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आवारा सांडों की फाइट का वीडियो वायरल, आधे घंटे तक घरों में दुबके रहे लोग - झालावाड़ में आवारा सांडों की लड़ाई

झालावाड़ के सभी नगर पालिका क्षेत्रों में आवारा पशुओं से आमजन परेशान हैं. आवारा पशुओं की लड़ाइयों और हमलों से मानव जीवन को खतरा है. इसके बावजूद, प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे. शहर में दो आवारा सांडों की लड़ाई में कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए.

fight between two stray bulls in Jhalawar
दो आवारा सांडों की लड़ाई का वीडियो वायरल
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 2, 2023, 11:53 AM IST

दो आवारा सांडों की लड़ाई का वीडियो वायरल

झालावाड़. झालरापाटन सहित जिले के सभी नगर पालिका क्षेत्रों में आवारा पशुओं का आतंक इन दिनों बढ़ता जा रहा है. शहर के मोची मोहल्ला इलाके में शुक्रवार को दो आवारा सांडों के बीच हुई आमने-सामने की फाइट पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई. आवारा पशुओं की लड़ाई से आसपास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. गनीमत रही कि इस दौरान किसी आमजन को कोई हानि नहीं पहुंची.

आवारा सांडों में ताकत का ऐसा नशा चढ़ा कि दो सांड आपस में भिड़ गए. इनको छुड़वाने के लिए कई जतन किए गए, लेकिन सब व्यर्थ. इनकी लड़ाई से आसपास खड़े वाहनों में टूट-फूट हो गई. हालांकि, कोई व्यक्ति इनकी चपेट में नहीं आया, वरना इनके भारी संघर्ष में वो इनका शिकार बन जाता. इस फाइट के दौरान स्थनीय लोगों ने उन पर ठंडे पानी का छिड़काव भी किया, लेकिन इस लड़ाई को छुड़वाने में वो असफल रहे. आखिरकार हार मानकर करीब आधे घंटे तक लोग घरों में दुबक गए. वहीं, दोनों आवारा सांडों के आतंक से अब इलाके में दहशत है.

इधर, आवारा पशुओं की फाइट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देख लोग स्थानीय प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं के आतंक पर प्रशासन नकेल कसे.

आवारा पशुओं से मानव जीवन को खतरा : बता दें कि झालावाड़ शहर की गलियों और मुख्य बाजारों में आवारा पशुओं के चलते बुजुर्गों महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहर के सब्जी मंडी, मोटर गैराज, बस स्टैंड मंगलपुरा सहित कई इलाकों में आवारा सांडों, गाय, शूकर व श्वानों के कारण कई दुर्घटनाएं हो रही है. शहर में घूमने वाले आवारा पशु मानव जीवन के लिए खतरा बने हुए हैं. राजस्थान सरकार मुद्रांक शुल्क पर अतिरिक्त गौ सेवा कर वसूल करती है और राजस्थान गौ संरक्षण कोष नियम 2016 के तहत विभिन्न प्रकार से टैक्स भी वसूल किए जाते हैं. ऐसे में जिले की सभी नगर पालिका प्रशासन को आवारा पशुओं के विषय में ठोस कदम उठाने चाहिए.

पढ़ें :राजस्थान के झालावाड़ में डायरिया का 'विस्फोट', 24 घंटे में करीब 35 बच्चे अस्पताल में भर्ती

आवारा सांड के हमले से हुई मौत पर मुआवजा देने का आदेश : करीब एक सप्ताह पहले झालावाड़ के जिला न्यायाधीश सिया रघुनाथ दान ने आवारा सांड के हमले से हुई मृत्यु के मामले में एक फैसला सुनाया, जिसमें उन्होंने झालरापाटन नगर पालिका प्रशासन व राज्य सरकार को मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि 4,30,000 रुपए देने का आदेश दिया था. बता दें कि 2019 में मुकेरी मोहल्ला निवासी मृतक घांसी खां घरेलू सामान खरीदने के लिए झालरापाटन बाजार में गया था. इस दौरान सूर्य मंदिर के पीछे एक आवारा सांड ने घांसी खां पर हमला कर दिया, जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आई थी. बाद में इलाज के दौरान घांसी खां की मौत हो गई थी.

