ETV Bharat / state

स्पेशल स्टोरी: प्याज के बाद दालों ने बिगाड़ा घर का बजट...आम आदमी पर महंगाई की मार - आम आदमी पर महंगाई की मार

महंगाई से रसोई के बजट से जेब की हालत बिगड़ गई है. प्याज, लहसुन के थाली से गायब होने के बाद अब दालों के भी तेवर तीखे हो गए है. आसमान छू रहे सब्जी और दालों के भावों ने अब आम आदमी की कमर तोड़ दी है. 80 रुपए किलो बिकने वाली प्याज के बाद महज दो हफ्तों में 30 रुपए तक दालें महंगी हो गई. देखिए झालावाड़ के अकलेरा से स्पेशल रिपोर्ट...

onion prices in Rajasthan, Special report on Pulses prices
स्पेशल स्टोरी: प्याज के बाद दालों ने बिगाड़ा घर का बजट
author img

By

Published : Dec 4, 2019, 5:58 PM IST

अकलेरा (झालावाड़). प्याज के बाद दालें भी महंगी हो गई. पिछले 15 दिनों में 5 से 30 रुपए तक प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हुई. इसमें निम्न और मध्यम वर्ग की रसोई के बजट पर असर पड़ने लगा है. व्यापारी सावे का सीजन का तेजी से दालों के दामों में और वृद्धि इनकार नहीं कर रहे हैं. बाजारों में फिलहाल दालों की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं आ रही है, क्योंकि बारिश से उड़द और मूंग की क्वालिटी खराब हुई. जिसके कारण बाजारों में मूंग दाल का टोटा है.

स्पेशल स्टोरी: प्याज के बाद दालों ने बिगाड़ा घर का बजट

दो हफ्तों में ₹30 तक महंगी हुई दालें
लोगों को महंगाई की मार आंसू रुला रही है. इस वर्ष राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों में जबरदस्त नुकसान हुआ और उत्पादन का कृषि उपज मंडी में दाल ना के बराबर आ रही है और खरीद केंद्र समर्थन मूल्य पर दालों की आवक नहीं हो रही है. दाल उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश व राजस्थान में अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. दालों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई. किराना व्यवसाय विष्णु गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार महंगी हो गई कोटा और इंदौर की मंडियों में दालों की आवक कम है, आने वाले समय में और बढ़ सकती है. इस बार उड़द की फसल अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई. बाजारों में उड़द व मूंग का टोटा नजर आ रहा है. क्षेत्र में हर वर्ष इस फसल का अच्छा उत्पादन होता था. लेकिन इस बार माल की आवक कम है. इसका अंदाजा इससे लगता है कि समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद केंद्रों पर भी उड़द मूंग की खरीद शुरू नहीं हो पाई.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: पिछले साल किसानों को नदियों में फेंकनी पड़ी थी प्याज, अबकी बार क्वालिटी LOW पर बिक्री में है FLOW

इसी प्रकार मूंग मोगर के भाव भी 20 प्रतिशत तक उछल गए हैं. खुदरा में उड़द की दाल 130 रुपए प्रति किलो के पार निकल गया है. वहीं दाल का सबसे प्रमुख तड़का (प्याज) के भाव भी आसमान छू रहे हैं. प्याज के खुदरा के भाव अस्सी रुपए कि लो तक पहुंच गए हैं.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: प्याज के बढ़ते दामों ने बजट के साथ सब्जियों का जायका भी बिगाड़ दिया

जानिए दालों के खुदरा भाव
उड़द मोगर का भाव वर्तमान में 115 से 126 रुपए किलो हो गया..जो 7 दिन पहले 90 से 105 रुपए बिक रही थी. ऐसे ही उड़द छिलका के दाम 110 से 115 हो गए..जो 85 से 90 रुपए प्रति किलो थी..बात अगर मूंग मोगर की करें तो 100 से 105 रुपए भाव हो गया..जो 80 से 85 रुपए बिक रही थी..वहीं मूंग छिलका 92 से 95 रुपए है..जो पहले 80 से 85 रुपए किलो थी. अरहर दाल के भाव 95 से 100 हो गए..जो पहले 80 से 85 रुपए थे..चौला मोगर 90 से 92 रुपए हो गए..जो 60 से 65 रुपए किलो बिक रही थी..चना दाल 65 से 68 हो गई है..जो 60 से 62 थी..वहीं मलका मसूर दाल की बात करें तो 65 से 67 रुपए भाव है..जो पहले 55 से 60 रुपए बिक रही थी.

