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झुंझुनू: तौकते साइक्लोन आने की चेतावनी के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर

झुंझुनू में तौकते साइक्लोन आने की संभावनाएं बनी हुई है, ऐसे में जिला प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सूरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम कर दिए है. वहीं, इसे लेकर सोमवार को वीसी के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया जिसमें कलेक्टर ने अधिकारियों दिशा निर्देश दिए.

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तौकते साइक्लोन आने की चेतावनी के बाद प्रशासन हुआ अलर्ट मोड़ पर
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Published : May 17, 2021, 9:02 PM IST

झुंझुनूं. जिले में तौकते साइक्लोन आने की संभावनाएं जताई जा रही है. ऐसे में इस सबंध में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए झुंझुनूं जिला प्रशासन भी अपनी तरफ से सूरक्षा के चाक चौबंद कर दिया है. वहीं, इस सबंध में सोमवार को साइक्लोन की तैयारियों के बीच वीसी के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला कलेक्टर उमरदीन खान और पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने आईटी केंद्र के वीसी रूम से उपखंड स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

जिला कलेक्टर ने कहा कि, साइक्लोन की वजह से बिजली आपूर्ति, जल आपूर्ति, सड़के, पेड़ टूटने, खंम्भे टूटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं, इसके लिए सबंधित विभाग रिप्लेसमेंट टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि मेन पावर और संसाधनों की किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.

साइक्लोन आने से अस्पतालों में कोरोना मरीजों का उपचार नही हो प्रभावित

कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी का दौर चल रहा है है, इसलिए सबसे पहले जिले के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को उपचार में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए पावर कट होने की स्थिति में जनरेटर या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी. इसी प्रकार जिला मुख्यालय पर संचालित ऑक्सीजन प्लांट और अन्य महत्वपूर्ण कार्यालयों की विद्युत आपूर्ति की भी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.

यह भी पढ़ें: तौकते की तबाही: बांसवाड़ा में आकाशीय बिजली गिरने से 1 युवक और 2 पशुओं की मौत

वहीं, उन्होंने नगर पालिकाओं को निर्देश दिए कि वे नालों और नालियों की व्यापक साफ सफाई करवा दें और चिकित्सा विभाग 108 और 104 एम्बूलेंस सेवा को अलर्ट मोड़ पर रखें. सात ही उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार शेल्टर होम की तैयारी रखें, ताकि निचले इलाकों में पानी भरने या किसी मकान के क्षतिग्रस्त होने पर वहां के लोगों को शैल्टर होम में शिफ्ट किया जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि पानी, भोजन, बिस्तर सहित सभी की पर्याप्त व्यवस्था रखें.

मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों का करे रिफ्रेश

पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि, मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों को रिफ्रेश करवा लें. कहा कि साइक्लोन से आपसी कम्यूनिकेशन टूटने की संभावना है, इसलिए अभी से कार्यों की जिम्मेदारियां आपस में बांट लें. वहीं, लोगों को पहले से ही इसके लिए जागरूक करें ताकि आपात स्थिति में किसी भी प्रकार से प्रशासन का सहयोग लिया जा सके.

वहीं, इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, सीईओ जय प्रकाश नारायण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सहित सबंधित जिला स्तरीय अधिकारी के साथ ही उपखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.

झुंझुनूं. जिले में तौकते साइक्लोन आने की संभावनाएं जताई जा रही है. ऐसे में इस सबंध में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए झुंझुनूं जिला प्रशासन भी अपनी तरफ से सूरक्षा के चाक चौबंद कर दिया है. वहीं, इस सबंध में सोमवार को साइक्लोन की तैयारियों के बीच वीसी के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिला कलेक्टर उमरदीन खान और पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने आईटी केंद्र के वीसी रूम से उपखंड स्तरीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.

जिला कलेक्टर ने कहा कि, साइक्लोन की वजह से बिजली आपूर्ति, जल आपूर्ति, सड़के, पेड़ टूटने, खंम्भे टूटने जैसी घटनाएं हो सकती हैं, इसके लिए सबंधित विभाग रिप्लेसमेंट टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया है. उन्होंने कहा कि मेन पावर और संसाधनों की किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.

साइक्लोन आने से अस्पतालों में कोरोना मरीजों का उपचार नही हो प्रभावित

कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान में कोरोना महामारी का दौर चल रहा है है, इसलिए सबसे पहले जिले के अस्पतालों में भर्ती मरीजों को उपचार में किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं हो, इसके लिए पावर कट होने की स्थिति में जनरेटर या अन्य वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी. इसी प्रकार जिला मुख्यालय पर संचालित ऑक्सीजन प्लांट और अन्य महत्वपूर्ण कार्यालयों की विद्युत आपूर्ति की भी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी.

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वहीं, उन्होंने नगर पालिकाओं को निर्देश दिए कि वे नालों और नालियों की व्यापक साफ सफाई करवा दें और चिकित्सा विभाग 108 और 104 एम्बूलेंस सेवा को अलर्ट मोड़ पर रखें. सात ही उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार शेल्टर होम की तैयारी रखें, ताकि निचले इलाकों में पानी भरने या किसी मकान के क्षतिग्रस्त होने पर वहां के लोगों को शैल्टर होम में शिफ्ट किया जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि पानी, भोजन, बिस्तर सहित सभी की पर्याप्त व्यवस्था रखें.

मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों का करे रिफ्रेश

पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि, मॉक ड्रिल के माध्यम से तैयारियों को रिफ्रेश करवा लें. कहा कि साइक्लोन से आपसी कम्यूनिकेशन टूटने की संभावना है, इसलिए अभी से कार्यों की जिम्मेदारियां आपस में बांट लें. वहीं, लोगों को पहले से ही इसके लिए जागरूक करें ताकि आपात स्थिति में किसी भी प्रकार से प्रशासन का सहयोग लिया जा सके.

वहीं, इस बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर जगदीश प्रसाद गौड़, सीईओ जय प्रकाश नारायण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सहित सबंधित जिला स्तरीय अधिकारी के साथ ही उपखंड स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे.

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