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शर्मनाक! 24 घंटे मृत बच्चे को अपने पेट में लेकर घूमती रही गर्भवती, डॉक्टर के सामने गिड़गिड़ाई, फिर भी नहीं पसीजा दिल - मृत बच्चा पेट में गर्भवती

झालावाड़ के जनाना अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे डॉक्टर तो क्या इंसानियत भी शर्मसार हो जाए. जनाना अस्पताल में एक महिला असहनीय दर्द के साथ पिछले 24 घंटों से अपने पेट में मरे हुए बच्चे को लेकर घूमती रही लेकिन महिला डॉक्टर उसे डांट फटकार कर भगा दिया.

Pregnant women in jhalwar, झालावाड़ जनाना अस्पताल
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Published : Nov 12, 2019, 8:18 PM IST

झालावाड़. धरती पर भगवान का दर्जा हासिल करने वाले डॉक्टर का झालावाड़ में एक शर्मसार कर देने वाला चेहरा सामने आया है. जिले के जनाना अस्पताल में एक गर्भवती महिला अपने पेट में मृत बच्चा लिए इलाज के लिए भटकती रही. लेकिन उसे भर्ती करने की बजाय रेजिडेंट डॉक्टर ने उसे डांट-फटकार के भगा दिया.

झालावाड़ के जनाना अस्पताल में दिखा चिकित्सकों का अमानवीय चेहरा, देखें ये स्पेशल रिपोर्ट...

ये मामला आम जनता की लिए खोले गए सरकारी जनाना अस्पताल का है. पीड़ित महिला कृष्णा बाई का कहना है कि कल सुबह जब वो अस्पताल में आई थी तो डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसके पेट में जो बच्चा है उसकी मौत हो चुकी है, अब जल्दी सफाई करवानी पड़ेगी. लेकिन जब वो डॉक्टर के पास पहुंची तो उसने महिला को घर भेज दिया.

महिला का कहना है कि घर पहुंचने पर उसे फिर दर्द हुआ तो वापस अस्पताल गई लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने उसे डांटते हुए कहा कि तीन-चार दिन तक भी मरा हुआ बच्चा पेट में रह सकता है. डॉक्टर ने महिला का इलाज करने की बजाय कहा कि घर चले जाओ आज छुट्टी है कल आना.

पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: तीर्थ राज पुष्कर ही है सृष्टि की चेतना माता गायत्री का उद्भव स्थान...यहीं पर ब्रह्मा ने की थी गायत्री मंत्र की रचना

ऐसे में महिला वापस घर लौट आई लेकिन जब शाम को तकलीफ बढ़ गई और ब्लीडिंग भी शुरू हो गयी तो महिला को वापस अस्पताल में लाया गया. महिला के पति का आरोप है कि डॉक्टर ने फिर भी उसे भर्ती नहीं किया. रात 12 बजे तक वे अपनी पत्नि को लेकर अस्पताल के बाहर ही बैठी रहे. डॉक्टरों के हाथ पैर जोड़े तब जाकर हॉस्पिटल के अंदर जगह दी. लेकिन सुबह जब वापस उसी रेजिडेंट डॉक्टर ने देखा तो उसे डांट फटकार कर बाहर निकलवा दिया.

इस दौरान महिला के पति ने डॉक्टर के इस अमानवीय चेहरे को मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया. जिसमें अस्पताल के फर्श पर महिला का खून भी गिरा हुआ नजर आ रहा है और महिला डॉक्टर द्वारा मरीज से बुरी तरह बर्ताव करने व डांटने का दृश्य भी नजर आ रहा है.

पढ़ेंः मंगल बना अ'मंगल', राजस्थान में तीन अलग-अलग हादसों में 12 की मौत

हैरानी के बात तो ये है कि इतने गंभीर मामला होने के बावजूद अस्पताल के सीनियर अधिकारी भी इससे अनजान हैं. ईटीवी भारत ने जब अस्पताल अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नही है, अब आपने बताया कि है तो संबंधित डॉक्टर पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

झालावाड़. धरती पर भगवान का दर्जा हासिल करने वाले डॉक्टर का झालावाड़ में एक शर्मसार कर देने वाला चेहरा सामने आया है. जिले के जनाना अस्पताल में एक गर्भवती महिला अपने पेट में मृत बच्चा लिए इलाज के लिए भटकती रही. लेकिन उसे भर्ती करने की बजाय रेजिडेंट डॉक्टर ने उसे डांट-फटकार के भगा दिया.

झालावाड़ के जनाना अस्पताल में दिखा चिकित्सकों का अमानवीय चेहरा, देखें ये स्पेशल रिपोर्ट...

ये मामला आम जनता की लिए खोले गए सरकारी जनाना अस्पताल का है. पीड़ित महिला कृष्णा बाई का कहना है कि कल सुबह जब वो अस्पताल में आई थी तो डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसके पेट में जो बच्चा है उसकी मौत हो चुकी है, अब जल्दी सफाई करवानी पड़ेगी. लेकिन जब वो डॉक्टर के पास पहुंची तो उसने महिला को घर भेज दिया.

महिला का कहना है कि घर पहुंचने पर उसे फिर दर्द हुआ तो वापस अस्पताल गई लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने उसे डांटते हुए कहा कि तीन-चार दिन तक भी मरा हुआ बच्चा पेट में रह सकता है. डॉक्टर ने महिला का इलाज करने की बजाय कहा कि घर चले जाओ आज छुट्टी है कल आना.

पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: तीर्थ राज पुष्कर ही है सृष्टि की चेतना माता गायत्री का उद्भव स्थान...यहीं पर ब्रह्मा ने की थी गायत्री मंत्र की रचना

ऐसे में महिला वापस घर लौट आई लेकिन जब शाम को तकलीफ बढ़ गई और ब्लीडिंग भी शुरू हो गयी तो महिला को वापस अस्पताल में लाया गया. महिला के पति का आरोप है कि डॉक्टर ने फिर भी उसे भर्ती नहीं किया. रात 12 बजे तक वे अपनी पत्नि को लेकर अस्पताल के बाहर ही बैठी रहे. डॉक्टरों के हाथ पैर जोड़े तब जाकर हॉस्पिटल के अंदर जगह दी. लेकिन सुबह जब वापस उसी रेजिडेंट डॉक्टर ने देखा तो उसे डांट फटकार कर बाहर निकलवा दिया.

इस दौरान महिला के पति ने डॉक्टर के इस अमानवीय चेहरे को मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया. जिसमें अस्पताल के फर्श पर महिला का खून भी गिरा हुआ नजर आ रहा है और महिला डॉक्टर द्वारा मरीज से बुरी तरह बर्ताव करने व डांटने का दृश्य भी नजर आ रहा है.

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हैरानी के बात तो ये है कि इतने गंभीर मामला होने के बावजूद अस्पताल के सीनियर अधिकारी भी इससे अनजान हैं. ईटीवी भारत ने जब अस्पताल अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नही है, अब आपने बताया कि है तो संबंधित डॉक्टर पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

Intro:स्पेशल स्टोरी:
झालावाड़ के जनाना अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे डॉक्टर तो क्या इंसानियत भी शर्मसार हो जाए। जनाना अस्पताल में एक महिला असहनीय दर्द के साथ पिछले 24 घंटों से अपने पेट में मरे हुए बच्चे को लेकर घूम रही है लेकिन डॉक्टर महिला को डांट फटकार कर भगा रहे हैं। Body:झालावाड़
इंसानो ने डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दे रखा है लेकिन झालावाड़ के जनाना अस्पताल में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें डॉक्टरों द्वारा की जाने वाली लापरवाहीयों की सारी हदें पार हो गयी है। जनाना अस्पताल में एक गर्भवती महिला इलाज के लिए भटक रही है जिसके पेट में बच्चे को मरे हुए 24 घण्टे हो गए लेकिन रेजिडेंट डॉक्टर ने न तो महिला को भर्ती किया और न ही उसका इलाज किया और जब महिला के पति ने आपत्ति दर्ज करवाई तो उसे ही डांट फटकार कर हॉस्पिटल से बाहर निकलवा दिया। ये मामला किसी प्राइवेट हॉस्पिटल का नहीं बल्कि आम जनता की लिए खोले गए सरकारी जनाना अस्पताल का।

पीड़ित महिला कृष्णा बाई का कहना है कि कल सुबह जब वो अस्पताल में आई थी तो डॉक्टरों ने उसकी जांच की जिसमे डॉक्टरों ने बताया कि पेट में जो बच्चा है उसकी मौत हो चुकी है और अब जल्दी सफाई करवानी पड़ेगी। लेकिन जब वो डॉक्टर के पास पहुंची तो उसने महिला को घर भेज दिया। घर पहुंचने पर महिला के दर्द हुआ तो महिला शाम को वापस अस्पताल में आई वहाँ पर डॉक्टर ने उसे डांटते हुए ये कहा कि तीन-चार दिन तक भी मरा हुआ बच्चा पेट में रहता है तो भी कोई परेशानी नहीं आती है इसलिए चल जाओ आज छुट्टी है कल आना। ऐसे में महिला वापस घर लौट आई लेकिन जब शाम को तकलीफ बड़ गई और ब्लीडिंग भी शुरू हो गयी तो महिला को वापस अस्पताल में लाया गया लेकिन डॉक्टर ने फिर भी उसे न तो भर्ती किया और न ही इलाज किया। जिसके चलते महिला रात 12 बजे तक अस्पताल के बाहर ही बैठी रही। महिला ने डॉक्टरों के हाथ पैर जोड़े तब जाकर उनको हॉस्पिटल के अंदर जगह दी लेकिन सुबह जब वापस रेजिडेंट डॉक्टर ने देखा तो उसे डांट फटकारकर बाहर निकलवा दिया।

इस दौरान महिला के पति ने एक वीडियो भी बनाया है जिसमें अस्पताल के फर्श पर महिला का खून भी गिरा हुआ नजर आ रहा है तथा महिला डॉक्टर द्वारा मरीज से बुरी तरह बर्ताव करने व डांटने का दृश्य भी नजर आ रहा है।

हैरानी के बात तो ये है कि इतने गंभीर और संगीन मामले का अस्पताल के अधिकारियों को जरा भी सूचना नही है। ईटीवी भारत ने जब अस्पताल अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नही है, अब आपने बताया कि है तो संबंधित डॉक्टर पर उचित कार्यवाई की जाएगी।


Conclusion:बाइट 1 - कृष्णा बाई (पीड़िता)
बाइट 2 - राधेश्याम बैरवा (पीड़िता का पति)
बाइट 3 - संजय जैन (अस्पताल अधीक्षक, जनाना अस्पताल)
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