दो आवारा सांडों की लड़ाई का वीडियो वायरल

झालावाड़. झालरापाटन सहित जिले के सभी नगर पालिका क्षेत्रों में आवारा पशुओं का आतंक इन दिनों बढ़ता जा रहा है. शहर के मोची मोहल्ला इलाके में शुक्रवार को दो आवारा सांडों के बीच हुई आमने-सामने की फाइट पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई. आवारा पशुओं की लड़ाई से आसपास खड़े कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. गनीमत रही कि इस दौरान किसी आमजन को कोई हानि नहीं पहुंची.

आवारा सांडों में ताकत का ऐसा नशा चढ़ा कि दो सांड आपस में भिड़ गए. इनको छुड़वाने के लिए कई जतन किए गए, लेकिन सब व्यर्थ. इनकी लड़ाई से आसपास खड़े वाहनों में टूट-फूट हो गई. हालांकि, कोई व्यक्ति इनकी चपेट में नहीं आया, वरना इनके भारी संघर्ष में वो इनका शिकार बन जाता. इस फाइट के दौरान स्थनीय लोगों ने उन पर ठंडे पानी का छिड़काव भी किया, लेकिन इस लड़ाई को छुड़वाने में वो असफल रहे. आखिरकार हार मानकर करीब आधे घंटे तक लोग घरों में दुबक गए. वहीं, दोनों आवारा सांडों के आतंक से अब इलाके में दहशत है.

इधर, आवारा पशुओं की फाइट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे देख लोग स्थानीय प्रशासन से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि आवारा पशुओं के आतंक पर प्रशासन नकेल कसे.

आवारा पशुओं से मानव जीवन को खतरा : बता दें कि झालावाड़ शहर की गलियों और मुख्य बाजारों में आवारा पशुओं के चलते बुजुर्गों महिलाओं और बच्चों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. शहर के सब्जी मंडी, मोटर गैराज, बस स्टैंड मंगलपुरा सहित कई इलाकों में आवारा सांडों, गाय, शूकर व श्वानों के कारण कई दुर्घटनाएं हो रही है. शहर में घूमने वाले आवारा पशु मानव जीवन के लिए खतरा बने हुए हैं. राजस्थान सरकार मुद्रांक शुल्क पर अतिरिक्त गौ सेवा कर वसूल करती है और राजस्थान गौ संरक्षण कोष नियम 2016 के तहत विभिन्न प्रकार से टैक्स भी वसूल किए जाते हैं. ऐसे में जिले की सभी नगर पालिका प्रशासन को आवारा पशुओं के विषय में ठोस कदम उठाने चाहिए.

पढ़ें :राजस्थान के झालावाड़ में डायरिया का 'विस्फोट', 24 घंटे में करीब 35 बच्चे अस्पताल में भर्ती

आवारा सांड के हमले से हुई मौत पर मुआवजा देने का आदेश : करीब एक सप्ताह पहले झालावाड़ के जिला न्यायाधीश सिया रघुनाथ दान ने आवारा सांड के हमले से हुई मृत्यु के मामले में एक फैसला सुनाया, जिसमें उन्होंने झालरापाटन नगर पालिका प्रशासन व राज्य सरकार को मृतक के परिजनों को मुआवजा राशि 4,30,000 रुपए देने का आदेश दिया था. बता दें कि 2019 में मुकेरी मोहल्ला निवासी मृतक घांसी खां घरेलू सामान खरीदने के लिए झालरापाटन बाजार में गया था. इस दौरान सूर्य मंदिर के पीछे एक आवारा सांड ने घांसी खां पर हमला कर दिया, जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आई थी. बाद में इलाज के दौरान घांसी खां की मौत हो गई थी.

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