प्याज के भाव भी उछले
आम आदमी की थाली से अब प्याज पूरी तरह से गायब होता जा रहा है. खुदरा में एक दिन पहले तक 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज बुधवार को अचानक 20 रुपए उछलकर 80 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है. अकलेरा की मंडी में थोक प्याज के दाम 55 से 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं. लगातार बारिश के कारण भी प्याज की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है. विक्रेता संघ मार्केट के अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में का प्याज आना बंद हो गया है. हालांकि, नए प्याज की आमद शुरू हो गई है. मंडी में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 10 गाड़ी प्याज प्रतिदिन उतर रहा है. आवक के मुकाबले उपभोक्ता मांग अधिक होने से प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. पिछले साल की तुलना में प्याज की कीमतों में करीब 3 गुना वृद्धि हुई है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: नर्मदा नहर से असिंचित क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल रहा पानी... गुस्साए किसानों ने दी चेतावनी

लहसुन, प्याज ने बिगाड़ा जायका
वहीं बैंगन में भी अपना रंग बदल दिया लोग बताते हैं कि बैंगन 80 रुपए किलो बिक रहा है. महंगाई ने तो मानो घर का ही बजट बिगाड़. लहसुन, प्याज ने जायका बिगाड़ दिया. थाली में अब तो प्याज के दर्शन भी नहीं हो रहे. खाने की तो बात छोड़ ही दो. दीपावली का त्यौहार खत्म होते ही जैसे-जैसे शादी विवाह धार्मिक आयोजन का सीजन बढ़ने लगा. सीजन की डिमांड के अनुसार भाव आसमान छू रहे है. होटल, रेस्टोरेंट, चाट की दुकानों पर प्याज नजर भी नहीं आ रहा. प्याज ने रुलाया सभी को मानो सब्जी दालों के भाव आसमान छू रहे हो उन्हीं प्याज किया और भी नहीं हो रही तो उधर बारिश ने दालों का मिजाज बिगाड़ दिया.

अकलेरा (झालावाड़). प्याज के बाद दालें भी महंगी हो गई. पिछले 15 दिनों में 5 से 30 रुपए तक प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हुई. इसमें निम्न और मध्यम वर्ग की रसोई के बजट पर असर पड़ने लगा है. व्यापारी सावे का सीजन का तेजी से दालों के दामों में और वृद्धि इनकार नहीं कर रहे हैं. बाजारों में फिलहाल दालों की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं आ रही है, क्योंकि बारिश से उड़द और मूंग की क्वालिटी खराब हुई. जिसके कारण बाजारों में मूंग दाल का टोटा है.

स्पेशल स्टोरी: प्याज के बाद दालों ने बिगाड़ा घर का बजट

दो हफ्तों में ₹30 तक महंगी हुई दालें
लोगों को महंगाई की मार आंसू रुला रही है. इस वर्ष राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों में जबरदस्त नुकसान हुआ और उत्पादन का कृषि उपज मंडी में दाल ना के बराबर आ रही है और खरीद केंद्र समर्थन मूल्य पर दालों की आवक नहीं हो रही है. दाल उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश व राजस्थान में अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. दालों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई. किराना व्यवसाय विष्णु गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार महंगी हो गई कोटा और इंदौर की मंडियों में दालों की आवक कम है, आने वाले समय में और बढ़ सकती है. इस बार उड़द की फसल अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई. बाजारों में उड़द व मूंग का टोटा नजर आ रहा है. क्षेत्र में हर वर्ष इस फसल का अच्छा उत्पादन होता था. लेकिन इस बार माल की आवक कम है. इसका अंदाजा इससे लगता है कि समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद केंद्रों पर भी उड़द मूंग की खरीद शुरू नहीं हो पाई.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: पिछले साल किसानों को नदियों में फेंकनी पड़ी थी प्याज, अबकी बार क्वालिटी LOW पर बिक्री में है FLOW

इसी प्रकार मूंग मोगर के भाव भी 20 प्रतिशत तक उछल गए हैं. खुदरा में उड़द की दाल 130 रुपए प्रति किलो के पार निकल गया है. वहीं दाल का सबसे प्रमुख तड़का (प्याज) के भाव भी आसमान छू रहे हैं. प्याज के खुदरा के भाव अस्सी रुपए कि लो तक पहुंच गए हैं.

