अकलेरा (झालावाड़). प्याज के बाद दालें भी महंगी हो गई. पिछले 15 दिनों में 5 से 30 रुपए तक प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हुई. इसमें निम्न और मध्यम वर्ग की रसोई के बजट पर असर पड़ने लगा है. व्यापारी सावे का सीजन का तेजी से दालों के दामों में और वृद्धि इनकार नहीं कर रहे हैं. बाजारों में फिलहाल दालों की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं आ रही है, क्योंकि बारिश से उड़द और मूंग की क्वालिटी खराब हुई. जिसके कारण बाजारों में मूंग दाल का टोटा है.
दो हफ्तों में ₹30 तक महंगी हुई दालें
लोगों को महंगाई की मार आंसू रुला रही है. इस वर्ष राज्य में भारी बारिश के कारण फसलों में जबरदस्त नुकसान हुआ और उत्पादन का कृषि उपज मंडी में दाल ना के बराबर आ रही है और खरीद केंद्र समर्थन मूल्य पर दालों की आवक नहीं हो रही है. दाल उत्पादन में अग्रणी मध्यप्रदेश व राजस्थान में अतिवृष्टि से बर्बाद हो गई उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. दालों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई. किराना व्यवसाय विष्णु गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार महंगी हो गई कोटा और इंदौर की मंडियों में दालों की आवक कम है, आने वाले समय में और बढ़ सकती है. इस बार उड़द की फसल अतिवृष्टि की भेंट चढ़ गई. बाजारों में उड़द व मूंग का टोटा नजर आ रहा है. क्षेत्र में हर वर्ष इस फसल का अच्छा उत्पादन होता था. लेकिन इस बार माल की आवक कम है. इसका अंदाजा इससे लगता है कि समर्थन मूल्य पर सरकारी खरीद केंद्रों पर भी उड़द मूंग की खरीद शुरू नहीं हो पाई.
इसी प्रकार मूंग मोगर के भाव भी 20 प्रतिशत तक उछल गए हैं. खुदरा में उड़द की दाल 130 रुपए प्रति किलो के पार निकल गया है. वहीं दाल का सबसे प्रमुख तड़का (प्याज) के भाव भी आसमान छू रहे हैं. प्याज के खुदरा के भाव अस्सी रुपए कि लो तक पहुंच गए हैं.
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जानिए दालों के खुदरा भाव
उड़द मोगर का भाव वर्तमान में 115 से 126 रुपए किलो हो गया..जो 7 दिन पहले 90 से 105 रुपए बिक रही थी. ऐसे ही उड़द छिलका के दाम 110 से 115 हो गए..जो 85 से 90 रुपए प्रति किलो थी..बात अगर मूंग मोगर की करें तो 100 से 105 रुपए भाव हो गया..जो 80 से 85 रुपए बिक रही थी..वहीं मूंग छिलका 92 से 95 रुपए है..जो पहले 80 से 85 रुपए किलो थी. अरहर दाल के भाव 95 से 100 हो गए..जो पहले 80 से 85 रुपए थे..चौला मोगर 90 से 92 रुपए हो गए..जो 60 से 65 रुपए किलो बिक रही थी..चना दाल 65 से 68 हो गई है..जो 60 से 62 थी..वहीं मलका मसूर दाल की बात करें तो 65 से 67 रुपए भाव है..जो पहले 55 से 60 रुपए बिक रही थी.
प्याज के भाव भी उछले
आम आदमी की थाली से अब प्याज पूरी तरह से गायब होता जा रहा है. खुदरा में एक दिन पहले तक 50 से 60 रुपए प्रति किलो बिकने वाला प्याज बुधवार को अचानक 20 रुपए उछलकर 80 रुपए प्रति किलो पहुंच गया है. अकलेरा की मंडी में थोक प्याज के दाम 55 से 60 रुपए प्रति किलो पहुंच गए हैं. लगातार बारिश के कारण भी प्याज की कीमतों में मजबूती देखी जा रही है. विक्रेता संघ मार्केट के अध्यक्ष ने बताया कि मंडी में का प्याज आना बंद हो गया है. हालांकि, नए प्याज की आमद शुरू हो गई है. मंडी में छोटी-बड़ी मिलाकर करीब 10 गाड़ी प्याज प्रतिदिन उतर रहा है. आवक के मुकाबले उपभोक्ता मांग अधिक होने से प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं. पिछले साल की तुलना में प्याज की कीमतों में करीब 3 गुना वृद्धि हुई है.
लहसुन, प्याज ने बिगाड़ा जायका
वहीं बैंगन में भी अपना रंग बदल दिया लोग बताते हैं कि बैंगन 80 रुपए किलो बिक रहा है. महंगाई ने तो मानो घर का ही बजट बिगाड़. लहसुन, प्याज ने जायका बिगाड़ दिया. थाली में अब तो प्याज के दर्शन भी नहीं हो रहे. खाने की तो बात छोड़ ही दो. दीपावली का त्यौहार खत्म होते ही जैसे-जैसे शादी विवाह धार्मिक आयोजन का सीजन बढ़ने लगा. सीजन की डिमांड के अनुसार भाव आसमान छू रहे है. होटल, रेस्टोरेंट, चाट की दुकानों पर प्याज नजर भी नहीं आ रहा. प्याज ने रुलाया सभी को मानो सब्जी दालों के भाव आसमान छू रहे हो उन्हीं प्याज किया और भी नहीं हो रही तो उधर बारिश ने दालों का मिजाज बिगाड़ दिया.