झुंझुनू. नगर परिषद झुंझुनू की ओर से गुरुवार को अपनी आय बढ़ाने के लिए की जा रही दुकानों की नीलामी के दौरान खूब जूतम पैजार हुई. लेकिन इसके बाद भी नीलामी में दुकानें नहीं छूट सकी. जिसके खिलाफ बोली दाताओं ने विरोध किया.
दरअसल, साल 2000 में प्रताप नगर में बनी 6 दुकानों की नीलामी नगर परिषद की ओर से रखी गई थी. इन दुकानों की बेस प्राइस साढ़े तीन से चार लाख तक रखी गई थी. जिसके बाद इनमें से चार दुकानों पर तो सिंगल बोली आई, जिसके चलते नीलामी निरस्त कर दी गई. वहीं दुकान 10 पर अधिकतम बोली 13 लाख 50 हजार तो दुकान नंबर 15 और 12 पर 14 लाख 70 हजार की बोली लगाई गई. इसके बाद भी नगर परिषद की कमेटी ने उक्त को भी निरस्त कर दिया. क्योंकि कमेटी के अनुसार यह उचित मूल्य नहीं है और भविष्य में बोली में इससे ज्यादा भी आय हो सकती है.
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बोली दाताओं ने किया विरोध
वहीं बेस प्राइस से 5 गुना बोली आ जाने के बाद भी नीलामी निरस्त किए जाने के खिलाफ बोली दाताओं ने विरोध किया. उन्होंने कहा कि जब 5 गुना पैसा नगर परिषद को आ रहा है तो इसके बाद बोली निरस्त क्यों की जा रही है. इससे तो साफ लग रहा है कि जनता का समय खराब किया गया है और यहां पहले से ही जमे दुकानदारों की वजह से बोली निरस्त की गई है.