पढ़ें- स्पेशल स्टोरी: प्याज के बढ़ते दामों ने बजट के साथ सब्जियों का जायका भी बिगाड़ दिया

जानिए दालों के खुदरा भाव
उड़द मोगर का भाव वर्तमान में 115 से 126 रुपए किलो हो गया..जो 7 दिन पहले 90 से 105 रुपए बिक रही थी. ऐसे ही उड़द छिलका के दाम 110 से 115 हो गए..जो 85 से 90 रुपए प्रति किलो थी..बात अगर मूंग मोगर की करें तो 100 से 105 रुपए भाव हो गया..जो 80 से 85 रुपए बिक रही थी..वहीं मूंग छिलका 92 से 95 रुपए है..जो पहले 80 से 85 रुपए किलो थी. अरहर दाल के भाव 95 से 100 हो गए..जो पहले 80 से 85 रुपए थे..चौला मोगर 90 से 92 रुपए हो गए..जो 60 से 65 रुपए किलो बिक रही थी..चना दाल 65 से 68 हो गई है..जो 60 से 62 थी..वहीं मलका मसूर दाल की बात करें तो 65 से 67 रुपए भाव है..जो पहले 55 से 60 रुपए बिक रही थी.

प्याज के भाव भी उछले
आम आदमी की थाली से अब प्याज पूरी तरह से गायब होता जा रहा है. खुदरा में एक दिन पहले तक 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज बुधवार को अचानक 20 रुपए उछलकर 80 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है. अकलेरा की मंडी में थोक प्याज के दाम 55 से 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं. लगातार बारिश के कारण भी प्याज की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है. विक्रेता संघ मार्केट के अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में का प्याज आना बंद हो गया है. हालांकि, नए प्याज की आमद शुरू हो गई है. मंडी में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 10 गाड़ी प्याज प्रतिदिन उतर रहा है. आवक के मुकाबले उपभोक्ता मांग अधिक होने से प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. पिछले साल की तुलना में प्याज की कीमतों में करीब 3 गुना वृद्धि हुई है.

पढ़ें- स्पेशल रिपोर्ट: नर्मदा नहर से असिंचित क्षेत्र के किसानों को नहीं मिल रहा पानी... गुस्साए किसानों ने दी चेतावनी

लहसुन, प्याज ने बिगाड़ा जायका
वहीं बैंगन में भी अपना रंग बदल दिया लोग बताते हैं कि बैंगन 80 रुपए किलो बिक रहा है. महंगाई ने तो मानो घर का ही बजट बिगाड़. लहसुन, प्याज ने जायका बिगाड़ दिया. थाली में अब तो प्याज के दर्शन भी नहीं हो रहे. खाने की तो बात छोड़ ही दो. दीपावली का त्यौहार खत्म होते ही जैसे-जैसे शादी विवाह धार्मिक आयोजन का सीजन बढ़ने लगा. सीजन की डिमांड के अनुसार भाव आसमान छू रहे है. होटल, रेस्टोरेंट, चाट की दुकानों पर प्याज नजर भी नहीं आ रहा. प्याज ने रुलाया सभी को मानो सब्जी दालों के भाव आसमान छू रहे हो उन्हीं प्याज किया और भी नहीं हो रही तो उधर बारिश ने दालों का मिजाज बिगाड़ दिया.

