बैठकर उनके कंप्यूटर पर बनाए गए हैं।

बृजेंद्र ओला के खिलाफ लड़ा था चुनाव
बबलू चौधरी ने कांग्रेस नेता बृजेंद्र ओला के खिलाफ विधायक का चुनाव लड़ा था और 30000 मत लाकर सब को आश्चर्य में डाल दिया था। उन्होंने भाजपा से टिकट मांगा था लेकिन बाद में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था। इसके अलावा एक अन्य नेता राजू मारिगसर का नाम भी सामने है और उनको भी पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। ईटीवी ने इस बारे में बबलू चौधरी से ईटीवी ने बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने बाहर होना बताया और दो-तीन दिन बाद अपना पक्ष रखने की बात कही। हालांकि उन्होंने फोन पर कहा है कि कोई भी जांच एजेंसी जांच करेंगे ,पूरा सहयोग करेंगे, मामले से उनका कोई लेना-देना नहीं है।

यह था पूरा मामला
गौरतलब है कि 6 अगस्त को उप जिला कलेक्टर सुरेंद्र सिंह यादव ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया था कि उनके आईडी पासवर्ड चुरा कर फर्जी तरीके से खाद्य सुरक्षा में नाम जोड़े जा रहे हैं ।इसके बाद सामने आया कि ईमित्र संचालक सुनील ने उस समय वहां कार्यरत बाबू योगेश से पैसे के बदले आईडी पासवर्ड लिए थे। बाद में पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया ,अब इसी मामले में नए खुलासे हो रहे हैं।


गोपाल सिंह ढाका थानाधिकारी कोतवाली



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.