झुंझुनू. राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिलाओं पर हो रहे अत्याचार समेत कई मुद्दों को लेकर प्रदेश व्यापी आह्वान पर जिलाध्यक्ष पवन मावंडिया की अगुवाई में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हल्ला बोल के कार्यक्रम के तहत जिला कलक्ट्रेट पर धरना-प्रदर्शन किया. साथ ही जिला कलक्टर को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा.
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधिच ने कहा कि आज अनुसूचित जाति पर हो रहे अत्याचार के मामले में राजस्थान प्रथम स्थान पर पहुंच गया है. जिलाध्यक्ष पवन मांवडिया ने कहा कि इस सरकार ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है. आज मंदिरों में पुजारी सुरक्षित नहीं है, घर में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है.
पूरे राज्य में अराजकता का माहौल है. उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों और नोजवानों को झूठे वादों के दम पर बरगला कर सत्ता में आई कांग्रेस सरकार मात्र दो साल में ही जनता का विश्वास खो चुकी है. मुख्यमंत्री सहित सत्ताधारी दल के विधायकों में गुटबाजी के चलते पनपे अविश्वास और दो भागों में बंटी कांग्रेस पार्टी आमजन के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भूलकर एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे हुए हैं.
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किसानों को कर्जमाफी और बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा अपने घोषणा पत्र में करने वाली कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने के बाद अपने सभी वादों को भुला दिया है. उन्होंने कहा कि बेरोजगारों के लिए इस सरकार के पास न कोई नीति है और ना ही कोई योजना है. आमजन में भय व्याप्त है.
स्थिति यह है कि अपराधी जेलों में बैठकर अपना नेटवर्क संचालित कर अपराधों को बेखौफ अंजाम दे रहे हैं. आज राजस्थान रेपिस्तान बन चुका है. महिलाओं से न्याय के नाम पर पुलिस ही अस्मत मांग रही है. हल्ला बोल कार्यक्रम में राष्ट्रीय परिषद प्रतिनिधि विशम्बर पूनिया, पूर्व जिलाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा, जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरि, पूर्व सांसद संतोष अहलावत, पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी आदि नेताओं ने भी सरकार पर निशाना पर साधा.