झालावाड़. धरती पर भगवान का दर्जा हासिल करने वाले डॉक्टर का झालावाड़ में एक शर्मसार कर देने वाला चेहरा सामने आया है. जिले के जनाना अस्पताल में एक गर्भवती महिला अपने पेट में मृत बच्चा लिए इलाज के लिए भटकती रही. लेकिन उसे भर्ती करने की बजाय रेजिडेंट डॉक्टर ने उसे डांट-फटकार के भगा दिया.
ये मामला आम जनता की लिए खोले गए सरकारी जनाना अस्पताल का है. पीड़ित महिला कृष्णा बाई का कहना है कि कल सुबह जब वो अस्पताल में आई थी तो डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि उसके पेट में जो बच्चा है उसकी मौत हो चुकी है, अब जल्दी सफाई करवानी पड़ेगी. लेकिन जब वो डॉक्टर के पास पहुंची तो उसने महिला को घर भेज दिया.
महिला का कहना है कि घर पहुंचने पर उसे फिर दर्द हुआ तो वापस अस्पताल गई लेकिन वहां मौजूद डॉक्टर ने उसे डांटते हुए कहा कि तीन-चार दिन तक भी मरा हुआ बच्चा पेट में रह सकता है. डॉक्टर ने महिला का इलाज करने की बजाय कहा कि घर चले जाओ आज छुट्टी है कल आना.
ऐसे में महिला वापस घर लौट आई लेकिन जब शाम को तकलीफ बढ़ गई और ब्लीडिंग भी शुरू हो गयी तो महिला को वापस अस्पताल में लाया गया. महिला के पति का आरोप है कि डॉक्टर ने फिर भी उसे भर्ती नहीं किया. रात 12 बजे तक वे अपनी पत्नि को लेकर अस्पताल के बाहर ही बैठी रहे. डॉक्टरों के हाथ पैर जोड़े तब जाकर हॉस्पिटल के अंदर जगह दी. लेकिन सुबह जब वापस उसी रेजिडेंट डॉक्टर ने देखा तो उसे डांट फटकार कर बाहर निकलवा दिया.
इस दौरान महिला के पति ने डॉक्टर के इस अमानवीय चेहरे को मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया. जिसमें अस्पताल के फर्श पर महिला का खून भी गिरा हुआ नजर आ रहा है और महिला डॉक्टर द्वारा मरीज से बुरी तरह बर्ताव करने व डांटने का दृश्य भी नजर आ रहा है.
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हैरानी के बात तो ये है कि इतने गंभीर मामला होने के बावजूद अस्पताल के सीनियर अधिकारी भी इससे अनजान हैं. ईटीवी भारत ने जब अस्पताल अधीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला मेरे संज्ञान में नही है, अब आपने बताया कि है तो संबंधित डॉक्टर पर उचित कार्रवाई की जाएगी.