झालावाड़. सरपंच साब रो 'रिपोर्ट कार्ड' के ईटीवी भारत की टीम झालावाड़ जिले सालरिया ग्राम पंचायत पहुंची. ये वो ही ग्राम पंचायत है, जिसको कांग्रेस के दिग्गज नेता मानवेन्द्र सिंह ने गोद लिया है. ऐसे में आपको बताएंगे कि सालरिया ग्राम पंचायत में बीते पांच वर्षों में कितना विकास हुआ है.
झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र में स्थित सालरिया ग्राम पंचायत झालावाड़ से 15 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद हैं. इस ग्राम पंचायत में कुल 2200 वोटर है. इस ग्राम पंचायत के मुख्य गांव नौलाव, कालाकोट, सालरिया व सेमली है. जिसमें 1200 वोट पुरुषों और 1000 वोट महिलाओं के हैं.
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विकास को लेकर सरपंच का दावा
वर्तमान सरपंच का दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में सभी गांवों में इंटरलॉकिंग, नालियां बनवाई है और पीने के पानी के लिए हैंडपंप भी खुदवाए है. इसके अलावा उन्होंने खुरंचों का निर्माण करवाया है. साथ ही उबड़-खाबड़ रास्तों को सही करवाया है, सालरिया गांव के तालाब का गहरीकरण भी करवाया है. वहीं उन्होंने पंचायत भवन व स्कूल की बाउंड्रीवॉल भी बनवाई है. सरपंच का कहना है कि मानवेन्द्र सिंह के गोद लेने से ग्राम पंचायत में आगे अच्छा विकास होगा.
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ग्रामीणों ने बताई हकीकत
जबकि ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में पीने के पानी की समस्या अभी भी बनी हुई है. इसके अलावा तालाबों का गहरीकरण नहीं होने के कारण बारिश का पानी भी तालाब में जमा नहीं हो पाता है और बहकर निकल जाता है. जिससे खेतों में सिंचाई में भी परेशानी आती है.
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कांग्रेस नेता के गोद लेने के बाद भी कोई विकास नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांवों में नालियों का निर्माण भी नहीं हुआ है. जिससे जगह-जगह कीचड़ भरा रहता है और यहां तक की खुरंचे भी नहीं बने हुए हैं. जिससे कई गड्डों में पानी जमा हो जाता है. साथ ही सड़कें भी नहीं बनी हुई है. जिससे कच्चे रास्तों में ही उनको चलना पड़ता है. ऐसे में इन समस्याओं का समाधान होना बेहद जरूरी है. ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत को कांग्रेस नेता मानवेन्द्र सिंह द्वारा गोद लेने का कोई भी फायदा नहीं हुआ है. गोद लेने के बाद मानवेंद्र सिंह सिर्फ एक बार इस ग्राम पंचायत में आए हैं.