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Vashundhara Raje Reaches Jhalawar: पूर्व CM वसुंधरा राजे पहुंची झालावाड़, जैन मुनि का लिया आशीर्वाद

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे आज झालावाड़ जिले (Vashundhara Raje Reaches Jhalawar) के खानपुर के दौरे पर रही. इस दौरान उन्होंने खानपुर क्षेत्र के चांदखेड़ी जैन तीर्थ में आयोजित पंचकल्याणक महोत्सव के समापन समारोह में भाग (Vasundhara Raje Attends Panchkalyanak Mahotsav) लिया और जैन मुनि सुधासागर महाराज का आशीर्वाद प्राप्त किया,इस दौरान उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओ से भी मुलाकात की।

Vashundhara Raje Reaches Jhalawar
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Published : Dec 19, 2021, 12:22 PM IST

Updated : Dec 19, 2021, 2:04 PM IST

झालावाड़: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैलीकाॅप्टर से आज झालावाड़ (Vashundhara Raje Reaches Jhalawar) पहुंची. वो हेलीकॉप्टर से सुबह 10 बजे खानपुर पहुंचीं. जहां भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने चांदखेड़ी जैन तीर्थ में पंच कल्याण महोत्सव (Vasundhara Raje Attends Panchkalyanak Mahotsav) के समापन समारोह में भाग लिया.

यहां उन्होंने मुनि सुधासागर महाराज का आशीर्वाद लिया. चांदखेड़ी पहुंचने पर जैन समाज बंधुओं ने भी राजे का अभिनंदन किया. इस दौरान वसुंधरा राजे ने पंचकल्याण महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस पवित्र महोत्सव के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जैन मुनि सुधासागर महाराज के दर्शन कर वे खुद को धन्य महसूस कर रही हैं.

पढ़ें- गहलोत सरकार के 3 साल : वसुंधरा राजे का कटाक्ष - झूठे वादों से बनी सरकार जनता की परीक्षा में रही फेल

जैन मुनि का महिमामंडन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झालावाड़ क्षेत्र का सौभाग्य है कि जैन संत सुधा सागर महाराज के चरण कमल यहां पर पड़े. वसुंधरा राजे ने खानपुर में भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता,विधायक, जिला प्रमुख,जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, जन प्रतिनिधि ,समेत सैंकडों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.

निजी यात्रा में छुपा संदेश

वसुंधरा एक बार फिर अपनी रौ में हैं. पिछले दिनों ही उन्होंने देव दर्शन यात्रा कर अपनी मौजूदगी का एहसास पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और विपक्ष को कराने की कोशिश की थी. उनकी मेवाड़ यात्रा के कई अर्थ निकाले गए थे. राजनीतिक पंडितों का मत था कि वसुंधरा राजस्थान में अपनी पकड़ मजबूत कर आलाकमान को अपनी हैसियत का एहसास कराना चाहती हैं.

मेवाड़ यात्रा के दौरान भारी भरकम भीड़ भी दिखी. वो जहां भी पहुंची उनके समर्थकों ने खुले दिल से उनका स्वागत किया. हालांकि उन्होंने इसे बेहद निजी कार्यक्रम बताने की कोशिश की. लेकिन राजस्थान की पूर्व सीएम का इतिहास बताता है कि वो चुनावी समर में उतरने से पहले इसी अंदाज में जनता की नब्ज टटोलती हैं. झालावाड़ की यात्रा को भले ही धार्मिक महत्व की तरह प्रोजेक्ट किया जा रहा है लेकिन राजनीतिक मायने तो निकाले ही जायेंगे.

झालावाड़: पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैलीकाॅप्टर से आज झालावाड़ (Vashundhara Raje Reaches Jhalawar) पहुंची. वो हेलीकॉप्टर से सुबह 10 बजे खानपुर पहुंचीं. जहां भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने चांदखेड़ी जैन तीर्थ में पंच कल्याण महोत्सव (Vasundhara Raje Attends Panchkalyanak Mahotsav) के समापन समारोह में भाग लिया.

यहां उन्होंने मुनि सुधासागर महाराज का आशीर्वाद लिया. चांदखेड़ी पहुंचने पर जैन समाज बंधुओं ने भी राजे का अभिनंदन किया. इस दौरान वसुंधरा राजे ने पंचकल्याण महोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इस पवित्र महोत्सव के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रही हैं. उन्होंने कहा कि जैन मुनि सुधासागर महाराज के दर्शन कर वे खुद को धन्य महसूस कर रही हैं.

पढ़ें- गहलोत सरकार के 3 साल : वसुंधरा राजे का कटाक्ष - झूठे वादों से बनी सरकार जनता की परीक्षा में रही फेल

जैन मुनि का महिमामंडन करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह झालावाड़ क्षेत्र का सौभाग्य है कि जैन संत सुधा सागर महाराज के चरण कमल यहां पर पड़े. वसुंधरा राजे ने खानपुर में भाजपा नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की. इस कार्यक्रम में भाजपा के वरिष्ठ नेता,विधायक, जिला प्रमुख,जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, जन प्रतिनिधि ,समेत सैंकडों भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.

निजी यात्रा में छुपा संदेश

वसुंधरा एक बार फिर अपनी रौ में हैं. पिछले दिनों ही उन्होंने देव दर्शन यात्रा कर अपनी मौजूदगी का एहसास पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और विपक्ष को कराने की कोशिश की थी. उनकी मेवाड़ यात्रा के कई अर्थ निकाले गए थे. राजनीतिक पंडितों का मत था कि वसुंधरा राजस्थान में अपनी पकड़ मजबूत कर आलाकमान को अपनी हैसियत का एहसास कराना चाहती हैं.

मेवाड़ यात्रा के दौरान भारी भरकम भीड़ भी दिखी. वो जहां भी पहुंची उनके समर्थकों ने खुले दिल से उनका स्वागत किया. हालांकि उन्होंने इसे बेहद निजी कार्यक्रम बताने की कोशिश की. लेकिन राजस्थान की पूर्व सीएम का इतिहास बताता है कि वो चुनावी समर में उतरने से पहले इसी अंदाज में जनता की नब्ज टटोलती हैं. झालावाड़ की यात्रा को भले ही धार्मिक महत्व की तरह प्रोजेक्ट किया जा रहा है लेकिन राजनीतिक मायने तो निकाले ही जायेंगे.

Last Updated : Dec 19, 2021, 2:04 PM IST
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