Intro:अकलेरा झालावाड़ हेमराज शर्मा



सावो की तेजी से और भी बढ़ सकते हैं दाम



दो हफ्तों में ₹30 तक महंगी हुई दालें

अकलेरा झालावाड़ जिले अकलेरा प्याज के बाद दालें भी महंगी हो गई आपको बता दें कि विगत 15 दिनों में 5 से ₹30 तक प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हुई इसमें निम्न और मध्यम वर्ग की रसोई के बजट पर असर पड़ने लगा है। व्यापारी सावे का सीजन का तेजी से दालों के दामों में और वृद्धि इंकार नहीं कर रहे हैं बाजारों में फिलहाल दालों की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं आ रही है क्योंकि बारिश से उड़द और मूंग की क्वालिटी खराब हुई जिसके कारण बाजारों में मूंग दाल का टोटा बुरा है लोगों को महंगाई की मार आंसू रुला रही है इस वर्ष राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों में जबरदस्त नुकसान हुआ और उत्पादन का कृषि उपज मंडी में दालों नहीं के बराबर आ रही है और खरीद केंद्र समर्थन मूल्य पर दालों की आवक नहीं हो रही है ।दाल उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश व राजस्थान में अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है दालों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई किरणा व्यवसाय विष्णु गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार महंगी हो गई कोटा और इंदौर की मंडियों में दालों की आवक कम है आने वाले समय में और बढ़ सकती है इस बार उड़द की फसल अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई बाजारो मंडी में उड़द व मूंग का टोटा नजर आ रहा है क्षेत्र में हर वर्ष इस फसल का अच्छा उत्पादन होता था लेकिन इस बार माल की आवक कम है इसका अंदाजा इससे लगता है कि समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद केंद्रों पर भी उड़द मूंग की खरीद शुरू नहीं हो पाई मजेदार बात तो यह है कि जिन किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है वहीं केंद्र पर नहीं आ रहे हैं वह भी बाजारों में ही बेच रहे हैं क्योंकि समर्थन मूल्य से अधिक भाव में बाजार में खरीदा जा रहा है ।।Body:व्यापार संघ अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने बताया कि व्यापक रूप से व्यापार में तेजी मध्य का दोर सीजन के मुताबिक चलता रहता है।

वही बैंगन में भी अपना रंग बदल दिया लोग बताते हैं कि बैंगन 80 लीटर बिक रहा है इससे तो अच्छा है सेव एपल की सब्जी बनाने ले महंगाई ने तो मानो घर का ही बजट बिगाड़ वही लहसुन प्याज ने जायका ही बिगाड़ दिया थाली में अब तो प्याज के दर्शन भी नहीं हो रहे खाने की तो छोड़ो बात दीपावली का त्यौहार खत्म होते हैं जैसे-जैसे शादी विवाह धार्मिक आयोजन का सीजन बढ़ने लगा सीजन की डिमांड के अनुसार भाव आसमान छू रहे होटल रेस्टोरेंट पानी पतासे की दुकानों पर प्याज नजर भी नहीं आ रहा प्याज ने रुलाया सभी को मानो सब्जी दालों के भाव आसमान छू रहे हो उन्हीं प्याज किया और भी नहीं हो रही तो उधर बारिश ने दालों का मिजाज बिगाड़ दिया।Conclusion:इसी प्रकार मूंग मोगर के भाव भी 20 प्रतिशत तक उछल गए हैं। खुदरा में उड़द की दाल 130 रुपए प्रति किलो के पार निकल गया है। वहीं दाल का सबसे प्रमुख तड़का (प्याज) के भाव भी आसमान छू रहे हैं। प्याज के खुदरा के भाव अस्सी रुपए कि लो तक पहुंच गए हैं।

दालों के खुदरा भाव
दालें ( वर्तमान भाव ) ( 7 दिन पहले )
उड़द मोगर (115 से 126 ) ( 90 से 105 )
उड़द छिलका ( 110 से 115) ( 85 से 90)
मूंग मोगर ( 100 से 105 ) ( 80 से 85)
मूंग छिलका ( 92 से 95 ) ( 80 से 85)
अरहर दाल (95 से 100 ) ( 80 से 85)
चौला मोगर ( 90 से 92 ) ( 60-65)
चना दाल ( 65 से 68 ) ( 60-62)
मलका मसूर ( 65 से 67 ) ( 55-60)

प्याज के भाव भी उछले
आम आदमी की थाली से अब प्याज पूरी तरह से गायब होता जा रहा है। खुदरा में एक दिन पूर्व तक 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज बुधवार को अचानक 20 रुपए उछलकर 80 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है। अकलेरा की मंडी में थोक प्याज के दाम 55 से 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं। लगातार बारिश के कारण भी प्याज की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है। विक्रेता संघ मार्केट के अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में का प्याज आना बंद हो गया है। हालांकि, नए प्याज की आमद शुरू हो गई है। मंडी में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 10 गाड़ी प्याज प्रतिदिन उतर रहा है। आवक के मुकाबले उपभोक्ता मांग अधिक होने से प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं। पिछले साल की तुलना में प्याज की कीमतों में करीब 3 गुना वृद्धि हुई है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.