झालावाड़. जिले में चोरी के मामले में परिवादी के पुत्र को ही आरोपी बना कर मारपीट करने और मामले को रफा-दफा करने का मामला सामने आया है. जिसमें 1 लाख 60 हजार रुपए वसूलने के आरोप में झालावाड़ के जावर थाने के एसएचओ, एएसआई और एक कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है.
बता दें कि जावर थाना क्षेत्र के चंदीपुर निवासी भंवरलाल लोधा ने चोरी का मामला दर्ज करवाया था. इसमें जावर थानाधिकारी धर्माराम, एएसआई गोवर्धन लाल और कांस्टेबल मनोज की ओर से एफआर लगाने के नाम पर करीब 160000 वसूलने की बात सामने आई थी. इस पर एसपी ने तीनों को निलंबित कर दिया है. बता दें कि चंदीपुर निवासी भंवरलाल लोधा ने 7 दिसंबर 2020 को उसके घर से 5 किलो चांदी और 200 ग्राम सोने के जेवर चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.
उस समय थानाधिकारी पुरुषोत्तम मेहता थे. ऐसे में उनके और एएसआई गोवर्धन लाल की ओर से मामले की जांच की जा रही थी. इसी दौरान कुछ दिन बाद फरियादी के बाड़े से ही कुछ चांदी की रकम जप्त की गई. जिसको थाने में लाकर रख दिया गया था. वहीं, थाना अधिकारी पुरुषोत्तम मेहता को जावर में हुए एक धार्मिक स्थल में धार्मिक ग्रंथ फाड़ने की घटना के मामले में लाइन हाजिर कर दिया गया था.
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ऐसे में नए थाना अधिकारी धर्माराम और एएसआई गोवर्धन लाल और कांस्टेबल मनोज ने फरियादी के पुत्र दिनेश को ही चोरी का आरोपी मान लिया और थाने बुलाकर पूरी रात उसके साथ मारपीट की. बाद में इस मामले को रफा-दफा करने के लिए दबाव बनाकर उसके पुत्र को छोड़ने के लिए रिश्वत की मांग की और तीनों ने उससे 1 लाख 60 हजार रुपए लेकर उसके पुत्र को छोड़ दिया. साथ ही फरियादी से चोरी के मामले में कार्रवाई नहीं करवाने का लिखवाकर उसका वीडियो भी बनवाया. इधर, मौके से मिली 1 किलो 600 ग्राम चांदी भी फरियादी को दे दी गई. इसके बाद इस मामले में FIR लगा दी गई है. ऐसे में मामला एसपी के संज्ञान में आने पर तीनों को निलंबित कर दिया गया है.