बीकानेर: जिला प्रशासन के तत्वावधान में पहली बार दो दिवसीय चिल्ड्रन फेस्टिवल 'आजू-गूजा' शनिवार को रेलवे ग्राउंड में शुरू हुआ. पहले दिन हजारों की संख्या में बच्चों ने फेस्टिवल का जमकर लुत्फ उठाया. देशभर से आए मेहमानों ने बच्चों का भरपूर मनोरंजन किया. पूरे स्टेडियम को आकर्षक तरीके से सजाया गया. अलग-अलग क्षेत्रों के प्रकाशकों ने बच्चों के साहित्य की पुस्तकों की प्रदर्शनी लगाई.
पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश तथा जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने फीता काटकर चिल्ड्रन फेस्टिवल का शुभारंभ किया. फेस्टिवल के पहले दिन दिल्ली के दीपांकर रैना के साथ हजारों बच्चों ने 'आजू गूजा' गीत के साथ जमकर नृत्य किया. इस दौरान बच्चों का उत्साह देखने लायक था. जयपुर की मन्नू और श्रेया की टीम ने बच्चों के साथ ड्रम सर्किल कार्यक्रम किया. दिल्ली की सुनीता कपूर ने ग्लास पेंटिंग, पेबल पेंटिंग और पेपर बेग एम्बाॅसमेंट तथा अहमदाबाद के वृद्धि पटेल ने पोट्री-क्ले, दिल्ली की नम्रता ने डूडलिंग, भाविक ने राॅक बेलेंसिंग, सार्थक लूथरा ने आरिगेमी और जोधपुर के युवा कलाकार दिगपाल सिंह ने गिटार पर लोकगीतों की प्रस्तुति दी.
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पचास से अधिक कलाकार मेले में आए: फेस्टिवल में पपेट्री, स्टोरी टेलिंग, थिएटर, चित्रकला, माइम, पाॅटरी मेकिंग, ऑरिगेरी, क्लाॅउन, जादूगर, बेरन टीजर, वेंट्री लोकिस्ट, कावड बाॅयोस्कोप, फोक म्यूजिक एवं नृत्य से जुड़े 50 से अधिक आर्टिस्ट बीकानेर आए. उद्घाटन समारोह के दौरान जयपुर के अनुरंजन थिएटर ग्रुप ने 'उपहार' नाटक पेश किया. दिल्ली की कलाकार जयश्री ने कठपुतली का प्रदर्शन किया.
बाल साहित्य को लेकर क्रेज: फेस्टिवल के दौरान विभिन्न प्रकाशकों की बाल साहित्य की पुस्तकें भी आकर्षण का केन्द्र रही. इनमें प्रथम, नेशनल बुक ट्रस्ट, एकलव्य, अमर चित्र कथा, आदिदेव, राज कॉमिक्स और काॅलास्टिक आदि प्रमुख हैं. पहले दिन बड़ी संख्या में बच्चों ने इन पुस्तकों का अवलोकन किया. रीडिंग काॅर्नर में भी बड़ी संख्या में बच्चे दिनभर मौजूद रहे. बच्चों ने विभिन्न पुस्तकों के लेखकों के साथ संवाद भी किया.
पारंपरिक खेल हुए: बच्चों के लिए बनाया गया 'उधम ओलम्पिक काॅर्नर' भी आकर्षण का विशेष केन्द्र रहा. बच्चों ने यहां पारम्परिक खेलों का लुत्फ उठाया. बच्चों के लिए वाॅल क्लाइंबिंग की व्यवस्था रखी गई. इसके साथ लांग मेन, जादूगर, रावण हत्था वादन जैसे कार्यक्रम पेश किए गए.